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Rajasthan Election 2023 : BJP CEC की बैठक में वसुंधरा राजे समेत प्रदेश नेताओं से हुई चर्चा, पहले इन सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा संभव

Rajasthan Assembly Election 2023 : राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर दिल्ली में बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति की अहम बैठक हुई. इस दौरान पीएम मोदी और जेपी नड्डा ने वसुंधरा राजे समेत राजस्थान के नेताओं से चर्चा की.

BJP Delhi Meeting
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Oct 2, 2023, 7:13 AM IST

जयपुर. पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सीईसी की बैठक के लिए दिल्ली में भाजपा मुख्यालय पहुंचीं, जहां राजस्थान विधानसभा चुनावों को लेकर रविवार 1 अक्टूबर रात 9 बजे भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक शुरू हुई. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह मौजूद रहे. बैठक में बीजेपी की पहली लिस्ट पर चर्चा हुई.

बैठक में प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, कैलाश चौधरी, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, सह प्रभारी विजया रहाटकर, प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर, उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया, ओम माथुर भी बीजेपी मुख्यालय पहुंचे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सीईसी की बैठक में शामिल होने के लिए भाजपा मुख्यालय पहुंचे. वहीं, पीए मोदी के पहुंचने पर राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा ने उनका स्वागत किया. इससे पहले रविवार सुबह से ही दिल्ली में लगातार बैठकों का दौर जारी रहा.

केंद्रीय मंत्री और प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रल्हाद जोशी के आवास पर राजस्थान के नेताओं का जमावड़ा लगा रहा. प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा, प्रभारी अरुण सिंह और सह प्रभारी विजया राहटकर भी बैठक में मौजूद रहीं. इसके बाद ये सभी नेता नड्डा से भी मिले थे. यहां पहली लिस्ट के नामों को अंतिम रूप दिया गया. यहां से फाइनल होने वाली पहली लिस्ट सीईसी में रखी गई. वहीं, उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया को भी दिल्ली बुलाया गया. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का भाजपा मुख्यालय पहुंचने पर राजस्थान के नेताओं ने अभिवादन किया.

दो दिन तक दिल्ली में मौजूद रहे नेता : बैठक को लेकर राजस्थान के नेता दो दिन से दिल्ली में मौजूद रहे. प्रदेशाध्यक्ष जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, नेता प्रतिपक्ष राठौड़ 30 सितंबर को ही दिल्ली पहुंच गए थे. तीनों नेताओं ने दिल्ली में अलग-अलग नेताओं के साथ प्रत्याशियों को लेकर चर्चा की.

पढ़ें : कोटा में पीयूष गोयल बोले- सीएम अशोक गहलोत डर गए हैं, उन्हें आभास हो गया कि सरकार जा रही है

सूत्रों के मुताबिक, 30 सितंबर को पहले वसुंधरा ने प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी से मुलाकात की. उसके बाद सीपी जोशी और प्रहलाद जोशी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला के आवास पहुंचे और उन्हें प्रत्याशियों के बारे में जानकारी दी. केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी सीईसी की बैठक में शामिल होने के लिए भाजपा मुख्यालय पहुंचे.

राजस्थान के लिए अलग रणनीति, राज्य को 7 जोन में बांटा : विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा ने राजस्थान को 7 क्षेत्रों में बांटा है. इसकी जिम्मेदारी भी अलग-अलग राज्यों के नेताओं को सौंपी गई है. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, हर जोन में एक प्रभारी होगा. जोन के निर्वाचन क्षेत्रों में पार्टी की स्थिति को मजबूत करने के लिए बाकी नेता जिम्मेदार होंगे. ये नेता जोन प्रभारियों को अपडेट करते रहेंगे और पार्टी मुख्यालय को जमीनी हालात बताते रहेंगे. छत्तीसगढ़ प्रभारी ओम माथुर भी बैठक में शामिल होने के लिए पहुंचे थे.

67 सीटों के प्रत्याशियों की चर्चा : सूत्रों के मुताबिक बैठक में 67 सीटों के प्रत्याशियों को लेकर चर्चा हुई है. पहली लिस्ट में भाजपा ए और डी कैटेगरी की सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा जल्द कर सकती है. ये वे सीटें हैं, जहां भाजपा सबसे मजबूत और सबसे कमजोर है. ए में 29 और डी कैटेगरी में 19 सीटें शामिल हैं.

