जोधपुर : देश के कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री भागीरथ चौधरी ने कहा कि आंदोलन करने वाले किसानों से बात करने के लिए हम तैयार हैं. वो आएं तो सही, नहीं तो हमें बुला लें. हम तैयार हैं, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है, केवल राजनीति हो रही है. चौधरी ने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में किसान कल्याण के लिए जितना काम हुआ है, उतना अगर पिछली सरकारों ने किया होता तो किसानों का आज यह हाल नहीं होता.
चौधरी शुक्रवार को जोधपुर में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शिक्षक महासंघ के प्रदेश अधिवेशन में बतौर अतिथि शामिल होने जोधपुर आए थे. यहां मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी सरकार किसान कल्याण को लेकर सजग है. इन 10 सालों में कितनी फसलों की एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) बढ़ाई गई है, जिसका सीधा फायदा किसानों को हुआ है. चौधरी ने बताया कि 10 साल पहले बाजरे की एमएसपी 1425 रुपए थी, जो अब बढ़कर 2600 रुपए हो गई है. अगर पहले भी ऐसा काम होता, तो किसानों के हालात बहुत अच्छे होते.
विपक्ष पर निशाना साधते हुए चौधरी ने कहा कि जो आज आंदोलन की बात कर रहे हैं, उन्होंने पहले कुछ क्यों नहीं किया ? केवल नारे दिए. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने तो हर जिंस में एमएसपी बढ़ाई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि किसान सशक्त और खुशहाल बनें.
मेकॉले की शिक्षा ने किया नुकसान: केंद्रीय राज्यमंत्री चौधरी ने कहा कि मेकॉले की शिक्षा नीति ने देश को नुकसान पहुंचाया है. हमारे महापुरुषों को भुला दिया गया. नालंदा और तक्षशिला इसके उदाहरण थे, जिनकी शिक्षा की ख्याति दूर-दूर तक फैली थी, लेकिन उनकी बातों को हटा दिया गया. अब देश में नई शिक्षा नीति को तेजी से लागू किया जा रहा है. शिक्षा को रोजगार का माध्यम बनाने के प्रयास हो रहे हैं.