उमरिया:बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब संदिग्ध हालत में 4 हाथियों की अचानक से मौत हो गई. ये सभी हाथी जंगली हाथी हैं. इतना ही नहीं झुंड में शामिल कई और हाथियों की हालत भी गंभीर बताई जा रही है. जैसे ही इस बात की जानकारी टाइगर रिजर्व को लगी मौके पर सारे आला अधिकारी पहुंच गए.
4 हाथियों की मौत से हड़कंप
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में अचानक ये सूचना मिली कि हाथियों का एक बड़ा झुंड घूम रहा है, जिसमें शामिल 8 हाथियों की अचानक तबीयत बिगड़ गई है. मौके पर ही 8 हाथी बेहोश होकर गिर गए हैं. हाथियों के गिरने की सूचना से ही वहां हड़कंप मच गया कि आखिर इन जंगली हाथियों को हुआ क्या है. इस सूचना क बाद बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से डॉक्टर का दल और आला अधिकारी मौके पर पहुंचे. जब इन हाथियों की जांच की गई तो जांच के बाद डॉक्टरों ने इनमें से 4 हाथियों को मृत घोषित कर दिया, वहीं 4 हाथियों की हालत गंभीर बताई जा रही है. इतना ही नहीं इस झुंड में शामिल 5 हाथियों की निगरानी भी वन अमला लगातार कर रहा है, क्योंकि इन 8 हाथियों के अलावा 5 हाथी और भी झुंड में शामिल थे कुल 13 हाथियों का दल था.
'कैसे मौत हुई, जांच का विषय'
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर पीके वर्माबताते हैं कि "इस टाइगर रिजर्व में टोटल 60 हाथी हैं और ये सभी हाथी अलग-अलग झुंड में घूमते रहते हैं, उनकी देखरेख के लिए रोजाना जंगल में गश्ती दल गश्त करता है और उनके लोकेशन का पता लगाता रहता है. मंगलवार को दोपहर करीब 12 से 1 बजे के बीच गश्ती दल ने सूचना दी की 8 जंगली हाथी जमीन पर पड़े हैं उनमें कोई मूवमेंट नहीं हो रहा है. इस पर आसपास के अलग-अलग रेंज के 5 रेंजर मौके पर तुरंत ही पहुंचे. बांधवगढ़ और कटनी जिले के बरही से 8 वेटरनरी डॉक्टर्स की टीम भी वहां तुरंत पहुंचाई गई."
डिप्टी डायरेक्टर पीके वर्माबताते हैं कि "सभी 8 हाथी 100 से 200 मीटर के एरिया में बेहोश पड़े थे. डॉक्टर्स का कहना है हो सकता है कि हाथियों ने किसी जहरीले या नशीले पदार्थ का सेवन किया हो, या फिर किसी ऐसी चीज का सेवन कर लिया हो जिससे डिहाइड्रेशन भी होने की संभावना बनी रहती है. फिलहाल ये अभी जांच के बाद ही पता लग पायेगा."