पहले इन सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा संभव : 19 कमजोर सीटों में दांतारामगढ़, सरदारपुरा, कोटपूतली, झुंझुनूं, सांचौर, बाड़मेर शहर, फतेहपुर, लक्ष्मणगढ़, खेतड़ी, नवलगढ़, राजगढ़-लक्ष्मणगढ़, लालसोट, सिकराय, टोडाभीम, सपोटरा, बाड़ी, वल्लभनगर, बागीदौरा और बस्सी विधानसभा शामिल है.

इन 29 सीटों पर भाजपा तीन चुनावों से कभी नहीं हारी : 29 सीटों पर भाजपा पिछले तीन चुनावों से कभी नहीं हारी. इन सीटों में बूंदी, कोटा दक्षिण, लाडपुरा, रामगंजमंडी, झालरापाटन, खानपुर, आसींद, भीलवाड़ा, उदयपुर, राजसमंद, बीकानेर पूर्व, रतनगढ़, फुलेरा, विद्याधर नगर, मालवीय नगर, अलवर शहर, अजमेर उत्तर, अजमेर दक्षिण, ब्यावर, नागौर, सोजत, पाली, बाली, सूरसागर, सांगानेर, सीवाना, भीनमाल समेत दो अन्य विधानसभा शामिल हैं.

5 राज्य जिनमें विधानसभा चुनाव होने हैं : 2023 के आखिर में मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव होने हैं. मिजोरम में 17 दिसंबर को, छत्तीसगढ़ में 3 जनवरी, मध्य प्रदेश में 6 जनवरी, राजस्थान में 14 जनवरी और तेलंगाना में 16 जनवरी को विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है.

MP-CG में चुनावी ऐलान से पहले BJP की लिस्ट जारी : भाजपा ने विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले ही मध्य प्रदेश की 39 और छत्तीसगढ़ की 21 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है. छत्तीसगढ़ की पाटन सीट से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ उनके रिश्तेदार विजय बघेल को उतारा गया है. वे दुर्ग से पार्टी के सांसद हैं.

सांसदों को मुश्किल सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़वाएगी बीजेपी : मध्यप्रदेश की तर्ज पर बीजेपी राजस्थान में भी सांसदों को चुनाव लड़वाएगी. रविवार को दिल्ली में केंद्रीय चुनाव समिति और पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक में पहुंचे प्रदेश के सांसदों को विधानसभा चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा गया है.

जयपुर. पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सीईसी की बैठक के लिए दिल्ली में भाजपा मुख्यालय पहुंचीं, जहां राजस्थान विधानसभा चुनावों को लेकर रविवार 1 अक्टूबर रात 9 बजे भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक शुरू हुई. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह मौजूद रहे. बैठक में बीजेपी की पहली लिस्ट पर चर्चा हुई.

बैठक में प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, कैलाश चौधरी, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, सह प्रभारी विजया रहाटकर, प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर, उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया, ओम माथुर भी बीजेपी मुख्यालय पहुंचे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सीईसी की बैठक में शामिल होने के लिए भाजपा मुख्यालय पहुंचे. वहीं, पीए मोदी के पहुंचने पर राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा ने उनका स्वागत किया. इससे पहले रविवार सुबह से ही दिल्ली में लगातार बैठकों का दौर जारी रहा.

केंद्रीय मंत्री और प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रल्हाद जोशी के आवास पर राजस्थान के नेताओं का जमावड़ा लगा रहा. प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा, प्रभारी अरुण सिंह और सह प्रभारी विजया राहटकर भी बैठक में मौजूद रहीं. इसके बाद ये सभी नेता नड्डा से भी मिले थे. यहां पहली लिस्ट के नामों को अंतिम रूप दिया गया. यहां से फाइनल होने वाली पहली लिस्ट सीईसी में रखी गई. वहीं, उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया को भी दिल्ली बुलाया गया. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का भाजपा मुख्यालय पहुंचने पर राजस्थान के नेताओं ने अभिवादन किया.

दो दिन तक दिल्ली में मौजूद रहे नेता : बैठक को लेकर राजस्थान के नेता दो दिन से दिल्ली में मौजूद रहे. प्रदेशाध्यक्ष जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, नेता प्रतिपक्ष राठौड़ 30 सितंबर को ही दिल्ली पहुंच गए थे. तीनों नेताओं ने दिल्ली में अलग-अलग नेताओं के साथ प्रत्याशियों को लेकर चर्चा की.

