चित्तौड़गढ़. जिले के भूपालसागर थाना क्षेत्र में 2 दिन से गायब युवक ने घर पहुंचकर खुदकुशी करने की कोशिश की. इस दौरान उसकी तबीयत बहुत खराब हो गई थी. इलाज के लिए उसे गंभीर हालत में कपासन ले जाया गया, जहा से उसे चित्तौड़गढ़ जिला चिकित्सालय रेफर किया गया.यहां रविवार को उसने दम तोड़ दिया. उसके आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया. हेड कांस्टेबल कैलाश चंद्र और रामचंद्र हॉस्पिटल पहुंचे और पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया.
हेड कांस्टेबल कैलाश चंद्र के अनुसार, जाशमा में किराए के मकान पर निवासरत 38 वर्षीय रामेश्वर लाल पुत्र गंगाराम लोहार ने शनिवार देर रात आत्महत्या करने की कोशिश की. ऐसा करते देखकर उसकी पत्नी सीमा घबरा गई. पड़ोस के लोग भी पहुंच गए और उसे कपासन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से चित्तौड़गढ़ रेफर कर दिया था. यहां हालत गंभीर मानते हुए उसे गहन चिकित्सा इकाई में शिफ्ट कर दिया गया. इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई. उसके दो छोटे छोटे बच्चे हैं.
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परिजनों के अनुसार, रामेश्वर मूलत राशमी थाना अंतर्गत उपरेडा गांव का था. 10 साल पहले पिता की तरफ से उसे घर से निकाल दिया गया. तब से वह जाशमा किराए के मकान पर रह रहा था. वह अपने साले गारियावास निवासी जगदीश के साथ फर्नीचर का काम कर रहा था, लेकिन पिछले कुछ समय से उसने काम छोड़ दिया और डेढ़ महीने पहले वह अपने अंकल के पास अपने पैतृक गांव चला गया और वहीं पर मवेशियों को संभाल रहा था. इस बीच पत्नी के प्रेशर पर महीने भर से जाशमा आ गया, लेकिन कुछ भी काम नहीं कर रहा था और पत्नी सीमा नरेगा पर मजदूरी कर अपने दोनों ही बच्चों का पेट पाल रही थी. पुलिस उसके आत्महत्या के कारणों की तलाश में जुटी है.