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जालौर के इस गांव के लोगों ने किया चुनाव बहिष्कार का ऐलान... बोले- पानी नहीं तो वोट नहीं

लोकसभा चुनाव जैसे जैसे नजदीक आ रहा है लोगों में वोट देने का क्रेज बढ़ता जा रहा हैं. लेकिन, इस बीच एक गांव ऐसा भी है जिसने लोकसभा चुनाव का बहिष्कार कर दिया है. बताया जा रहा है कि ग्रामीण बिजली, पानी, रोजगार जैसी मूलभूत सुविधाओं को लेकर परेशान हैं. ऐसे में उन्होंने किसी भी प्रत्याशी को वोट नहीं देने का निर्णय लिया हैं.

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Published : Apr 10, 2019, 9:26 PM IST

जालौर के इस गांव के लोगों ने किया चुनाव बहिष्कार का ऐलान

जालौर. लोकसभा चुनाव जैसे जैसे नजदीक आ रहा है लोगों में वोट देने का क्रेज बढ़ता जा रहा हैं. लेकिन, इस बीच एक गांव ऐसा भी है जिसने लोकसभा चुनाव का बहिष्कार कर दिया है. बताया जा रहा है कि ग्रामीण बिजली, पानी, रोजगार जैसी मूलभूत सुविधाओं को लेकर परेशान हैं. ऐसे में उन्होंने किसी भी प्रत्याशी को वोट नहीं देने का निर्णय लिया हैं.

बता दें, आहोर उपखंड क्षेत्र के जोगावा गांव के ग्रामीणों ने बिजली, पानी सहित मूलभूत सुविधाओं के अभाव से परेशान होकर लोकसभा चुनाव का बहिष्कार कर दिया है. ग्रामीणों ने प्रशासनिक अधिकारियों को दिए ज्ञापन में बताया कि गांव में पानी सहित मूलभूत सुविधाओं की कमी है जिसको अभी तक ठीक नहीं किया गया. जिसके चलते ग्रामीण आगामी लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे.

जालौर के इस गांव के लोगों ने किया चुनाव बहिष्कार का ऐलान

ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया कि पिछले लंबे समय से गांव में हलक तर करने के लिए पानी नहीं पहुंच रहा है. जिससे ग्रामीण परेशान हैं. ग्रामीणों को अपने स्तर पर पैसे खर्च कर पानी डलवाना पड़ रहा है. पानी डालने वाले टैंकर चालक मीठे पानी के 500 से ₹800 तक ग्रामीणों से वसूलते हैं.

नेता वादे करते हैं, लेकिन काम कोई नहीं करता
आहोर उपखंड के कई गांवों में इन दिनों भारी पेयजल संकट गहराया हुआ है. जिसके कारण ग्रामीण परेशान हैं. ग्रामीणों ने बताया कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव में नेता बड़े-बड़े भाषण तो जरूर करते हैं लेकिन, मूलभूत सुविधाओं को ठीक करने का कार्य कोई नहीं करता है. उन्होंने नेताओं पर आरोप लगाया कि केवल चुनाव के समय नेता गरीब को गणेश मानते हैं. वहीं, चुनाव निकलने के बाद आमजन को कोई नहीं पूछता तक है.

जालौर. लोकसभा चुनाव जैसे जैसे नजदीक आ रहा है लोगों में वोट देने का क्रेज बढ़ता जा रहा हैं. लेकिन, इस बीच एक गांव ऐसा भी है जिसने लोकसभा चुनाव का बहिष्कार कर दिया है. बताया जा रहा है कि ग्रामीण बिजली, पानी, रोजगार जैसी मूलभूत सुविधाओं को लेकर परेशान हैं. ऐसे में उन्होंने किसी भी प्रत्याशी को वोट नहीं देने का निर्णय लिया हैं.

बता दें, आहोर उपखंड क्षेत्र के जोगावा गांव के ग्रामीणों ने बिजली, पानी सहित मूलभूत सुविधाओं के अभाव से परेशान होकर लोकसभा चुनाव का बहिष्कार कर दिया है. ग्रामीणों ने प्रशासनिक अधिकारियों को दिए ज्ञापन में बताया कि गांव में पानी सहित मूलभूत सुविधाओं की कमी है जिसको अभी तक ठीक नहीं किया गया. जिसके चलते ग्रामीण आगामी लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे.

जालौर के इस गांव के लोगों ने किया चुनाव बहिष्कार का ऐलान

ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया कि पिछले लंबे समय से गांव में हलक तर करने के लिए पानी नहीं पहुंच रहा है. जिससे ग्रामीण परेशान हैं. ग्रामीणों को अपने स्तर पर पैसे खर्च कर पानी डलवाना पड़ रहा है. पानी डालने वाले टैंकर चालक मीठे पानी के 500 से ₹800 तक ग्रामीणों से वसूलते हैं.

नेता वादे करते हैं, लेकिन काम कोई नहीं करता
आहोर उपखंड के कई गांवों में इन दिनों भारी पेयजल संकट गहराया हुआ है. जिसके कारण ग्रामीण परेशान हैं. ग्रामीणों ने बताया कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव में नेता बड़े-बड़े भाषण तो जरूर करते हैं लेकिन, मूलभूत सुविधाओं को ठीक करने का कार्य कोई नहीं करता है. उन्होंने नेताओं पर आरोप लगाया कि केवल चुनाव के समय नेता गरीब को गणेश मानते हैं. वहीं, चुनाव निकलने के बाद आमजन को कोई नहीं पूछता तक है.

Intro:मूलभूत सुविधाओं के अभाव से परेशान ग्रामीणों ने किया मतदान का बहिष्कार
- जालोर सिरोही लोकसभा क्षेत्र का मामला
जालोर
आहोर उपखंड क्षेत्र के जोगावा गांव के ग्रामीणों ने बिजली, पानी सहित मूलभूत सुविधाओं के अभाव से परेशान होकर लोकसभा चुनाव का बहिष्कार कर दिया है। ग्रामीणों ने प्रशासनिक अधिकारियों को दिए ज्ञापन में बताया कि गांव में पानी सहित मूलभूत सुविधाओं की कमी है जिसको आज दिन तक ठीक नहीं किया गया। जिसके चलते ग्रामीण आगामी लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे। ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया कि पिछले लंबे समय से गांव में हलक तर करने के लिए पानी नहीं पहुंच रहा है जिससे ग्रामीण परेशान है। ग्रामीणों को अपने स्तर पर पैसे खर्च कर गए पानी डलवाना पड़ रहा है। पानी डालने वाले टैंकर चालक मीठे पानी के 500 से ₹800 तक ग्रामीणों से वसूलते है।
नेता वादे करते है, लेकिन काम कोई नहीं करता
आहोर उपखंड के कई गांवों में इन दिनों भारी पेयजल संकट गहराया हुआ है। जिसके कारण ग्रामीण परेशान है। ग्रामीणों ने बताया कि लोकसभा व विधानसभा चुनाव में नेता बड़े-बड़े भाषण तो जरूर करते हैं लेकिन मूलभूत सुविधाओं को ठीक करने का कार्य कोई नहीं करता है। उन्होंने नेताओं पर आरोप लगाया कि केवल चुनाव के समय नेता गरीब को गणेश मानते हैं लेकिन चुनाव निकलने के बाद आमजन को कोई नहीं पूछता तक है।


Body:जालोर


Conclusion:जालोर, इसी स्लग से मेल से कुछ विजुअल भी भेज रहा हु। जिसको भी ऐड करवावे।
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