रोहित कुमार सोनी, देहरादून:उत्तराखंड को आयुष प्रदेश बनने पर जोर दिया जा रहा है. सरकार जहां एक ओर आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए अनुसंधान पर जोर दे रही है तो वहीं दूसरी ओर सभी जिलों में आयुष अस्पताल के साथ ही आयुष ग्राम बनाने की कवायद की जा रही है. इसी कड़ी में पहली बार उत्तराखंड में विश्व आयुर्वेद सम्मेलन एवं आरोग्य एक्सपो 2024 आयोजित किया जा रहा है. जिससे उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में आयुर्वेद पद्धति का देश दुनिया में प्रचार प्रसार होगा. सम्मेलन में देश-विदेश से हजारों डेलिगेट्स प्रतिभाग कर रहे हैं. जिसमें पतंजलि आयुर्वेद के एमडी आचार्य बालकृष्ण भी सम्मेलन में शामिल हुए.
देवों और जड़ी बूटियां की भूमि है उत्तराखंड: वहीं, ईटीवी भारत से पतंजलि योगपीठ के अध्यक्ष आचार्य बालकृष्ण ने खास बातचीत की. बातचीत के दौरान आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि उत्तराखंड देवों की भूमि और जड़ी बूटियां की भूमि है. इसको आयुष प्रांत बनाने का एक प्रयास शुरू हुआ है. हालांकि, उत्तराखंड को आयुष प्रांत बनाने के लिए यह सम्मेलन एक उपयोग की प्रयास हो सकता है, लेकिन इसको गति देते हुए देश दुनिया से आए लोगों को उत्तराखंड से जोड़ना, प्रदेश की संस्कृति और जड़ी बूटियों के साथ ही प्रकृति से जोड़ने की जरूरत है. यह एक बड़ा अवसर है, ऐसे में अगर सभी लोग मिलकर प्रयास करें तो एक बड़े अवसर के परिणाम में पहुंचा सकते हैं.