ETV Bharat / state

रोमानिया में फंसे सुजानगढ़ के तीन युवक, परिजनों ने मांगी विदेश मंत्री से मदद

चूरू के सुजानगढ़ के तीन युवक रोमानिया के शरणार्थी शिविरों में भटक रहे हैं. बता दें कि विदेश में नौकरी के लालच में गए यह युवक वहां फंस गए हैं और एक वीडियो शेयर कर मदद की गुहार लगा रहे हैं. वहीं युवकों के परिजनों ने उनको वापस बुलाने के लिए विदेश मंत्री एस. जयशंकर को पत्र लिखा है.

चूरू न्यूज, churu news
रोमानिया में फंसे सुजानगढ़ के तीन युवक
author img

By

Published : Jan 11, 2020, 5:41 PM IST

सुजानगढ़ (चूरू). जिले के सुजानगढ़ के तीन युवा भरण-पोषण करने के उद्देश्य से विदेश गये थे, लेकिन जहां उन्हे पंहुचना था, वहां पंहूचने से पहले ही तीनों युवक पकड़े गये और रोमानिया के शरणार्थी शिविरों अपना जीवन बिताने को विवश है. तीनों युवकों का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वो मदद की गुहार लगा रहे हैं.

रोमानिया में फंसे सुजानगढ़ के तीन युवक

वहीं युवकों के परिजन उनके सकुशल घर लौटने की बाट जोह रहे हैं तथा अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैं. इन्ही प्रयासों के तहत तीनों युवकों के परिजनों ने तीनों युवकों को स्वदेश वापस लाने के लिए विदेश मंत्री एस. जयशंकर को पत्र लिखा है.

परिजनों द्वारा सामूहिक रूप से विदेश मंत्री को लिखे पत्र के अनुसार जून 2019 में विनोद पुत्र मदनलाल ने पंकज, रामेन्द्र और विकास सैनी को से जर्मनी में वर्क परमिट दिलाने और वहां पर काम दिलाने के नाम पर साढ़े ग्यारह लाख प्रत्येक से लेकर उन्हें विदेश भेज दिया था.

जून 2019 में फ्लाइट के जरिये तीनों युवकों को अजरबैजान नामक देश भेजा गया, उसके बाद दूसरे एजेंट द्वारा 1 माह तक वहां के एक हॉस्टल में रखा गया. तीनों युवकों द्वारा जर्मनी भेजने की बात कहने पर सिस्टम सही नहीं होने का बहाना बनाया गया.

उसके बाद तीनों युवकों पंकज, रामेन्द्र, विकास को सर्बिया भेजा गया. जहां पर उनको करीब 5 महीने तक रखा गया. इस दौरान एजेंट द्वारा परिजनों को कहा गया कि टूरिस्ट वीजा से अवैद्य तरीके से रखा जा रहा है, इसलिए टाईम लगेगा और तुम लोगों ने कहीं शिकायत की तो तुम्हारे बच्चों की जान को खतरा हो सकता है.

यह भी पढ़ेंः मंत्री धारीवाल आज कोटा में, Jk lone मुद्दे के बाद अब करेंगे अस्पताल का निरीक्षण

उसके बाद तीनों युवकों को ‘‘रोमानिया’’ नामक देश जाने पर मजबूर करते हुए तीनों के पासपोर्ट और मोबाईल छीन लिये गये और जबरन सर्बिया का बोर्डर क्रोस करवाकर रोमानिया ले जाया गया. उसके बाद तीनों को आगे से आगे ले जाया गया और हंगरी के बोर्डर पर छोड़ दिया गया. कई दिनों तक जंगलों में पैदल भटकने के बाद हंगरी देश की पुलिस द्वारा तीनों को गिरफ्तार किया गया. वहां पर एक दिन पुलिस थाने में रखा गया और फिर से रोमानिया की पुलिस को सौंप दिया गया.

पढ़ें- जोधपुर: ठंड से सब्जी की फसल बर्बाद, टमाटर और मिर्ची को ज्यादा नुकसान

उसके बाद से तीनों युवक रोमानिया पुलिस के पास शरणार्थी शिविर में हैं और वहां उनका जीना मुहाल हो रखा है. उनके द्वारा रोमानिया एंबेसी में भी कॉल किया गया, लेकिन अब तक उनके पास मदद नहीं पहुंची है. पत्र में परिजनों ने बताया है कि तीनों युवकों को वापस भारत बुलाने के नाम पर एजेंट और एजेंट के लोगों द्वारा 1000 युरो प्रति व्यक्ति के हिसाब से और मांगे जा रहे हैं. परिजनों ने विदेश मंत्री से तीनों युवकों को फिर से भारत लाने और विदेश भेजने के नाम पर युवकों से 35 लाख रुपये की ठगी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की गई है.

