देहरादूनः विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों ने सदन में कई सवाल उठाए, जिसमें बागेश्वर विधायक चंदन राम दास ने सदन के भीतर प्रदेश में बंद हो रहे आईटीआई संस्थानों का मुद्दा उठाया. रामदास ने बताया कि प्रदेश में करीब 38 आईटीआई इंस्टीट्यूट बंद होने की कगार पर हैं, जहां एक तरफ कौशल विकास योजना के तहत युवाओं को प्रशिक्षण देकर रोजगार देने की बात कही जा रही है, तो वहीं दूसरी ओर पुराने आईटीआई बंद हो रहे हैं.
सदन के बाहर विधायक चंदन राम दास ने बताया कि सवाल उठाने का मकसद यह था कि जहां बच्चे हैं, इंस्टीट्यूट के लिए भूमि और भवन उपलब्ध है, वहां तत्काल आईटीआई को चलाया जाए. जिस पर कौशल विकास मंत्री हरक सिंह रावत ने सदन के भीतर जवाब दिया कि प्रदेश में कोई भी आईटीआई बंद नहीं होगा और प्रदेश के 95 ब्लॉकों में 176 आईटीआई खुले हैं, लेकिन कुछ जगह पर भूमि उपलब्ध न होने की वजह से थोड़ी दिक्कत जरूर हो रही है, जिसमें अल्मोड़ा की नैनी आईटीआई भी शामिल है.
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जिसके बाद विधायक चंदन राम दास ने कहा कि जिन आईटीआई में बच्चे भी हैं और जहां भूमि उपलब्ध है, उनमें तत्काल नए ट्रेड खोलकर एडमिशन की शुरुआत की जाए ताकि आईटीआई को लेकर जनता में जो आक्रोश है वह समाप्त हो सके. साथ ही विधायक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन है कि कौशल विकास योजना के माध्यम से युवाओं को रोजगार दें, यह तभी संभव है जब युवाओं को आईटीआई के माध्यम से प्रशिक्षण मिले.