बीकानेर. सरकारी अस्पताल के कई चिकित्सकों की ओर से अपने घर में ही दवाई की दुकानें खोलकर और मरीजों को वहीं से ही दवा देने के लिए मजबूर करने वाले कई चिकित्सकों के खिलाफ विरोध का मोर्चा खोलते हुए बीकानेर दवा विक्रेता संघ के आह्वान पर दवा विक्रेताओं ने अपने मेडिकल स्टोर बंद रखकर शुक्रवार को विरोध जताया. दवा विक्रेताओं ने इस दौरान पीबीएम अस्पताल रोड के साथ ही शहर के सभी मेडिकल स्टोर्स को पूरी तरह से दिनभर बंद रखा और पीबीएम अस्पताल रोड पर एकत्रित होकर नारेबाजी कर अपना विरोध जताया.
दवा विक्रेताओं का आरोप था कि सरकारी अस्पताल में नियुक्त अनेक चिकित्सक गलत ढंग से अपने घर में ही दवाई की दुकानें खोले हुए हैं और मरीजों को जो दवाई लिखते हैं, वह केवल उनकी दुकान पर ही मिलती है. जिससे आम केमिस्ट का व्यवसाय भी पूरी तरह से ठप हो गया है. साथ ही मरीजों के साथ भी खिलवाड़ किया जा रहा है.
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दवा विक्रेता संघ के पदाधिकारी आशाराम जोशी का कहना रहा कि बिना जरूरत के भी कई बार चिकित्सक मरीजों को दवाई लिख देते हैं और उसकी एमआरपी बहुत ज्यादा होती है और बाजार में मिलती नहीं है. ऐसे में मजबूरन मरीज को वह दवाई उस दुकान से खरीदनी पड़ती है, जो डॉक्टर के घर में ही स्थित दुकान पर ही मिलती है. जिससे डॉक्टर को दोहरा फायदा हो रहा है तो मरीजों को नुकसान हो रहा है. उन्होंने कहा कि सरकारी स्तर पर ऐसे डॉक्टरों पर अंकुश नहीं लगने से मरीजों के साथ खिलवाड़ हो रहा है. जिसके विरोध में आज संघ ने दवा की दुकानें बंद रखकर अपना विरोध जताया है और आगे भी विरोध को जारी रखेंगे.