सुजानगढ़ (चूरू). जिले के सुजानगढ़ के तीन युवा भरण-पोषण करने के उद्देश्य से विदेश गये थे, लेकिन जहां उन्हे पंहुचना था, वहां पंहूचने से पहले ही तीनों युवक पकड़े गये और रोमानिया के शरणार्थी शिविरों अपना जीवन बिताने को विवश है. तीनों युवकों का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वो मदद की गुहार लगा रहे हैं.

रोमानिया में फंसे सुजानगढ़ के तीन युवक

वहीं युवकों के परिजन उनके सकुशल घर लौटने की बाट जोह रहे हैं तथा अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैं. इन्ही प्रयासों के तहत तीनों युवकों के परिजनों ने तीनों युवकों को स्वदेश वापस लाने के लिए विदेश मंत्री एस. जयशंकर को पत्र लिखा है.

परिजनों द्वारा सामूहिक रूप से विदेश मंत्री को लिखे पत्र के अनुसार जून 2019 में विनोद पुत्र मदनलाल ने पंकज, रामेन्द्र और विकास सैनी को से जर्मनी में वर्क परमिट दिलाने और वहां पर काम दिलाने के नाम पर साढ़े ग्यारह लाख प्रत्येक से लेकर उन्हें विदेश भेज दिया था.

जून 2019 में फ्लाइट के जरिये तीनों युवकों को अजरबैजान नामक देश भेजा गया, उसके बाद दूसरे एजेंट द्वारा 1 माह तक वहां के एक हॉस्टल में रखा गया. तीनों युवकों द्वारा जर्मनी भेजने की बात कहने पर सिस्टम सही नहीं होने का बहाना बनाया गया.

उसके बाद तीनों युवकों पंकज, रामेन्द्र, विकास को सर्बिया भेजा गया. जहां पर उनको करीब 5 महीने तक रखा गया. इस दौरान एजेंट द्वारा परिजनों को कहा गया कि टूरिस्ट वीजा से अवैद्य तरीके से रखा जा रहा है, इसलिए टाईम लगेगा और तुम लोगों ने कहीं शिकायत की तो तुम्हारे बच्चों की जान को खतरा हो सकता है.

यह भी पढ़ेंः मंत्री धारीवाल आज कोटा में, Jk lone मुद्दे के बाद अब करेंगे अस्पताल का निरीक्षण

उसके बाद तीनों युवकों को ‘‘रोमानिया’’ नामक देश जाने पर मजबूर करते हुए तीनों के पासपोर्ट और मोबाईल छीन लिये गये और जबरन सर्बिया का बोर्डर क्रोस करवाकर रोमानिया ले जाया गया. उसके बाद तीनों को आगे से आगे ले जाया गया और हंगरी के बोर्डर पर छोड़ दिया गया. कई दिनों तक जंगलों में पैदल भटकने के बाद हंगरी देश की पुलिस द्वारा तीनों को गिरफ्तार किया गया. वहां पर एक दिन पुलिस थाने में रखा गया और फिर से रोमानिया की पुलिस को सौंप दिया गया.

पढ़ें- जोधपुर: ठंड से सब्जी की फसल बर्बाद, टमाटर और मिर्ची को ज्यादा नुकसान

उसके बाद से तीनों युवक रोमानिया पुलिस के पास शरणार्थी शिविर में हैं और वहां उनका जीना मुहाल हो रखा है. उनके द्वारा रोमानिया एंबेसी में भी कॉल किया गया, लेकिन अब तक उनके पास मदद नहीं पहुंची है. पत्र में परिजनों ने बताया है कि तीनों युवकों को वापस भारत बुलाने के नाम पर एजेंट और एजेंट के लोगों द्वारा 1000 युरो प्रति व्यक्ति के हिसाब से और मांगे जा रहे हैं. परिजनों ने विदेश मंत्री से तीनों युवकों को फिर से भारत लाने और विदेश भेजने के नाम पर युवकों से 35 लाख रुपये की ठगी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की गई है.

