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नीरज चोपड़ा का डोपिंग पर सनसनीखेज खुलासा, सभी कोच और भारतीय एथलीटों से की यह अपील - NEERAJ CHOPRA ON DOPING

भारत के स्टार भाला जैवलिन थ्रोअर ने भारतीय एथलीटों में डोपिंग के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई है.

Neeraj Chopra
नीरज चोपड़ा (ANI Photo)
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By ETV Bharat Sports Team

Published : Jan 6, 2025, 11:03 AM IST

नई दिल्ली : हाल के दिनों में भारतीय खेल जगत में डोपिंग एक बढ़ता हुआ मुद्दा बन गया है और आंकड़े इस बात को दर्शाते हैं. WADA (विश्व डोपिंग निरोधक एजेंसी) द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 2022 में दुनिया में सबसे अधिक ड्रग धोखाधड़ी दर्ज की गई. जनवरी से दिसंबर 2022 तक भारत में कुल 3865 सैंपल का परीक्षण किया गया और उनमें से 125 डोपिंग के लिए पॉजिटिव पाए गए. रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि भारत एकमात्र ऐसा देश है जिसके 100 से अधिक पॉजिटिव सैंपल हैं.

भारत में डोपिंग एक बड़ी समस्या
साथ ही, WADA द्वारा किए गए एक अध्ययन में, डोपिंग में भारत की रिकॉर्डिंग अधिक चिंताजनक थी. नाबालिगों द्वारा पॉजिटिव डोपिंग मामलों की एक स्टडी में भारत को दूसरा सबसे खराब देश बताया गया. भारत के स्टार भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा से जब भारत में डोपिंग मुद्दे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने भारतीय खेल जगत में डोपिंग के बढ़ते चलन पर चिंता जताई.

नीरज चोपड़ा ने डोपिंग पर जताई चिंता
द लल्लनटॉप से ​​बात करते हुए भारत के गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा ने कहा, 'बिल्कुल, आजकल हमारे एथलीटों के बीच डोपिंग एक बड़ी समस्या है. मैं उन्हें बताना चाहूंगा कि एक बार डोपिंग उनके दिमाग में आ जाए तो भविष्य में यह मुश्किल हो जाएगा. वे उस स्तर पर नहीं खेल पाते. उन्हें लगता है कि डोपिंग से ही उनका प्रदर्शन बेहतर हो सकता है, लेकिन यह सच नहीं है. यह उनकी कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास है, कोच से उचित मार्गदर्शन ही उन्हें आगे ले जाएगा'.

सभी कोचों और एथलिटों से की खास अपील
उन्होंने आगे कहा, 'अच्छा खाओ, अच्छा आराम करो और कड़ी मेहनत करो. सब कुछ ठीक से करो. सच कहूं तो एक बार डोपिंग करने के बाद उनका डोप टेस्ट होता है और वे पकड़े जाते हैं. उन्हें 2-4 साल का प्रतिबंध लगता है. उसमें कोई जान नहीं होती. इसलिए अगर आप अच्छे स्तर पर खेलना चाहते हैं तो हमारे एथलीटों की मानसिकता बदलने की जरूरत है. मैं कोचों से अनुरोध करता हूं कि वे उन्हें यह न बताएं कि डोपिंग से उन्हें मदद मिलेगी और वे इससे दूर रहेंगे'.

बता दें कि, वाडा रिपोर्ट में उल्लिखित भारत के डोपिंग उल्लंघनों की संख्या रूस (85), संयुक्त राज्य अमेरिका (84), इटली (73) और फ्रांस (72) जैसे खेल देशों के रिकॉर्ड से अधिक है. चीन ने गिनती अवधि के दौरान सबसे अधिक सैंपल (17,357) का परीक्षण किया.

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नई दिल्ली : हाल के दिनों में भारतीय खेल जगत में डोपिंग एक बढ़ता हुआ मुद्दा बन गया है और आंकड़े इस बात को दर्शाते हैं. WADA (विश्व डोपिंग निरोधक एजेंसी) द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 2022 में दुनिया में सबसे अधिक ड्रग धोखाधड़ी दर्ज की गई. जनवरी से दिसंबर 2022 तक भारत में कुल 3865 सैंपल का परीक्षण किया गया और उनमें से 125 डोपिंग के लिए पॉजिटिव पाए गए. रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि भारत एकमात्र ऐसा देश है जिसके 100 से अधिक पॉजिटिव सैंपल हैं.

भारत में डोपिंग एक बड़ी समस्या
साथ ही, WADA द्वारा किए गए एक अध्ययन में, डोपिंग में भारत की रिकॉर्डिंग अधिक चिंताजनक थी. नाबालिगों द्वारा पॉजिटिव डोपिंग मामलों की एक स्टडी में भारत को दूसरा सबसे खराब देश बताया गया. भारत के स्टार भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा से जब भारत में डोपिंग मुद्दे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने भारतीय खेल जगत में डोपिंग के बढ़ते चलन पर चिंता जताई.

नीरज चोपड़ा ने डोपिंग पर जताई चिंता
द लल्लनटॉप से ​​बात करते हुए भारत के गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा ने कहा, 'बिल्कुल, आजकल हमारे एथलीटों के बीच डोपिंग एक बड़ी समस्या है. मैं उन्हें बताना चाहूंगा कि एक बार डोपिंग उनके दिमाग में आ जाए तो भविष्य में यह मुश्किल हो जाएगा. वे उस स्तर पर नहीं खेल पाते. उन्हें लगता है कि डोपिंग से ही उनका प्रदर्शन बेहतर हो सकता है, लेकिन यह सच नहीं है. यह उनकी कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास है, कोच से उचित मार्गदर्शन ही उन्हें आगे ले जाएगा'.

सभी कोचों और एथलिटों से की खास अपील
उन्होंने आगे कहा, 'अच्छा खाओ, अच्छा आराम करो और कड़ी मेहनत करो. सब कुछ ठीक से करो. सच कहूं तो एक बार डोपिंग करने के बाद उनका डोप टेस्ट होता है और वे पकड़े जाते हैं. उन्हें 2-4 साल का प्रतिबंध लगता है. उसमें कोई जान नहीं होती. इसलिए अगर आप अच्छे स्तर पर खेलना चाहते हैं तो हमारे एथलीटों की मानसिकता बदलने की जरूरत है. मैं कोचों से अनुरोध करता हूं कि वे उन्हें यह न बताएं कि डोपिंग से उन्हें मदद मिलेगी और वे इससे दूर रहेंगे'.

बता दें कि, वाडा रिपोर्ट में उल्लिखित भारत के डोपिंग उल्लंघनों की संख्या रूस (85), संयुक्त राज्य अमेरिका (84), इटली (73) और फ्रांस (72) जैसे खेल देशों के रिकॉर्ड से अधिक है. चीन ने गिनती अवधि के दौरान सबसे अधिक सैंपल (17,357) का परीक्षण किया.

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