ETV Bharat / state

करोड़ों की राशि का समायोजन नहीं करने को लेकर रानीवाड़ा विकास अधिकारी ने दो ग्राम विकास अधिकारियों को दिए नोटिस

जालोर के रानीवाड़ा में रानीवाड़ा पंचायत समिति अन्तर्गत कई ग्राम पंचायतों में करोड़ों की राशि का समायोजन नही हुआ है. जिससे मौजूदा विकास अधिकारी और ग्राम विकास अधिकारियों को अदेय प्रमाण पत्र जारी करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. विभाग ने इन कार्यों को स्वीकृत कराया और ग्राम पंचायतों की ओर से मौके पर अन्यंत्र कार्य और रिकॉर्ड में कार्य करवा दिए गए हैं.

जालोर की ताजा हिंदी खबरें, Latest hindi news of raniwada
रानीवाड़ा विकास अधिकारी ने दो ग्राम विकास अधिकारियों को दिए नोटिस
author img

By

Published : Apr 11, 2021, 4:33 PM IST

रानीवाड़ा (जालोर). रानीवाड़ा पंचायत समिति अन्तर्गत कई ग्राम पंचायतों में करोड़ों की राशि का समायोजन नही हुआ है. जिससे मौजूदा विकास अधिकारी और ग्राम विकास अधिकारियों को अदेय प्रमाण पत्र जारी करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. विभाग ने इन कार्यों को स्वीकृत कराया और ग्राम पंचायतों की ओर से मौके पर अन्यंत्र कार्य और रिकॉर्ड में कार्य करवा दिए गए. ग्रामीणों की शिकायतों के बाद कई कार्यों की वसूली बाकी है.

साथ ही, करोड़ों की राशि का रिकॉर्ड संबंधित ग्राम विकास अधिकारियों की ओर से नहीं दिया जा रहा है. लिहाजा, विकास अधिकारी राजेन्द्र कुमार ने कुछ विकास अधिकारी को तलब करने के लिए उनके क्षेत्र के विकास अधिकारियों को सरकारी पत्र लिखा है. ऐसी लापरवाही से आमजन को सरकारी धन के खुर्दबुर्द होने की बू आने लगी है.

विकास अधिकारी राजेन्द्रकुमार ने ग्राम विकास अधिकारी गोविंद सिंह चारण और विमलाकुमारी को पत्र की ओर से तलब किया है. उन्होंने पत्र में संबंधित विकास अधिकारियों को लिखा है कि गोविन्द सिंह चारण, कनिष्ठ सहायक तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी पूर्व में ग्राम पंचायत रानीवाडाखुर्द में 1 जुलाई 16 से 12 अक्टुबर 2018 कार्यरत रहे है.

इस दौरान 11,254,722/-(एक करोड़ बारह लाख चौवन हजार सात सौ बाईस रुपए मात्र) रुपए का व्यय किया गया है जिसमें काफी अनियमितताएं पायी गई है. इनके कार्यकाल के दौरान करवाए गए कार्यों की पत्रावलियां, आय पुस्तिकायें, बैठक कार्रवाई रजिस्टर, पट्टों से संबंधित पत्रावलियां/मिसले, पट्टा बुक आदि महत्वपूर्ण रिकॉर्ड इनकी ओर से ग्राम पंचायत रानीवाडाखुर्द में नवपदस्थापित ग्राम विकास अधिकारी को आदिनांक तक उपलब्ध नहीं करवाया गया है. जिनके अभाव में कार्यों का समायोजन नहीं करवाया जा सका है. जिस संबंध में जिला स्तरीय समीक्षा बैठक में भी निर्देशित किया गया है.

राजेन्द्रकुमार ने बताया कि गोविंद सिंह को ग्राम पंचायत रानीवाड़ा खुर्द का समस्त रेकर्ड नव-पदस्थापित वर्तमान ग्राम विकास अधिकारी को उपलब्ध करवाने के लिए विकास अधिकारी बागोड़ा को अपने स्तर से पांबद कर इस कार्यालय के लिए कार्यमुक्त करें, ताकि ग्राम पंचायत रानीवाडा खुर्द और पंचायत समिति रानीवाड़ा से संबंधित रेकार्ड इनसे प्राप्त किया जाकर इनको अदेय प्रमाण पत्र जारी किया जा सके.

