जयपुर : हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता की ओर से अजमेर दरगाह को लेकर लगाई गई याचिका पर सियासत गरमा चुकी है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी में एक पोस्ट करते हुए कहा कि ख्वाजा चिश्ती भारतीय मुस्लिमों के लिए आज भी एक मार्गदर्शक हैं. उनकी दरगाह संभवतः मुसलमानों के लिए सबसे अधिक देखे जाने वाले आध्यात्मिक स्थलों में से एक है. अपनी पोस्ट में ओवैसी ने केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलात के मंत्री किरण रिजिजू को टैग करते हुए पूछा कि अल्पसंख्यक मंत्रालय का इस मुद्दे पर क्या रुख है?
ओवैसी ने पूछा कि क्या आप दरगाह ख्वाजा साहिब अधिनियम 1955 और 1991 के पूजा स्थलों के अधिनियम के साथ खड़े रहेंगे? क्या आप इन कानूनों को लागू करेंगे? 1955 के अधिनियम के तहत एक 'लोक सेवक' मोदी सरकार के वक्फ विधेयक की सराहना कर रहा है इस मुकदमे पर उनका क्या रुख है? उन्होंने कहा कि वक्फ विधेयक हमारे पूजा स्थलों को अतिक्रमण और अपवित्रीकरण के लिए असुरक्षित बना देगा.
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प्रताप सिंह ने पूछे तीखे सवाल :कांग्रेस नेता प्रताप सिंह खाचरियावास ने आरोप लगाया कि राजस्थान में लोकसभा की 11 सीटें हारने के बाद से ही भाजपा के नेता लगातार साजिश कर रहे हैं. बीजेपी को हरियाणा और कश्मीर में होने वाले चुनाव में अपनी हार नजर आ रही है. यही कारण है कि भाजपा पूरे देश में सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिश कर रही है. पूर्व मंत्री ने हिंदू सेना पर भी सवाल खड़े किए. उन्होंने आरोप लगाया कि महंगाई, गरीबी और बेरोजगारी जैसे मूल मसलों से ध्यान भटकाने के लिए भाजपा की शह पर इस तरह के लोग साजिश कर रहे हैं. डबल इंजन की सरकार पूरी तरह विफल हो चुकी है.