जोधपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संकेत दिये हैं कि वे वैट कम कर सकते हैं. जोधपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र की नीति और नियति दोनों खराब हैं. केंद्र चाहता है कि राज्य कमजोर रहें. इसके चलते केंद्र ने पेट्रोल-डीजल पर जो एक्साइज ड्यूटी कम की है, उसका सीधा नुकसान राज्यों को हुआ है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक्साइज ड्यूटी में राज्य का भी हिस्सा होता है. लेकिन केंद्र ने उसी से को कम किया है. जिससे राज्यों को नुकसान होता है. गहलोत ने कहा कि हम भी जनता को राहत देने के लिए विचार कर रहे हैं. हर राज्य का अपना वित्तीय प्रबंधन होता है. जल्दी ही हम इस पर भी फैसला लेंगे.
केंद्र सरकार पर निकाली भड़ास
मंगलवार को जोधपुर सर्किट हाउस में दिल्ली रवाना होने से पहले पत्रकारों से बात करते हुए गहलोत ने केंद्र सरकार पर जमकर भड़ास निकाली. गहलोत ने कहा कि लोकतंत्र में राज्य मजबूत होते हैं तो केंद्र मजबूत होता है. लेकिन केंद्र सरकार उलटी नीति पर चल रही है. गहलोत ने कहा कि पिछली बार मैंने जोधपुर से कुछ घोषणा की थी लेकिन आज मैं जयपुर नहीं दिल्ली जा रहा हूं.
दिल्ली जाने का मतलब मंत्रिमंडल विस्तार !
गहलोत ने यह संकेत दिए कि वे दिल्ली जा रहे हैं जिससे राज्य में आगामी दिनों में होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार, फेरबदल और संगठन की नियुक्तियों को लेकर निर्णय होंगे. जिसका इंतजार लंबे समय से राज्य की जनता और नेता दोनों कर रहे हैं. यह बात अलग है कि जब उनसे मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने उसका जवाब नहीं दिया.
आलाकमान से होगी गहलोत की मुलाकात
गौरतलब है कि राज्य मंत्रिमंडल राजस्थान का प्रमुख मुद्दा दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय पर बना हुआ है. इस पर अंतिम निर्णय के लिए गहलोत की दिल्ली में जाकर आलाकमान से मुलाकात करने प्रस्तावित थी. लेकिन लगातार जोधपुर के दौरे चल रहे थे ऐसे में मंगलवार को वे जोधपुर आए. अपने भाई के पारिवारिक आयोजन में भी भाग लिया और उसके बाद रात को दिल्ली के लिए विशेष विमान से रवाना हो गए.
जालेली फोजदार गांव में भी दिये संकेत
मुख्यमंत्री ने आज जोधपुर के जालेली फोजदार गांव में भी संकेत दिये थे कि राजस्थान सरकार (Gehlot Government) जल्दी ही पेट्रोल-डीजल के दामों में कमी करेगी. इसके लिए सरकार वैट घटाएगी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को जोधपुर के जालेली फोजदार गांव में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जब सब राज्यों ने पेट्रोल-डीजल के दाम (petrol price in Rajasthan) कम कर दिए हैं तो हमें भी कम करने पड़ेंगे.
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सीएम गहलोत ने कहा कि मैं आपको यह समझाना चाहता हूं कि केंद्र सरकार ने जो राशि घटाई है, उससे राजस्थान में अपने आप डीजल पेट्रोल सस्ता हुआ है. वहीं सरकार को 1800 करोड़ रुपए का घाटा भी हुआ है. उपचुनाव में भाजपा की हुई हार के बाद मोदी जी के कान खड़े हो गए और उन्होंने यह भाव कम कर दिए.
केंद्र से की ये मांग
उन्होंने कहा कि भाव तो हम भी कम करेंगे लेकिन हम केंद्र सरकार से आश्वासन चाहते हैं कि कंपनियों को पाबंद करें. कंपनियां हर दिन भाव बढ़ाती है. जिससे आम जनता परेशान है. महंगाई बढ़ रही है. केंद्र सरकार ने आमजनता को खूब लूटा है. हमारी केंद्र सरकार से मांग है कि वह डीजल में 15 रुपए, पेट्रोल में 10 और कम करें. इससे राजस्थान सरकार को 3500 करोड़ रुपए का घाटा होगा, जो हम जनहित में सहन कर लेंगे.
सीएम ने जालेली फौजदार गांव में आयोजित प्रशासन गांवों के संग शिविर में पट्टे बांटे और लोगों को आश्वस्त किया कि उनकी हर मांग को पूरा किया जाएगा. इस शिविर में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, खान मंत्री प्रमोद जैन भाया सहित कांग्रेस के कई विधायक और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे.