जयपुर. नए ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी (New Energy Minister Bhanwar Singh Bhati) ने बुधवार को शुभ मुहूर्त में विद्युत भवन पहुंचकर ऊर्जा विभाग (Energy Ministry) का कार्यभार संभाला. इस दौरान भाटी ने डिस्कॉम (Discom) सहित प्रसारण निगम, उत्पादन निगम और अक्षय ऊर्जा निगम के अधिकारियों की बैठक ली और विभाग के कामकाज को समझा. इस दौरान मीडिया से मुखातिब हुए भाटी ने माना कि बिजली कंपनियों को घाटे से उबारना एक बड़ी चुनौती है. उनका प्रयास घाटा कम कर किसान और आम उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण बिजली उपलब्ध कराना होगा.
अधिकारियों की ली बैठक, महंगी बिजली अनुबंध के मामले में ली जानकारी
पदभार ग्रहण करने के बाद भंवर सिंह भाटी ने डिस्कॉम अधिकारियों के साथ ही उत्पादन निगम, प्रसारण निगम और राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के अधिकारियों की बैठक ली. इस दौरान डिस्कॉम सीएमडी भास्कर ए सावंत और अतिरिक्त मुख्य सचिव ऊर्जा सुबोध अग्रवाल भी मौजूद रहे. अधिकारियों ने बिजली कंपनियों की मौजूदा स्थिति से भाटी को अवगत कराया. साथ ही जिन प्रोजेक्ट्स पर फिलहाल काम चल रहा है, उनकी भी जानकारी दी. मंत्री ने इस दौरान पूर्व में हुए महंगी बिजली खरीद के अनुबंधों को लेकर भी जानकारी मांगी और साथ ही यह भी निर्देश दिए कि कानूनी रास्ता निकाल महंगी बिजली खरीद के अनुबंधों को खत्म कराया जाए. इस संबंध में अब तक की गई कार्यवाही से अधिकारियों ने मंत्री को अवगत कराया.
पेंडिंग कृषि कनेक्शन जल्द होंगे जारी
पदभार ग्रहण करने के बाद मीडिया से बातचीत में भाटी ने कहा कि कोरोना कालखंड में कृषि कनेक्शन के लिए आवेदन करने वाले किसानों के कुछ कनेक्शन पेंडिंग थे, उन्हें जल्द ही जारी किए जाएंगे. मैं खुद किसान परिवार से आता हूं, लिहाजा किसानों का दर्द समझता हूं. उन्होंने कहा कि रबी के सीजन के लिए किसानों को पर्याप्त बिजली मिल सके इसके लिए अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए हैं. ताकि इस दौरान किसानों को बिजली को लेकर किसी प्रकार का कोई संकट ना हो.
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विद्युत भवन में मंत्रोचार के साथ किया पदभार ग्रहण
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने सोमवार को मंत्रियों के विभागों का बंटवारा किया, लेकिन भाटी ने बुधवार के शुभ दिन सुबह शुभ मुहूर्त में मंत्रोचार के साथ नई जिम्मेदारी संभाली. इस दौरान विद्युत भवन में मंत्रोचार की गूंज सुनाई दी. बकायदा पंडित ने धार्मिक परंपराओं के अनुसार पूजा पाठ करवाया तब भाटी ने ऊर्जा मंत्री की कुर्सी संभाली.