कोटा. राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय कोटा के राजीव गांधी सेंटर फॉर एडवांस्ड टेक्नोलॉजी के साथ हुए एमओयू के तहत खुलने वाले आरसीएटी सेंटर में टेक्निकल स्टडी कर चुके स्टूडेंट्स को ट्रेनिंग देकर कौशल विकास किया जाएगा. इससे उनके प्लेसमेंट में मदद मिलेगी. साथ ही स्टूडेंट्स को रिसर्च का मौका भी इस केंद्र पर मिलेगा.
राजस्थान में 5 नए आरसीएटी केंद्र - आरटीयू के कुलपति प्रोफेसर एसके सिंह ने बताया कि जयपुर में चल रहे रोजगार मेले में सीएम अशोक गहलोत की मौजूदगी में यह एमओयू किया गया है. इसमें राजस्थान सरकार की बजट घोषणा के अनुरूप प्रदेश के शैक्षणिक संस्थानों में 5 नए आरसीएटी केंद्रों की स्थापित करने हैं. इसका एक केंद्र आरटीयू में स्थापित किया जा रहा है. यह सेंटर बौद्धिक संपदा अनुभाग के अधीन संचालित किया जाएगा. आरसीएटी में रजिस्टर्ड स्टूडेंट को आरटीयू की लैबोरेट्री, वर्कशॉप प्रयोगशालाएं व औद्योगिक स्थल उपलब्ध कराएगा. इसके लिए कुछ औद्योगिक इकाइयों के साथ भी अनुबंध किया जा सकेगा. साथ ही अपने स्टार्टअप्स के साथ शुरुआत करने वाले राजस्थान के तकनीकी ग्रेजुएट्स को भी इसके जरिए मदद दिलाई जाएगी.
एआई से साइबर सिक्योरिटी की ट्रेनिंग - कुलपति प्रो. सिंह के अनुसार इस प्रशिक्षण के जरिए आईटी के वर्तमान युग में सर्वाधिक जिन तकनीक के जानकारों की डिमांड है, वैसे ग्रेजुएट्स यहां तैयार हो सकेंगे. इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्लाउड कंप्यूटिंग, साइबर सिक्योरिटी, रोबोटिक्स, मशीन लर्निंग, ब्लॉकचेन, ऑगमेंटेड रियलिटी और वर्चुअल रियलिटी, डाटा एनालिटिक्स की जानकारी व ट्रेनिंग होगी. जिनके जरिए आसानी से अच्छा पैकेज स्टूडेंट को मिल सकेगा. वर्तमान में विश्व की बड़ी कंपनियां एडवांस टेक्नोलॉजी की इन ट्रेनिंग प्राप्त विद्यार्थियों को ही हायर कर रही हैं.
इंटर्नशिप और प्लेसमेंट में होगी मदद - बीई, बीटेक, बीसीए, एमसीए एमबीए और एमएससी (आईटी) के पासआउट स्टूडेंट को एक सप्ताह से छह महीने का प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसके लिए भी देश की बड़ी कंपनियां आकर ही विद्यार्थियों को ट्रेंड करेंगी. छात्रों की इंटर्नशिप व प्लेसमेंट के लिए गाइडेंस भी देंगी. इसके लिए राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के फैकल्टी भी स्टूडेंट की मदद करेगी. प्रदेश में स्थित इकाइयों में काम कर रहे प्रोफेशनल इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स को भी यहां पर ट्रेनिंग दी जा सकेगी.