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शीतकालीन सत्रः बंद हो रहे ITI का मुद्दा उठा, नए ट्रेड के साथ एडमिशन शुरू करने की मांग - उत्तराखंड विधानसभा में आईटीआई संस्थानों का मुद्दा

उत्तराखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र में सत्ता पक्ष के विधायक चंदन राम दास ने राज्य में बंद होते आईटीआई इंस्टीट्यूट को लेकर आवाज बुलंद की.

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Published : Dec 5, 2019, 9:47 AM IST

देहरादूनः विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों ने सदन में कई सवाल उठाए, जिसमें बागेश्वर विधायक चंदन राम दास ने सदन के भीतर प्रदेश में बंद हो रहे आईटीआई संस्थानों का मुद्दा उठाया. रामदास ने बताया कि प्रदेश में करीब 38 आईटीआई इंस्टीट्यूट बंद होने की कगार पर हैं, जहां एक तरफ कौशल विकास योजना के तहत युवाओं को प्रशिक्षण देकर रोजगार देने की बात कही जा रही है, तो वहीं दूसरी ओर पुराने आईटीआई बंद हो रहे हैं.

सदन के बाहर विधायक चंदन राम दास ने बताया कि सवाल उठाने का मकसद यह था कि जहां बच्चे हैं, इंस्टीट्यूट के लिए भूमि और भवन उपलब्ध है, वहां तत्काल आईटीआई को चलाया जाए. जिस पर कौशल विकास मंत्री हरक सिंह रावत ने सदन के भीतर जवाब दिया कि प्रदेश में कोई भी आईटीआई बंद नहीं होगा और प्रदेश के 95 ब्लॉकों में 176 आईटीआई खुले हैं, लेकिन कुछ जगह पर भूमि उपलब्ध न होने की वजह से थोड़ी दिक्कत जरूर हो रही है, जिसमें अल्मोड़ा की नैनी आईटीआई भी शामिल है.

सत्तापक्ष के MLA का सरकार पर हमला.

यह भी पढ़ेंः उत्तराखंड में आज भी जारी रहेगी बादलों की लुका-छुपी, कोहरे की जद में कई इलाके

जिसके बाद विधायक चंदन राम दास ने कहा कि जिन आईटीआई में बच्चे भी हैं और जहां भूमि उपलब्ध है, उनमें तत्काल नए ट्रेड खोलकर एडमिशन की शुरुआत की जाए ताकि आईटीआई को लेकर जनता में जो आक्रोश है वह समाप्त हो सके. साथ ही विधायक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन है कि कौशल विकास योजना के माध्यम से युवाओं को रोजगार दें, यह तभी संभव है जब युवाओं को आईटीआई के माध्यम से प्रशिक्षण मिले.

देहरादूनः विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों ने सदन में कई सवाल उठाए, जिसमें बागेश्वर विधायक चंदन राम दास ने सदन के भीतर प्रदेश में बंद हो रहे आईटीआई संस्थानों का मुद्दा उठाया. रामदास ने बताया कि प्रदेश में करीब 38 आईटीआई इंस्टीट्यूट बंद होने की कगार पर हैं, जहां एक तरफ कौशल विकास योजना के तहत युवाओं को प्रशिक्षण देकर रोजगार देने की बात कही जा रही है, तो वहीं दूसरी ओर पुराने आईटीआई बंद हो रहे हैं.

सदन के बाहर विधायक चंदन राम दास ने बताया कि सवाल उठाने का मकसद यह था कि जहां बच्चे हैं, इंस्टीट्यूट के लिए भूमि और भवन उपलब्ध है, वहां तत्काल आईटीआई को चलाया जाए. जिस पर कौशल विकास मंत्री हरक सिंह रावत ने सदन के भीतर जवाब दिया कि प्रदेश में कोई भी आईटीआई बंद नहीं होगा और प्रदेश के 95 ब्लॉकों में 176 आईटीआई खुले हैं, लेकिन कुछ जगह पर भूमि उपलब्ध न होने की वजह से थोड़ी दिक्कत जरूर हो रही है, जिसमें अल्मोड़ा की नैनी आईटीआई भी शामिल है.

सत्तापक्ष के MLA का सरकार पर हमला.

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जिसके बाद विधायक चंदन राम दास ने कहा कि जिन आईटीआई में बच्चे भी हैं और जहां भूमि उपलब्ध है, उनमें तत्काल नए ट्रेड खोलकर एडमिशन की शुरुआत की जाए ताकि आईटीआई को लेकर जनता में जो आक्रोश है वह समाप्त हो सके. साथ ही विधायक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन है कि कौशल विकास योजना के माध्यम से युवाओं को रोजगार दें, यह तभी संभव है जब युवाओं को आईटीआई के माध्यम से प्रशिक्षण मिले.

Intro:नोट - फीड ftp से भेजी गयी है.... uk_deh_05_iti_institute_vis_7205803 विधानसभा सत्र के पहले ही दिन सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों ने सदन में कई सवाल उठाये, जिसमें से बागेश्वर विधायक चंदन राम दास ने सदन के भीतर प्रदेश में बंद हो रहे आईटीआई संस्थानों का मुद्दा उठाया। वही चंद्र रामदास ने बताया कि प्रदेश में करीब 38 आईटीआई इंस्टिट्यूट बंद होने के कगार पर है जहां एक तरफ कौशल विकास योजना के तहत युवाओं को प्रशिक्षण देकर रोजगार देने की बात कर रहे हैं तो वही दूसरी ओर पुरानी आईटीआई बंद हो रही है। 


Body:सदन के बाहर विधायक चंदन राम दास ने बताया कि सदन में सवाल उठाने का मकसद यह था कि जहां बच्चे हैं, इंस्टिट्यूट के लिए भूमि और भवन उपलब्ध हैं। वहां तत्काल आईटीआई को चलाया जाए। जिस पर कौशल विकास मंत्री हरक सिंह रावत ने सदन में भीतर जवाब दिया कि प्रदेश में कोई भी आईटीआई बंद नहीं होंगे।और प्रदेश के 95 ब्लॉकों में 176 आईटीआई खुले है। लेकिन कुछ जगह पर भूमि उपलब्ध ना होने की वजह से थोड़ी दिक्कत जरूर हो रही है, जिसमें अल्मोड़ा की नैनी आईटीआई भी शामिल है। जिसके बाद विधायक चंदन राम दास ने बताया कि एक तरफ आईटीआई में नए ट्रेड नहीं खुल रहे हैं और ना ही एडमिशन हो रहे हैं और तमाम आईटीआई बंद होने के कगार पर हैं। बावजूद इसके कौशल विकास मंत्री हरक सिंह रावत सदन के भीतर प्रदेश के आईटीआई बंद नही होंगे, इसका आश्वासन दे रहे हैं। इसके साथ ही विधायक ने कौशल विकास मंत्री से मांग किया कि जिन आईटीआई में बच्चे भी हैं और जहां भूमि उपलब्ध है उनमें तत्काल नए ट्रैड खोलकर एडमिशन की शुरुआत की जाए ताकि आईटीआई को लेकर जनता में जो आक्रोश है वह समाप्त हो सके। साथ ही विधायक ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जो विजन है कि कौशल विकास योजना के माध्यम से युवाओं को रोजगार दे, यह तभी संभव है जब युवाओं को आईटीआई के माध्यम से प्रशिक्षण दें। बाइट - चंदन राम दास, विधायक


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