Intro:सुजानगढ़। विदेश भेजने के नाम पर सुजानगढ़ के तीन युवक रोमानिया के शरणार्थी शिविर में फंस गए हैं।Body:युवकों के परिजनों ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखकर मदद करने की मांग की है।Conclusion:रोमानिया में फंसे सुजानगढ़ के तीन युवक, पजिनों ने मांगी विदेश मंत्री से मदद
सुजानगढ़ । व्यक्ति अपने व परिवार के जीविकोपार्जन के लिए क्या-क्या नहीं करता और कहां -कहां नहीं भटकता, आजीविका के लिए हर काम करने के लिए तैयार रहता है, जिसके लिए अगर उसे अपने गांव, शहर, जिले या प्रदेश और देश के स्थान पर विदेश में अच्छे वेतन मिलने की कोई बात करता है तो व्यक्ति इस उम्मीद में कि चलो कुछ दिन दूर रहने से अगर परिवार के आर्थिक स्तर में बढ़ोत्तरी होती है तो वह इसे भी स्वीकार कर लेता है। कुछ ऐसा ही सुजानगढ़ के तीन युवाओं के साथ हुआ, जो अपना व परिवार का भरण पोषण करने के उद्देश्य से विदेश गये थे, लेकिन जहां उन्हे पंहूचना था, वहां पंहूचने से पहले ही तीनों युवक पकड़े गये और रोमानिया के शरणार्थी शिविरों अपना जीवन बिताने को विवश है, वहीं परिजन उनके सकुशल घर लौटने की बाट जोह रहे हैं तथा अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैं। इन्ही प्रयासों के तहत तीनों युवकों के परिजनों ने तीनों युवकों को स्वदेश वापस लाने के लिए विदेश मंत्री एस. जयशंकर को पत्र लिखा है। इन्द्रचंद पुत्र हनुमानप्रसाद गहलोत निवासी प्रगति नगर सुजानगढ़, नरेश पुत्र स्व. मूलचंद जांगीड़ निवासी प्रगति नगर सुजानगढ़ व शंकरलाल पुत्र बैगाराम सैनी निवासी नलिया बास सुजानगढ़ द्वारा सामूहिक रूप से विदेश मंत्री को लिखे पत्र के अनुसार जून 2019 में विनोद पुत्र मदनलाल गहलोत निवासी प्रगति नगर सुजानगढ़ ने पंकज पुत्र स्व. मूलचंद जांगीड़ निवासी प्रगति नगर सुजानगढ़, रामेन्द्र पुत्र इन्द्रचंद गहलोत निवासी प्रगति नगर सुजानगढ़ व विकास सैनी पुत्र शंकरलाल सैनी निवासी नलिया बास सुजानगढ़ से जर्मनी में वर्क परमिट दिलाने व वहां पर काम दिलाने के नाम पर साढ़े ग्यारह लाख प्रत्येक से लेकर उन्हे विदेश भेज दिया। जून 2019 में फ्लाइट के जरिये तीनों युवकों को अजहर भाईजान नामक देश भेजा गया। उसके बाद दूसरे एजेंट द्वारा 1 माह तक वहां के एक हॉस्टल में रखा गया। तीनों युवकों द्वारा जर्मनी भेजने की बात कहने पर सिस्टम सही नहीं होने का बहाना बनाया गया। उसके बाद तीनों युवकों पंकज, रामेन्द्र, विकास को सर्बिया भेजा गया। जहां पर उनको करीब 5 महीने तक रखा गया। इस दौरान एजेंट द्वारा परिजनों को कहा गया कि टूरिस्ट वीजा से अवैद्य तरीके से रखा जा रहा है, इसलिए टाईम लगेगा और तुम लोगों ने कहीं शिकायत की तो तुम्हारे बच्चों की जान को खतरा हो सकता है। उसके बाद तीनों युवकों को ‘‘रोमानिया’’ नामक देश जाने पर मजबूर करते हुए तीनों के पासपोर्ट और मोबाईल छीन लिये गये और जबरन सर्बिया का बोर्डर क्रोस करवाकर रोमानिया ले जाया गया। उसके बाद तीनों को आगे से आगे ले जाया गया और हंगरी के बोर्डर पर छोड़ दिया गया। कई दिनों तक जंगलों में पैदल भटकने के बाद हंगरी देश की पुलिस द्वारा तीनों को गिरफ्तार किया गया। वहां पर एक दिन पुलिस थाने में रखा गया और फिर से रोमानिया की पुलिस को सौंप दिया गया। उसके बाद से तीनों युवक रोमानिया पुलिस के पास शरणार्थी शिविर में हैं और वहां उनका जीना मुहाल हो रखा है। उनके द्वारा रोमानिया एंबेसी में भी कॉल किया गया, लेकिन अब तक उनके पास मदद नहीं पहुंची है। पत्र में परिजनों ने बताया है कि तीनों युवकों को वापस भारत बुलाने के नाम पर एजेन्ट व एजेन्ट के लोगों द्वारा 1000 युरो प्रति व्यक्ति के हिसाब से और मांगे जा रहे हैं। परिजनों ने विदेश मंत्री से तीनों युवकों को फिर से भारत लाने और विदेश भेजने के नाम पर युवकों से 35 लाख रूपयेकी ठगी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की मांग की गई है।

बाईट रोमानिया से भेजा गया तीनों युवकों का विडियो

बाईट 1 - परिजन

बाईट 2 - परिजन
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.