ETV Bharat / state

नदी में पानी पीने गई किशोरी का फिसला पैर, सहेली ने की बचाने की कोशिश, डूबने से दोनों की मौत - नदी में डूबने से मौत

धौलपुर जिले के सरमथुरा उपखण्ड के भवनपुरा गांव में पार्वती नदी में डूबने से 12 साल की दो किशोरियों की मौत हो गई. दोनों किशोरियां सहेली थीं. दो किशोरियों की मौत के बाद गांव में माहौल गमगीन हो गया.

धौलपुर जिले में दो किशोरियों की नदी में डूबने से हो गई मौत
author img

By

Published : Apr 29, 2019, 11:15 PM IST

धौलपुर (बसेड़ी). सरमथुरा उपखण्ड के आंगई पंचायत के अन्तर्गत भवनपुरा गांव की 12 वर्षीय पुष्पा व लखनवाई रोज की तरह पार्वती नदी किनारे घूमने गई थी. इसी दौरान पुष्पा को प्यास लगी तो नदी पर पानी पीने चली गई. जैसे ही पुष्पा नदी में पानी पीने लगी कि अचानक पैर फिसल गया और वह पानी में गिर गई. पुष्पा को पानी में गिरते देख लखनवाई ने उसे बचाने की कोशिश की. पुष्पा को बचाने के लिए वह भी नदी में कूद गई. जबकि लखनवाई तैरना भी नहीं जानती थी. जैसे ही लखनवाई नदी में कूदी तो दोनों किशोरियां गहरे पानी में चली गई. पानी में डूबने से दोनों की मौत हो गई. मृतका पुष्पा के पिता जगदीश कुशवाह ने बताया कि पुष्पा व लखनवाई आपस में सहेली थीं. जो कभी अकेली कहीं नहीं जाती थी. हादसे से गांव के लोग बिल्कुल अनजान थे. लेकिन नदी किनारे चप्पल पड़ी देख हादसा होने की आशंका जताई. ग्रामीणों ने पड़ताल की तो पता चला कि कुछ देर पहले पुष्पा व लखनवाई घूम रही थी.

धौलपुर जिले में दो किशोरियों की नदी में डूबने से हो गई मौत

ग्रामीणों ने दोनों किशोरियों को गांव में तलाश किया तो कोई जानकारी नहीं मिली. सूचना मिलते ही मृतका पुष्पा के पिता ने नदी पर पहुंचकर चप्पलों को देख पुष्टि की. लेकिन दोनों किशोरियों के बारे में कोई जानकारी नहीं दे सका. ग्रामीणों ने नदी में कूद कर किशोरियों की तलाश की तो दोनों किशोरियों के शव नदी में मिले. ग्रामीणों ने नदी से दोनों शवों को निकालकर परिजनों के सुपुर्द कर दिया. हादसे का पता चलते ही गांव में माहौल गमगीन हो गया. मृतका के परिजनों ने दोनों किशोरियों का अंतिम संस्कार कर दिया.

बेटी का अंतिम बार भी मुंह नहीं देख पाया पिता अमरलाल
पार्वती नदी में डूबने से लखनवाई की मौत के बाद घर पर सिर्फ मां ही मौजूद थीं. लखनवाई के पिता अमरलाल दक्षिण भारत में मजदूरी करते हैं. वहीं भाई धौलपुर में रहकर पढ़ाई करता है. हादसे के दौरान दोनों ही व्यक्ति घर पर मौजूद नहीं थे. हादसे की सूचना ग्रामीणों द्वारा अमरलाल व भाई को दी गई. उसके बाद भाई ने शाम को गांव पहुंचकर बहन का अंतिम संस्कार किया. शिक्षक कमलसिंह ने बताया कि अमरलाल के बड़े बेटे की एक साल पूर्व सर्पदंश के कारण मौत हो चुकी थी. ग्रामीण पीड़ित परिवार को ढांढ़स बंधा रहे है.

धौलपुर (बसेड़ी). सरमथुरा उपखण्ड के आंगई पंचायत के अन्तर्गत भवनपुरा गांव की 12 वर्षीय पुष्पा व लखनवाई रोज की तरह पार्वती नदी किनारे घूमने गई थी. इसी दौरान पुष्पा को प्यास लगी तो नदी पर पानी पीने चली गई. जैसे ही पुष्पा नदी में पानी पीने लगी कि अचानक पैर फिसल गया और वह पानी में गिर गई. पुष्पा को पानी में गिरते देख लखनवाई ने उसे बचाने की कोशिश की. पुष्पा को बचाने के लिए वह भी नदी में कूद गई. जबकि लखनवाई तैरना भी नहीं जानती थी. जैसे ही लखनवाई नदी में कूदी तो दोनों किशोरियां गहरे पानी में चली गई. पानी में डूबने से दोनों की मौत हो गई. मृतका पुष्पा के पिता जगदीश कुशवाह ने बताया कि पुष्पा व लखनवाई आपस में सहेली थीं. जो कभी अकेली कहीं नहीं जाती थी. हादसे से गांव के लोग बिल्कुल अनजान थे. लेकिन नदी किनारे चप्पल पड़ी देख हादसा होने की आशंका जताई. ग्रामीणों ने पड़ताल की तो पता चला कि कुछ देर पहले पुष्पा व लखनवाई घूम रही थी.

