रामगढ़ (अलवर). जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र के गांव खोह में बाबूलाल पुत्र दयाराम की बेटे की शादी में डीजे से बिंदोरी निकालने का कार्यक्रम चल रहा था. परिवार की महिलाएं डीजे पर डांस कर रही थीं तो अचानक गांव के ही समुदाय विशेष के युवक बाइक पर आए और बिंदोरी कार्यक्रम में महिलाओं के साथ जबरन डांस करने लगे. जब दलित परिवार के लोगों ने विरोध जताया और महिलाओं के साथ डांस करने के लिए मना किया तो उन्होंने अपने परिवार के 20 से 25 लोगों को बुला लिया. उसके बाद छत पर चढ़कर बिंदोरी कार्यक्रम में पथराव शुरू कर दिया, जिसमें कई लोगों के चोटें लगी हैं.
घटना की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को दी तो क्वाआरटी सहित भारी पुलिस बल के साथ एडिशनल एसपी शंकर लाल मीणा व थाना अधिकारी सुरेंद्र कुमार मौके पर पहुंचे. घटना का जायजा लेने के बाद पुलिस ने 10 से 12 लोगों को पकड़कर थाने ले आए. वहीं, पीड़ित बाबूलाल मेघवाल का कहना है कि समुदाय विशेष के लोग दलित परिवार की प्रत्येक शादी में इस तरह दबंगई दिखाते हैं, लेकिन दलित परिवार के लोग इनकी दबंगई के कारण रिपोर्ट तक दर्ज नहीं कर पाते हैं.
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पुलिस ने इस मामले में 5 लोगों को धारा 151 में बंद कर एसडीएम के समक्ष पेश किया है, बाकी आरोपियों को गिरफ्तार कर रखा है. तीन आरोपियों को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने दलित परिवार के साथ की गई मारपीट के मामले में एसटी-एससी एक्ट व मारपीट की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है. मामले की जांच डीएसपी सुरेश कुड़ी कर रहे हैं. इस मामले को लेकर दलित समाज के लोगों में भारी आक्रोश है.
रामगढ़ डीएसपी सुरेश कुड़ी ने बताया कि खोह गांव निवासी बाबूलाल पुत्र दयाराम ने मामला दर्ज कराया है कि उनके यहां शादी का बिंदोरी निकाली जा रही थी. इस दौरान समुदाय विशेष के कुछ असामाजिक तत्व आकर डीजे पर महिलाओं के साथ डांस करने लगे. जब उनको मना किया तो परिजनों के साथ मिलकर कार्यक्रम के दौरान मारपीट व पथराव करने लगे. घटना का जायजा लेने के बाद 10-12 लोगों को हिरासत में लेकर थाना लाया गया, जिनमे से 5 लोगों को 151 में बंद कर एसडीएम के समक्ष पेश किया गया है. बाकी आरोपियों को हिरासत में रखा हुआ है.