जबलपुर। देश में इस समय लोकतंत्र का सबसे बड़ा महाकुंभ चल रहा है. लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है. 19 अप्रैल को पहले चरण का चुनाव है. चुनाव के इस महाकुंभ में अब प्रत्याशियों, नेताओं और जनता के भी अलग-अलग रंग देखने मिलेंगे. ऐसा ही कुछ अलग नजारा एमपी के जबलपुर जिले में देखने मिला. जहां लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए एक महिला और पुरुष एक बड़ी घोड़ागाड़ी से कलेक्ट्रेट पहुंचे. इस घोड़ा गाड़ी पर स्टेनली लुइस और उनकी पत्नी शशि स्टेला लुइस बैठी हुई थीं. स्टेनली लुइस ने इस बार शशि स्टेला लुईस के लिए नामांकन दाखिल किया है. स्टेनली लुइस इसके पहले राष्ट्रपति चुनाव लड़ चुके हैं और कोहिनूर हीरे को वापस लाने के लिए लंबी कानूनी लड़ाई भी इन्होंने लड़ी थी. इसके साथ ही स्विस बैंक में जमा पैसे पर भी यह अपना दावा जाता चुके हैं. पढ़िए इस दंपति के अजीबोगरीब वादे...
निर्दलीय उम्मीदवार
लोकसभा चुनाव 2024 में उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल कर दिए हैं. इसमें मुख्य राजनीतिक दलों के अलावा कई निर्दलीय भी चुनाव मैदान में उतरे हैं. जबलपुर में ऐसे ही एक निर्दलीय प्रत्याशी शशि स्टेनली लुइस ने भी जबलपुर सांसद पद के लिए नामांकन दाखिल किया है.
कोहिनूर हीरे पर किया था दावा
शशि स्टेनली लुइस एक सामान्य ग्रहणी है. दरअसल, उनके पति स्टेनली लुइस अपने अजीबोगरीब कारनामों के लिए जबलपुर में मशहूर है. उन्होंने इसके पहले ब्रिटेन से कोहिनूर हीरे को वापस लाने के लिए मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में जनहित याचिका लगाई थी. लंदन तक नोटिस भेजे थे और यह दावा किया था कि यह कोहिनूर हीरा उनके वंशजों का है. इसलिए उन्हें वापस किया जाए. वही स्टेनली लुइस स्विट्जरलैंड में स्विस बैंक में जमा काले धन को वापस मांगने के लिए भी पत्र व्यवहार कर चुके हैं. यहां पर भी उन्होंने स्विट्जरलैंड के गवर्नर को चिट्टी लिखी थी कि स्विस बैंक में जो काला धन जमा है. उसे उन्हें दिया जाए, यह उनका ही धन है. हालांकि दोनों ही मामलों में उन्हें सफलता नहीं मिली, लेकिन अपने तरीके से उन्हें इन दोनों ही बड़े मामलों को उठाया था.
राष्ट्रपति चुनाव के लिए भरा था पर्चा
इसके पहले स्टेनली लुइस राष्ट्रपति चुनाव के लिए भी फॉर्म भर चुके हैं. उस समय उन्होंने दावा किया था कि वह देश के हर परिवार को हेलीकॉप्टर देंगे. जब उनसे पूछा गया था कि यह हेलीकॉप्टर कहां से आएगा, तो उन्होंने कहा यह एक राजनीतिक वादा है, जरूरी नहीं है कि राजनीतिक पार्टियों जो वादे करती हैं. वह पूरे भी करें. जब बाकी दल पूरा नहीं कर रहे हैं, तो वह भी पूरा नहीं करेंगे, लेकिन यह वादा कर रहे हैं कि हर आदमी को हेलीकॉप्टर देंगे.