धौलपुर जिले में दो किशोरियों की नदी में डूबने से हो गई मौत

ग्रामीणों ने दोनों किशोरियों को गांव में तलाश किया तो कोई जानकारी नहीं मिली. सूचना मिलते ही मृतका पुष्पा के पिता ने नदी पर पहुंचकर चप्पलों को देख पुष्टि की. लेकिन दोनों किशोरियों के बारे में कोई जानकारी नहीं दे सका. ग्रामीणों ने नदी में कूद कर किशोरियों की तलाश की तो दोनों किशोरियों के शव नदी में मिले. ग्रामीणों ने नदी से दोनों शवों को निकालकर परिजनों के सुपुर्द कर दिया. हादसे का पता चलते ही गांव में माहौल गमगीन हो गया. मृतका के परिजनों ने दोनों किशोरियों का अंतिम संस्कार कर दिया.

बेटी का अंतिम बार भी मुंह नहीं देख पाया पिता अमरलाल
पार्वती नदी में डूबने से लखनवाई की मौत के बाद घर पर सिर्फ मां ही मौजूद थीं. लखनवाई के पिता अमरलाल दक्षिण भारत में मजदूरी करते हैं. वहीं भाई धौलपुर में रहकर पढ़ाई करता है. हादसे के दौरान दोनों ही व्यक्ति घर पर मौजूद नहीं थे. हादसे की सूचना ग्रामीणों द्वारा अमरलाल व भाई को दी गई. उसके बाद भाई ने शाम को गांव पहुंचकर बहन का अंतिम संस्कार किया. शिक्षक कमलसिंह ने बताया कि अमरलाल के बड़े बेटे की एक साल पूर्व सर्पदंश के कारण मौत हो चुकी थी. ग्रामीण पीड़ित परिवार को ढांढ़स बंधा रहे है.

Intro:सोमवार को सरमथुरा उपखंण्ड के आंगई पंचायत अन्तर्गत भवनपुरा गाँव स्थित पार्वती नदी में 12 बर्षीय दो किशोरियो की डूबने से मौत हो गई। दोनो किशोरी आपस में सहेली थी जो कभी कभार नदी किनारे घूमने जाती रहती थी। प्यास लगने पर एक किशोरी नदी पर पानी पीने गई तो पैर फिसल गया और गहरे पानी में चली गई। जैसे ही दूसरी किशोरी ने सहेली को पानी में डूबता देखा तो नदी में कूद गई और बचाने की प्रयास किया लेकिन दोनो ही किशोरी तैरना नही जानती थी औैर डूब गई।Body:धौलपुर (बसेडी)। सोमवार को पुष्पा व लखनवाई उम्र 12 बर्ष रोज की तरह नदी किनारे घूमने गई थी, इसीदौरान पुष्पा को प्यास लगी तो नदी पर पानी पीने चली गई। जैसे ही पुष्पा नदी में पानी पीने लगी पैर फिसल गया और पानी में गिर गई। पुष्पा को पानी में गिरते देख लखनवाई ने बचाने की कोशिश की और पुष्पा को बचाने के लिए नदी में कूद गई। जबकि लखनवाई हादसे से बिल्कुल अनभिज्ञ थी और तैरना भी नही जानती थी। जैसे ही लखनवाई नदी में कूदी तो दोनो किशोरी गहरे पानी में चली गई। जिससे डूबने से दोनो की मौत हो गई। मृतका पुष्पा के पिता जगदीश कुशवाह ने बताया कि पुष्पा व लाखनवाई आपस में सहेली थी जो कभी अकेली कही नही जाती थी। हादसे से गांव के लोग बिल्कुल अनजान थे लेकिन नदी किनारे चप्पल पडी देख हादसा होने की आशंका जताई। ग्रामीणो ने पडताल की तो पता चला कि कुछ देर पहले पुष्पा व लखनवाई घूम रही थी। ग्रामीणो ने दोनो किशोरियो को गांव में तलाश किया तो कोई सुराग नही मिला। सूचना मिलते ही मृतका पुष्पा के पिता ने नदी पर पहुॅचकर चप्पलो को देख पुष्टि की लेकिन दोनो किशोरियो के बारे में कोई जानकारी नही दे सका। ग्रामीणो ने नदी में कूद कर किशेारियो की तलाश की तो दोनो किशोरियो के शव नदी में मिले। ग्रामीणो ने नदी से दोनो शवो को निकालकर परिजनो के सुपुर्द कर दिया। हादसा की पता चलते ही गांव में संन्नाटा पसर गया। मृतका के परिजनो ने पुलिस कार्यवाही किए बिना दोनो किशोरियो का अंतिम संस्कार कर दिया।

बेटी का मुॅह तक नही देख पाया अमरलाल
पार्वती नदी में डूबने से लखनवाई की मौत के बाद घर पर सिर्फ माॅ मौजूद थी। लखनवाई के पिता अमरलाल दक्षिण भारत के शहर में मजदूरी करते है वही भाई धौलपुर में रहकर अध्ययन करता है। हादसे के दौरान दोनो ही व्यक्ति घर पर मौजूद नही थे। हादसे की सूचना ग्रामीणो द्वारा अमरलाल व भाई को दी गई तब जाकर भाई ने शाम को गांव में पहुॅचकर वहन का अंतिम संस्कार किया। शिक्षक कमलसिह ने बताया कि अमरलाल के बडे पुत्र की एक बर्ष पूर्व सर्पदंश के कारण मौत हो चुकी है, परिवार बेटे के गम को भुलाना चाह रहा था लेकिन बेटी की मौत होने के बाद जख्म गहरे हो गए है। ग्रामीण पीडित परिवार को ढांढस बंधा रहे है।Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.