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4 जनवरी को अपनी दुनिया में शामिल होंगे घड़ियाल, मुरैना में मोहन यादव करेंगे ये काम - MORENA NATIONAL CHAMBAL SANCTUARY

मुरैना में मुख्यमंत्री मोहन यादव शनिवार को राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य पहुंचेंगे. डीआईजी, एएसपी, डीएसपी हेडक्वार्टर ने चंबल राजघाट का जायजा लिया.

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4 जनवरी को अपनी दुनिया में शामिल होंगे घड़ियाल (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jan 3, 2025, 10:32 PM IST

मुरैना: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 4 जनवरी यानि शनिवार को चंबल प्रवास पर रहेंगे. इस दौरान वे चंबल नदी में घड़ियालों को छोड़ेंगे. साथ ही वन्य जीव पर्यटन अभियान की शुरुआत करेंगे. मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर तैयारियां जारी है. शुक्रवार की शाम डीआईजी चंबल रेंज, एएसपी मुरैना और डीएसपी हेडक्वार्टर मुरैना सहित अन्य अधिकारीयों ने कार्यक्रम स्थल चंबल राजघाट स्थित चंबल सफारी का मौका मुआयना किया. इस दौरान फॉरेस्ट विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे.

अधिकारियों ने तैयारियों को लिया जायजा

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शनिवार को चंबल राजघाट पहुंचेंगे. यहां चंबल सफारी से घड़ियाल के 38 बच्चों को नदी में रिलीज कर वन्य जीव पर्यटन अभियान का शुभारंभ करेंगे. मुख्यमंत्री मोहन यादव का कहना है कि "वन्य जीव पर्यटन की दिशा में मध्य प्रदेश महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है. प्रकृति ने प्रदेश को कई वरदान दिए हैं. सघन वन, वृक्षों की विविधता के साथ-साथ वन्य-प्राणियों की विविधता भी मध्य प्रदेश में देखने को मिलती है. वनों और वन्य-प्राणियों से मध्य प्रदेश की एक अलग पहचान बनी है."

सीएम के आगमन की तैयारियों में जुटा प्रशासन (ETV Bharat)

सबसे ज्यादा चंबल नदी में पाए जाते हैं घड़ियाल

मध्य प्रदेश जनसंपर्क से मिली जानकारी के मुताबिक बाघ, तेंदुआ और घड़ियाल जैसे प्राणियों की सर्वाधिक संख्या वाला राज्य मध्य प्रदेश है. देश में ही नहीं पूरे विश्व में सर्वाधिक घड़ियाल चंबल नदी में पाए जाते हैं. अगर गिनती की जाए तो विश्व में लगभग तीन हजार घड़ियाल होंगे. इनमें से 85 प्रतिशत सिर्फ चंबल नदी में पाए जाते हैं. यही नहीं चम्बल में लुप्तप्राय घड़ियाल लाल मुकुट वाले, छत कछुआ और लुप्तप्राय गांगेय डॉल्फिन भी पाई जाती है.

मुख्यमंत्री घड़ियालों को चंबल में करेंगे रिलीज

बता दें कि मुरैना के देवरी घड़ियाल पालन केंद्र में घड़ियाल की अलग-अलग प्रजातियों के बच्चों का पालन किया जाता है. यहां घड़ियाल प्रजाति की वंश वृद्धि के लिए क्रत्रिम वातावरण तैयार किया जाता है. वर्ष 1975 से 1977 तक विश्व व्यापी नदियों के सर्वे के दौरान 200 घड़ियाल पाए गए थे, जिनमें से 46 घड़ियाल चंबल नदी में मिले थे. वर्तमान समय में सेंटर में बड़े हो चुके घड़ियालों को सीएम शनिवार को चंबल नदी में रिलीज करेंगे.

चप्पे-चप्पे पर तैनात होंगे जवान

मुख्यमंत्री के आगमन से पहले शुक्रवार की शाम डीआईजी चम्बल रेंज, एएसपी, डीएसपी हेडक्वार्टर मुरैना सहित अन्य अधिकारीयों ने कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर मौका मुआयना किया. इस दौरान वन विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे. डीएसपी हेडक्वार्टर विजय भदौरिया ने बताया कि "मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर मुरैना से चंबल राजघाट तक सुरक्षा के लिए 500 से 600 पुलिस जवान तैनात रहेंगे. चंबल राजघाट पर तैयारियों का जायजा लिया गया है."

