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हज यात्रा पर बच्चे ले जाने पर पाबंदी, वीजा नियम भी सख्त, जानें क्यों कड़े कदम उठा रहा सऊदी अरब - BAN ON CHILDREN

सऊदी अरब इस साल हज पर बच्चों को जाने की अनुमति नहीं देगा. साथ ही वीजा नीति में भी बदलाव किया है.

hajj 2025
हज के दौरान बच्चे ले जाने पर पाबंदी (IANS)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Feb 11, 2025, 8:38 PM IST

नई दिल्ली: जून 2025 में होने वाले हज से पहले सऊदी अरब ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कई सख्त नियमों की घोषणा की है. देश ने इस साल हज पर बच्चों को ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसके अलावा, इसने सख्त वीजा नियम, बेहतर सुरक्षा उपाय और एडवांस बुनियादी ढांचे को भी लागू किया है.

ऐसे में सवाल उठ रहा है कि सऊदी द्वारा उठाए जा रहे इन सख्त कदमों के पीछे की वजह किया है. बता दें कि सऊदी अरब के हज और उमरा मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि यह फैसला हर साल बढ़ती भीड़ को लेकर ये फैसला लिया गया है.

बच्चों पर प्रतिबंध
सऊदी अरब ने पुष्टि की है कि इस साल हज पर बच्चों को जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. सऊदी हज और उमराह मंत्रालय ने कहा कि हर साल भीड़भाड़ से जुड़े संभावित खतरों से बच्चों को बचाने की आवश्यकता है. मंत्रालय ने कहा, "यह कदम बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और हज यात्रा के दौरान किसी भी संभावित नुकसान को कम करने के लिए उठाया गया है."

सख्त वीजा नियम
बच्चों पर प्रतिबंध के साथ-साथ सऊदी अरब ने अपनी वीजा नीति में भी बदलाव किया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकार ने पर्यटन, व्यवसाय और परिवार के दौरे के लिए निर्दिष्ट देशों से एक साल का मल्टी-एंट्री वीजा को अनिश्चित काल के लिए सस्पेंड कर दिया है. 1 फरवरी से भारत सहित 14 देशों के नागरिक केवल सिंगल-एंट्री वीजा के लिए पात्र हो सकते हैं, जो 30 दिनों के लिए वैध है.

ये नियम अल्जीरिया, बांग्लादेश, मिस्र, इथियोपिया, भारत, इंडोनेशिया, इराक, जॉर्डन, मोरक्को, नाइजीरिया, पाकिस्तान, सूडान, ट्यूनीशिया और यमन से आने वाले लोगों को प्रभावित करेंगे.

इस कदम का उद्देश्य अनधिकृत हज यात्रा करने की प्रथा पर अंकुश लगाना है, जो भीड़भाड़ का कारण बनती है. अतीत में, सऊदी अरब के लिए मल्टी-एंट्री वीजा वाले कई लोग बिना रजिस्ट्रेशन के हज में भाग लेते थे. नए वीजा नियम के तहत, तीर्थयात्रियों को अब पवित्र स्थल तक पहुंचने के लिए अधिक जटिल और महंगी प्रक्रिया से गुजरना होगा.

नया पेमेंट सिस्टम
हज 2025 सत्र के लिए रजिस्ट्रेशन आधिकारिक तौर पर शुरू हो गया है. सऊदी नागरिक और निवासी नुसुक ऐप या आधिकारिक ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से पंजीकरण कर सकते हैं. नए नियमों के अनुसार, आवेदकों को अपनी जानकारी वेरिफाई करनी होगी और उनके साथ यात्रा करने वाले किसी भी साथी को पंजीकृत करना होगा.

मंत्रालय ने नुसुक ऐप पर हज पैकेज की बिक्री शुरू होने से पहले तैयारियों के महत्व पर भी जोर दिया. इसके अलावा मंत्रालय ने घरेलू तीर्थयात्रियों के लिए एक नया किस्त-बेस्ड पेमेंट ऑप्शन पेश किया है. तीर्थयात्री अब हज पैकेज के लिए तीन किस्तों में भुगतान कर सकते हैं.मंत्रालय ने कहा है कि अंतिम भुगतान प्राप्त होने तक आरक्षण की पुष्टि नहीं की जाएगी.

तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को और बेहतर बनाने के लिए, सऊदी मंत्रालय ने कई उपाय शुरू किए हैं, जैसे सुरक्षा जागरूकता अभियान, पवित्र क्षेत्रों में तीर्थयात्रियों की आवाजाही को सुचारू बनाने के लिए मॉडर्न इंटेलिजेंट सिस्टम, और एडवांस तम्बू शिविर और पैदल मार्ग जैसे एडवांस बुनियादी ढांचे.

हज में भीड़भाड़
2025 का हज, चांद दिखने के आधार पर 4-6 जून तक होने की उम्मीद है. मक्का की तीर्थयात्रा इस्लाम में उन लोगों के लिए एक अनिवार्य धार्मिक कर्तव्य है जो अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार इसे करने में शारीरिक और आर्थिक रूप से सक्षम हैं. सऊदी अरब प्रत्येक देश को स्पेसिफिक कोटा आवंटित करता है.

गौरतलब है कि अनधिकृत तीर्थयात्राएं महत्वपूर्ण पवित्र स्थानों पर भीड़भाड़ और अत्यधिक गर्मी को बढ़ाती हैं, जिससे तीर्थयात्रियों की आवाजाही को नियंत्रित करना और उनकी सुरक्षा की गारंटी देना अधिक चुनौतीपूर्ण हो जाता है. 2024 में अत्यधिक गर्मी और भीड़भाड़ के कारण 1,200 से अधिक तीर्थयात्रियों की मृत्यु हो गई थी. अधिकारियों का मानना ​​​​था कि अपंजीकृत तीर्थयात्रियों की एक बड़ी संख्या ने संकट में योगदान दिया.

सऊदी हज अधिकारियों के अनुसार, 2024 में 1.83 मिलियन से अधिक मुसलमानों ने हज किया, जिसमें 22 देशों से 1.6 मिलियन से अधिक और लगभग 222,000 सऊदी नागरिक और निवासी शामिल थे.

बता दें कि हज के दौरान भीड़भाड़ भी काफी आम है.एसोसिएटेड प्रेस की गणना के अनुसार, 2015 में मीना में हज के दौरान भगदड़ में 2,400 से अधिक तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी, जो तीर्थयात्रा में अब तक की सबसे घातक घटना थी. हज के दौरान दूसरी सबसे घातक घटना 1990 में हुई भगदड़ थी, जिसमें 1,426 लोग मारे गए थे.

यह भी पढ़ें- भारतीयों को निर्वासित करने के मामले पर बोला अमेरिका, 'हमने कानून के तहत किया ये काम'

नई दिल्ली: जून 2025 में होने वाले हज से पहले सऊदी अरब ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कई सख्त नियमों की घोषणा की है. देश ने इस साल हज पर बच्चों को ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसके अलावा, इसने सख्त वीजा नियम, बेहतर सुरक्षा उपाय और एडवांस बुनियादी ढांचे को भी लागू किया है.

ऐसे में सवाल उठ रहा है कि सऊदी द्वारा उठाए जा रहे इन सख्त कदमों के पीछे की वजह किया है. बता दें कि सऊदी अरब के हज और उमरा मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि यह फैसला हर साल बढ़ती भीड़ को लेकर ये फैसला लिया गया है.

बच्चों पर प्रतिबंध
सऊदी अरब ने पुष्टि की है कि इस साल हज पर बच्चों को जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. सऊदी हज और उमराह मंत्रालय ने कहा कि हर साल भीड़भाड़ से जुड़े संभावित खतरों से बच्चों को बचाने की आवश्यकता है. मंत्रालय ने कहा, "यह कदम बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और हज यात्रा के दौरान किसी भी संभावित नुकसान को कम करने के लिए उठाया गया है."

सख्त वीजा नियम
बच्चों पर प्रतिबंध के साथ-साथ सऊदी अरब ने अपनी वीजा नीति में भी बदलाव किया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकार ने पर्यटन, व्यवसाय और परिवार के दौरे के लिए निर्दिष्ट देशों से एक साल का मल्टी-एंट्री वीजा को अनिश्चित काल के लिए सस्पेंड कर दिया है. 1 फरवरी से भारत सहित 14 देशों के नागरिक केवल सिंगल-एंट्री वीजा के लिए पात्र हो सकते हैं, जो 30 दिनों के लिए वैध है.

ये नियम अल्जीरिया, बांग्लादेश, मिस्र, इथियोपिया, भारत, इंडोनेशिया, इराक, जॉर्डन, मोरक्को, नाइजीरिया, पाकिस्तान, सूडान, ट्यूनीशिया और यमन से आने वाले लोगों को प्रभावित करेंगे.

इस कदम का उद्देश्य अनधिकृत हज यात्रा करने की प्रथा पर अंकुश लगाना है, जो भीड़भाड़ का कारण बनती है. अतीत में, सऊदी अरब के लिए मल्टी-एंट्री वीजा वाले कई लोग बिना रजिस्ट्रेशन के हज में भाग लेते थे. नए वीजा नियम के तहत, तीर्थयात्रियों को अब पवित्र स्थल तक पहुंचने के लिए अधिक जटिल और महंगी प्रक्रिया से गुजरना होगा.

नया पेमेंट सिस्टम
हज 2025 सत्र के लिए रजिस्ट्रेशन आधिकारिक तौर पर शुरू हो गया है. सऊदी नागरिक और निवासी नुसुक ऐप या आधिकारिक ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से पंजीकरण कर सकते हैं. नए नियमों के अनुसार, आवेदकों को अपनी जानकारी वेरिफाई करनी होगी और उनके साथ यात्रा करने वाले किसी भी साथी को पंजीकृत करना होगा.

मंत्रालय ने नुसुक ऐप पर हज पैकेज की बिक्री शुरू होने से पहले तैयारियों के महत्व पर भी जोर दिया. इसके अलावा मंत्रालय ने घरेलू तीर्थयात्रियों के लिए एक नया किस्त-बेस्ड पेमेंट ऑप्शन पेश किया है. तीर्थयात्री अब हज पैकेज के लिए तीन किस्तों में भुगतान कर सकते हैं.मंत्रालय ने कहा है कि अंतिम भुगतान प्राप्त होने तक आरक्षण की पुष्टि नहीं की जाएगी.

तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को और बेहतर बनाने के लिए, सऊदी मंत्रालय ने कई उपाय शुरू किए हैं, जैसे सुरक्षा जागरूकता अभियान, पवित्र क्षेत्रों में तीर्थयात्रियों की आवाजाही को सुचारू बनाने के लिए मॉडर्न इंटेलिजेंट सिस्टम, और एडवांस तम्बू शिविर और पैदल मार्ग जैसे एडवांस बुनियादी ढांचे.

हज में भीड़भाड़
2025 का हज, चांद दिखने के आधार पर 4-6 जून तक होने की उम्मीद है. मक्का की तीर्थयात्रा इस्लाम में उन लोगों के लिए एक अनिवार्य धार्मिक कर्तव्य है जो अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार इसे करने में शारीरिक और आर्थिक रूप से सक्षम हैं. सऊदी अरब प्रत्येक देश को स्पेसिफिक कोटा आवंटित करता है.

गौरतलब है कि अनधिकृत तीर्थयात्राएं महत्वपूर्ण पवित्र स्थानों पर भीड़भाड़ और अत्यधिक गर्मी को बढ़ाती हैं, जिससे तीर्थयात्रियों की आवाजाही को नियंत्रित करना और उनकी सुरक्षा की गारंटी देना अधिक चुनौतीपूर्ण हो जाता है. 2024 में अत्यधिक गर्मी और भीड़भाड़ के कारण 1,200 से अधिक तीर्थयात्रियों की मृत्यु हो गई थी. अधिकारियों का मानना ​​​​था कि अपंजीकृत तीर्थयात्रियों की एक बड़ी संख्या ने संकट में योगदान दिया.

सऊदी हज अधिकारियों के अनुसार, 2024 में 1.83 मिलियन से अधिक मुसलमानों ने हज किया, जिसमें 22 देशों से 1.6 मिलियन से अधिक और लगभग 222,000 सऊदी नागरिक और निवासी शामिल थे.

बता दें कि हज के दौरान भीड़भाड़ भी काफी आम है.एसोसिएटेड प्रेस की गणना के अनुसार, 2015 में मीना में हज के दौरान भगदड़ में 2,400 से अधिक तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी, जो तीर्थयात्रा में अब तक की सबसे घातक घटना थी. हज के दौरान दूसरी सबसे घातक घटना 1990 में हुई भगदड़ थी, जिसमें 1,426 लोग मारे गए थे.

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