उन्होंने कहा कि पूर्व में एक बार कार्यमुक्त करने के उपरान्त भी संबंधित ने ना तो पंचायत में अपनी उपस्थिति दी और ना ही रिकॉर्ड सुपुर्द किया है. जो कि विभागीय लापरवाही की श्रेणी में आता है. इस बार कार्यमुक्त करने के उपरान्त बिना इस कार्यालय के अदेय प्रमाण पत्र और कार्यभार हस्तातंरण सूची की प्रमाणित प्रति के इन्हें पुनः कार्यग्रहण नहीं कराने का निवेदन किया है.

पढ़ें- जोधपुर की हाथी नहर में मिला जालोर के हिस्ट्रीशीटर का शव

इसी तरह, विकास अधिकारी राजेन्द्रकुमार ने विकास अधिकारी चितलवाना को पत्र लिखकर बताया है कि‌ विमला विश्नोई ग्राम विकास अधिकारी पूर्व में इस कार्यालय के अधीन ग्राम पंचायत करड़ा में कार्यरत रही है. इनके कार्यकाल के दौरान करवाये गये कार्यों की पत्रावलियां, आय पुस्तिकायें, बैठक कार्रवाई रजिस्टर, पट्टों से संबंधित पत्रावलियां/मिसले, पट्टा बुक आदि महत्वपूर्ण रेकर्ड इनके द्वारा ग्राम पंचायत करड़ा में नवपदस्थापित ग्राम विकास अधिकारी को आदिनांक तक उपलब्ध नहीं करवाया गया है. जिनके अभाव में कार्यों का समायोजन नहीं करवाया जा सका है जिस संबंध में जिला स्तरीय समीक्षा बैठक में भी निर्देशित किया गया है.

उक्त ग्राम पंचायत से संबंधित पूर्व जांच में भी लाखों रुपए की वसूलियां प्रस्तावित की गई है. इनको ग्राम पंचायत करड़ा का समस्त रिकॉर्ड नवपदस्थापित ग्राम विकास अधिकारी अमित को उपलब्ध करवाने के लिए आपके स्तर से पांबद कर इस कार्यालय के लिए कार्यमुक्त करें, जिससे ग्राम पंचायत करडा एवं पंचायत समिति रानीवाड़ा से संबंधित रेकार्ड इनसे प्राप्त किया जाकर इनको अदेय प्रमाण पत्र जारी किया जा सके.

रानीवाड़ा (जालोर). रानीवाड़ा पंचायत समिति अन्तर्गत कई ग्राम पंचायतों में करोड़ों की राशि का समायोजन नही हुआ है. जिससे मौजूदा विकास अधिकारी और ग्राम विकास अधिकारियों को अदेय प्रमाण पत्र जारी करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. विभाग ने इन कार्यों को स्वीकृत कराया और ग्राम पंचायतों की ओर से मौके पर अन्यंत्र कार्य और रिकॉर्ड में कार्य करवा दिए गए. ग्रामीणों की शिकायतों के बाद कई कार्यों की वसूली बाकी है.

साथ ही, करोड़ों की राशि का रिकॉर्ड संबंधित ग्राम विकास अधिकारियों की ओर से नहीं दिया जा रहा है. लिहाजा, विकास अधिकारी राजेन्द्र कुमार ने कुछ विकास अधिकारी को तलब करने के लिए उनके क्षेत्र के विकास अधिकारियों को सरकारी पत्र लिखा है. ऐसी लापरवाही से आमजन को सरकारी धन के खुर्दबुर्द होने की बू आने लगी है.

विकास अधिकारी राजेन्द्रकुमार ने ग्राम विकास अधिकारी गोविंद सिंह चारण और विमलाकुमारी को पत्र की ओर से तलब किया है. उन्होंने पत्र में संबंधित विकास अधिकारियों को लिखा है कि गोविन्द सिंह चारण, कनिष्ठ सहायक तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी पूर्व में ग्राम पंचायत रानीवाडाखुर्द में 1 जुलाई 16 से 12 अक्टुबर 2018 कार्यरत रहे है.