मुरैना: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 4 जनवरी यानि शनिवार को चंबल प्रवास पर रहेंगे. इस दौरान वे चंबल नदी में घड़ियालों को छोड़ेंगे. साथ ही वन्य जीव पर्यटन अभियान की शुरुआत करेंगे. मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर तैयारियां जारी है. शुक्रवार की शाम डीआईजी चंबल रेंज, एएसपी मुरैना और डीएसपी हेडक्वार्टर मुरैना सहित अन्य अधिकारीयों ने कार्यक्रम स्थल चंबल राजघाट स्थित चंबल सफारी का मौका मुआयना किया. इस दौरान फॉरेस्ट विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे.

अधिकारियों ने तैयारियों को लिया जायजा

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शनिवार को चंबल राजघाट पहुंचेंगे. यहां चंबल सफारी से घड़ियाल के 38 बच्चों को नदी में रिलीज कर वन्य जीव पर्यटन अभियान का शुभारंभ करेंगे. मुख्यमंत्री मोहन यादव का कहना है कि "वन्य जीव पर्यटन की दिशा में मध्य प्रदेश महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है. प्रकृति ने प्रदेश को कई वरदान दिए हैं. सघन वन, वृक्षों की विविधता के साथ-साथ वन्य-प्राणियों की विविधता भी मध्य प्रदेश में देखने को मिलती है. वनों और वन्य-प्राणियों से मध्य प्रदेश की एक अलग पहचान बनी है."

सीएम के आगमन की तैयारियों में जुटा प्रशासन (ETV Bharat)

सबसे ज्यादा चंबल नदी में पाए जाते हैं घड़ियाल

मध्य प्रदेश जनसंपर्क से मिली जानकारी के मुताबिक बाघ, तेंदुआ और घड़ियाल जैसे प्राणियों की सर्वाधिक संख्या वाला राज्य मध्य प्रदेश है. देश में ही नहीं पूरे विश्व में सर्वाधिक घड़ियाल चंबल नदी में पाए जाते हैं. अगर गिनती की जाए तो विश्व में लगभग तीन हजार घड़ियाल होंगे. इनमें से 85 प्रतिशत सिर्फ चंबल नदी में पाए जाते हैं. यही नहीं चम्बल में लुप्तप्राय घड़ियाल लाल मुकुट वाले, छत कछुआ और लुप्तप्राय गांगेय डॉल्फिन भी पाई जाती है.

मुख्यमंत्री घड़ियालों को चंबल में करेंगे रिलीज

बता दें कि मुरैना के देवरी घड़ियाल पालन केंद्र में घड़ियाल की अलग-अलग प्रजातियों के बच्चों का पालन किया जाता है. यहां घड़ियाल प्रजाति की वंश वृद्धि के लिए क्रत्रिम वातावरण तैयार किया जाता है. वर्ष 1975 से 1977 तक विश्व व्यापी नदियों के सर्वे के दौरान 200 घड़ियाल पाए गए थे, जिनमें से 46 घड़ियाल चंबल नदी में मिले थे. वर्तमान समय में सेंटर में बड़े हो चुके घड़ियालों को सीएम शनिवार को चंबल नदी में रिलीज करेंगे.

चप्पे-चप्पे पर तैनात होंगे जवान

मुख्यमंत्री के आगमन से पहले शुक्रवार की शाम डीआईजी चम्बल रेंज, एएसपी, डीएसपी हेडक्वार्टर मुरैना सहित अन्य अधिकारीयों ने कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर मौका मुआयना किया. इस दौरान वन विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे. डीएसपी हेडक्वार्टर विजय भदौरिया ने बताया कि "मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर मुरैना से चंबल राजघाट तक सुरक्षा के लिए 500 से 600 पुलिस जवान तैनात रहेंगे. चंबल राजघाट पर तैयारियों का जायजा लिया गया है."

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