पढ़ें : कोटा में पीयूष गोयल बोले- सीएम अशोक गहलोत डर गए हैं, उन्हें आभास हो गया कि सरकार जा रही है

सूत्रों के मुताबिक, 30 सितंबर को पहले वसुंधरा ने प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी से मुलाकात की. उसके बाद सीपी जोशी और प्रहलाद जोशी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला के आवास पहुंचे और उन्हें प्रत्याशियों के बारे में जानकारी दी. केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी सीईसी की बैठक में शामिल होने के लिए भाजपा मुख्यालय पहुंचे.

राजस्थान के लिए अलग रणनीति, राज्य को 7 जोन में बांटा : विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा ने राजस्थान को 7 क्षेत्रों में बांटा है. इसकी जिम्मेदारी भी अलग-अलग राज्यों के नेताओं को सौंपी गई है. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, हर जोन में एक प्रभारी होगा. जोन के निर्वाचन क्षेत्रों में पार्टी की स्थिति को मजबूत करने के लिए बाकी नेता जिम्मेदार होंगे. ये नेता जोन प्रभारियों को अपडेट करते रहेंगे और पार्टी मुख्यालय को जमीनी हालात बताते रहेंगे. छत्तीसगढ़ प्रभारी ओम माथुर भी बैठक में शामिल होने के लिए पहुंचे थे.

67 सीटों के प्रत्याशियों की चर्चा : सूत्रों के मुताबिक बैठक में 67 सीटों के प्रत्याशियों को लेकर चर्चा हुई है. पहली लिस्ट में भाजपा ए और डी कैटेगरी की सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा जल्द कर सकती है. ये वे सीटें हैं, जहां भाजपा सबसे मजबूत और सबसे कमजोर है. ए में 29 और डी कैटेगरी में 19 सीटें शामिल हैं.

पहले इन सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा संभव : 19 कमजोर सीटों में दांतारामगढ़, सरदारपुरा, कोटपूतली, झुंझुनूं, सांचौर, बाड़मेर शहर, फतेहपुर, लक्ष्मणगढ़, खेतड़ी, नवलगढ़, राजगढ़-लक्ष्मणगढ़, लालसोट, सिकराय, टोडाभीम, सपोटरा, बाड़ी, वल्लभनगर, बागीदौरा और बस्सी विधानसभा शामिल है.

इन 29 सीटों पर भाजपा तीन चुनावों से कभी नहीं हारी : 29 सीटों पर भाजपा पिछले तीन चुनावों से कभी नहीं हारी. इन सीटों में बूंदी, कोटा दक्षिण, लाडपुरा, रामगंजमंडी, झालरापाटन, खानपुर, आसींद, भीलवाड़ा, उदयपुर, राजसमंद, बीकानेर पूर्व, रतनगढ़, फुलेरा, विद्याधर नगर, मालवीय नगर, अलवर शहर, अजमेर उत्तर, अजमेर दक्षिण, ब्यावर, नागौर, सोजत, पाली, बाली, सूरसागर, सांगानेर, सीवाना, भीनमाल समेत दो अन्य विधानसभा शामिल हैं.

5 राज्य जिनमें विधानसभा चुनाव होने हैं : 2023 के आखिर में मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव होने हैं. मिजोरम में 17 दिसंबर को, छत्तीसगढ़ में 3 जनवरी, मध्य प्रदेश में 6 जनवरी, राजस्थान में 14 जनवरी और तेलंगाना में 16 जनवरी को विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है.

MP-CG में चुनावी ऐलान से पहले BJP की लिस्ट जारी : भाजपा ने विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले ही मध्य प्रदेश की 39 और छत्तीसगढ़ की 21 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है. छत्तीसगढ़ की पाटन सीट से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ उनके रिश्तेदार विजय बघेल को उतारा गया है. वे दुर्ग से पार्टी के सांसद हैं.

सांसदों को मुश्किल सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़वाएगी बीजेपी : मध्यप्रदेश की तर्ज पर बीजेपी राजस्थान में भी सांसदों को चुनाव लड़वाएगी. रविवार को दिल्ली में केंद्रीय चुनाव समिति और पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक में पहुंचे प्रदेश के सांसदों को विधानसभा चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा गया है.

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