मुंबई: आईवियर स्टार्टअप लेंसकार्ट ने कंपनी के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के लिए बैंकरों से संपर्क किया है. मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी आईपीओ के तहत 750 मिलियन डॉलर से 1 बिलियन डॉलर के बीच रकम जुटाने का लक्ष्य बना रही है. कंपनी 7-8 बिलियन डॉलर के मूल्यांकन को लक्षित कर रही है. और वित्तीय वर्ष 2026 के अंत तक सूचीबद्ध होने की योजना बना रही है.
पहले की खबरों में बताया गया था कि आईपीओ की संभावित समयसीमा करीब दो साल है. नवंबर 2024 में, यह बताया गया कि अगर 200-300 मिलियन डॉलर की सेकेंडरी शेयर बिक्री होती है तो लेंसकार्ट का मूल्यांकन 20 फीसदी बढ़कर 6 बिलियन डॉलर हो सकता है.
कंपनी ने पहले ही फिडेलिटी मैनेजमेंट एंड रिसर्च कंपनी और टेमासेक से 200 मिलियन डॉलर जुटाए हैं, जिससे इसका मूल्यांकन 5 बिलियन डॉलर हो गया है. पिछले 18 महीनों में इसने 2022-23 में चुनौतीपूर्ण वित्तीय माहौल के बावजूद केकेआर और अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी के निवेश से लगभग 1 बिलियन डॉलर का फाइनेंस हासिल किया है.
लेंसकार्ट के फाइलिंग से पता चला है कि लेंसकार्ट अतीत में लाभदायक था, लेकिन वित्त वर्ष 24 में 54.27 करोड़ रुपये के राजस्व के बावजूद उसे 10 करोड़ रुपये का घाटा हुआ.
अगर कंपनी की लिस्टिंग की योजना सफल होती है, तो यह स्विगी, जोमैटो और पेटीएम के अलावा शेयर बाजारों में लिस्ट होने वाली टॉप नई पीढ़ी की फर्मों में शामिल हो जाएगी. लेंसकार्ट कई अन्य नई पीढ़ी की फर्मों में शामिल हो गई है, जिन्होंने हाल ही में बंपर आईपीओ की योजना बनाई है.