इस दौरान 11,254,722/-(एक करोड़ बारह लाख चौवन हजार सात सौ बाईस रुपए मात्र) रुपए का व्यय किया गया है जिसमें काफी अनियमितताएं पायी गई है. इनके कार्यकाल के दौरान करवाए गए कार्यों की पत्रावलियां, आय पुस्तिकायें, बैठक कार्रवाई रजिस्टर, पट्टों से संबंधित पत्रावलियां/मिसले, पट्टा बुक आदि महत्वपूर्ण रिकॉर्ड इनकी ओर से ग्राम पंचायत रानीवाडाखुर्द में नवपदस्थापित ग्राम विकास अधिकारी को आदिनांक तक उपलब्ध नहीं करवाया गया है. जिनके अभाव में कार्यों का समायोजन नहीं करवाया जा सका है. जिस संबंध में जिला स्तरीय समीक्षा बैठक में भी निर्देशित किया गया है.

राजेन्द्रकुमार ने बताया कि गोविंद सिंह को ग्राम पंचायत रानीवाड़ा खुर्द का समस्त रेकर्ड नव-पदस्थापित वर्तमान ग्राम विकास अधिकारी को उपलब्ध करवाने के लिए विकास अधिकारी बागोड़ा को अपने स्तर से पांबद कर इस कार्यालय के लिए कार्यमुक्त करें, ताकि ग्राम पंचायत रानीवाडा खुर्द और पंचायत समिति रानीवाड़ा से संबंधित रेकार्ड इनसे प्राप्त किया जाकर इनको अदेय प्रमाण पत्र जारी किया जा सके.

उन्होंने कहा कि पूर्व में एक बार कार्यमुक्त करने के उपरान्त भी संबंधित ने ना तो पंचायत में अपनी उपस्थिति दी और ना ही रिकॉर्ड सुपुर्द किया है. जो कि विभागीय लापरवाही की श्रेणी में आता है. इस बार कार्यमुक्त करने के उपरान्त बिना इस कार्यालय के अदेय प्रमाण पत्र और कार्यभार हस्तातंरण सूची की प्रमाणित प्रति के इन्हें पुनः कार्यग्रहण नहीं कराने का निवेदन किया है.

पढ़ें- जोधपुर की हाथी नहर में मिला जालोर के हिस्ट्रीशीटर का शव

इसी तरह, विकास अधिकारी राजेन्द्रकुमार ने विकास अधिकारी चितलवाना को पत्र लिखकर बताया है कि‌ विमला विश्नोई ग्राम विकास अधिकारी पूर्व में इस कार्यालय के अधीन ग्राम पंचायत करड़ा में कार्यरत रही है. इनके कार्यकाल के दौरान करवाये गये कार्यों की पत्रावलियां, आय पुस्तिकायें, बैठक कार्रवाई रजिस्टर, पट्टों से संबंधित पत्रावलियां/मिसले, पट्टा बुक आदि महत्वपूर्ण रेकर्ड इनके द्वारा ग्राम पंचायत करड़ा में नवपदस्थापित ग्राम विकास अधिकारी को आदिनांक तक उपलब्ध नहीं करवाया गया है. जिनके अभाव में कार्यों का समायोजन नहीं करवाया जा सका है जिस संबंध में जिला स्तरीय समीक्षा बैठक में भी निर्देशित किया गया है.

उक्त ग्राम पंचायत से संबंधित पूर्व जांच में भी लाखों रुपए की वसूलियां प्रस्तावित की गई है. इनको ग्राम पंचायत करड़ा का समस्त रिकॉर्ड नवपदस्थापित ग्राम विकास अधिकारी अमित को उपलब्ध करवाने के लिए आपके स्तर से पांबद कर इस कार्यालय के लिए कार्यमुक्त करें, जिससे ग्राम पंचायत करडा एवं पंचायत समिति रानीवाड़ा से संबंधित रेकार्ड इनसे प्राप्त किया जाकर इनको अदेय प्रमाण पत्र जारी किया जा सके.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.