Swachhta Competition : केंद्र सरकार देश के सबसे स्वच्छ शहरों के बीच कॉम्पिटीशन कराने जा रही है, जिसमें मध्य प्रदेश का इंदौर शहर भी शामिल होगा. देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर का कॉम्पिटीशन सूरत (गुजरात) और नवी मुंबई (महाराष्ट्र) से होगा. दरअसल, आवास व शहरी मामलों के केंद्रीय मंत्री एमएल. खट्टर ने रविवार को बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत टॉप पर रहने वाले शहरों के लिए एक अलग कैटेगरी बनाकर इनके बीच प्रतिस्पर्धा कराई जाएगी.
टॉप-3 स्वच्छ शहरों का अलग ग्रुप
रविवार को केंद्रीय मंत्री ने भोपाल में पत्रकारों से कहा, ''स्वच्छता में रहने वाले टॉप-3 शहरों को एक अलग ग्रुप में रखा जाएगा और वे एक-दूसरे के साथ प्रतिस्पर्धा करेंगे. टॉप-3 का चुनाव भी चार विभिन्न श्रेणियों से किया जाएगा. खराब परफॉर्मेंस वाले शहरों को दो साल बाद इससे हटा दिया जाएगा और उसे बाकी शहरों के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए कहा जाएगा.''
स्वच्छ भारत मिशन के रैंकिंग को लेकर हम एक नई योजना पर कार्य कर रहे हैं.. pic.twitter.com/SedQz9yRqF
— Manohar Lal (@mlkhattar) February 9, 2025
इंदौर सात बार लगातार नंबर वन
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने स्वच्छता सर्वेक्षण में सबसे स्वच्छ शहर के रूप में इंदौर के लगातार टॉप पर रहने का जिक्र करते हुए मजाकिया अंदाज में कहा कि दूसरे शहरों को अक्सर शिकायत रहती है कि उन्हें टॉप पर आने का मौका नहीं मिलता. गौरतलब है कि इंदौर को लगातार सात बार भारत के सबसे स्वच्छ शहरों में नंबर वन पर रहा है. इंदौर के साथ संयुक्त रूप से सूरत और फिर नवी मुंबई का नाम आता है.
![SWACHHTA SURVEKSHAN 2025 NEW RULES](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/10-02-2025/23510221_swa-14.jpg)
इंदौर का सूरत और नवी मुंबई से मुकाबला, तैयारियां जोरों पर
इस वर्ष स्वच्छता सर्वेक्षण 2024-25 में इंदौर का सीधा मुकाबला सूरत और नवी मुंबई से होने जा रहा है. इसके लिए बनाए गए अलग ग्रुप में इंदौर शामिल हो चुका है. इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने बताया, '' स्वच्छता के लिए बेहतर से बेहतर प्रदर्शन करने वाले वार्डों और उनके पार्षदों को नगर निगम इंदौर द्वारा सम्मानित किया जाएगा. हमें पूरी उम्मीद है कि आठवीं बार भी इंदौर स्वच्छता के मामले में देश में पहला स्थान प्राप्त करेगा.''
केंद्र सरकार ने जारी की टूलकिट, इसके आधार पर होगा फैसला
इस वर्ष केंद्रीय आवास व शहरी मंत्रालय द्वारा स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए टूलकिट भी जारी की गई. टॉप ग्रप में शामिल शहरों को अब नए स्तर के स्वच्छता मापदंडों के आधार पर आंका जाएगा. इसके अलावा आबादी की पांच श्रेणी के हिसाब से शहरों को अलग-अलग भी रखा गया है. इस शहरों के लिए स्वच्छता का पैमाना बाकी शहरों से अलग होगा. केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बताया कि हर वर्ष स्वच्छता के मापदंड बदले जाते हैं.
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