भरतपुर. बुजुर्गों ने कहा था खेलोगे कूदोगे बनोगे नवाब... राजस्थान में यह कहावत अब चरितार्थ होने लगी है. कबड्डी खेलने वाले कई खिलाड़ी ऐसे हैं, जो राजस्थान पुलिस में खेल कोटा से कांस्टेबल के रूप में भर्ती हुए थे, लेकिन आज डीवाईएसपी पद तक पहुंच गए हैं. राजस्थान पुलिस के खेल प्रभारी, डीवाईएसपी और कबड्डी के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी राजू लाल चौधरी ने ईटीवी भारत के साथ विशेष बातचीत में कई महत्वपूर्ण अनुभव साझा किए...
कांस्टेबल से DYSP तक का सफर...
राजस्थान पुलिस के खेल अधिकारी राजू लाल चौधरी ने बताया कि वर्ष 2008 में वो राजस्थान पुलिस में कांस्टेबल के रूप में भर्ती हुए. उसके बाद 3 साल में ही हेड कांस्टेबल के रूप में गैलेंट्री प्रमोशन हुआ. राजू लाल चौधरी ने बताया कि राजस्थान पुलिस में सिर्फ 3 साल में गैलेंट्री प्रमोशन लेने वाले वह एकमात्र शख्स थे और यह सब कबड्डी खेल की वजह से ही संभव हो पाया. अब प्रदेश के खेल मंत्री अशोक चांदना की आउट ऑफ टर्न पॉलिसी के तहत राजू लाल चौधरी को राजस्थान पुलिस में डीवाईएसपी के रूप में पदोन्नत किया गया है.
5 साल में खेलों में टॉप थ्री में होगा राजस्थान...
राजस्थान पुलिस के खेल प्रभारी राजू लाल चौधरी ने बताया कि राजस्थान के युवाओं में खेल के प्रति रुझान तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे में आने वाले 5 साल में यदि सब कुछ सही रहा तो राजस्थान ना केवल कबड्डी, बल्कि सभी खेलों में देश के शीर्ष तीन राज्यों में शामिल हो जाएगा.
पुलिस में खेल कोटा से 200 की भर्ती होगी...
राजू लाल चौधरी ने बताया कि राजस्थान पुलिस में फिलहाल कबड्डी के 25 पुरुष खिलाड़ी और 16 महिला खिलाड़ी हैं. राजू लाल चौधरी ने बताया कि अगले माह राजस्थान पुलिस में स्पोर्ट्स कोटा से 100 कांस्टेबल और 100 सब इंस्पेक्टर की और भर्ती की जाएगी. इन सभी की भर्ती बिना परीक्षा के ट्रायल बेस पर की जाएगी. फिलहाल राजस्थान पुलिस में सभी खेलों के 300 खिलाड़ी हैं. राजू लाल चौधरी ने बताया कि आगामी दो-तीन वर्ष के अंदर राजस्थान पुलिस में करीब 1000 खिलाड़ियों की भर्ती की जाएगी.
राजू लाल चौधरी ने बताया कि भरतपुर में खेलों के प्रति काफी सकारात्मक माहौल है और आने वाली समय में खेल कोटा में भी भर्तियां की जाएंगी. ऐसे में युवाओं को खेलों में आगे आना चाहिए. राजू लाल चौधरी ने बताया कि शुरुआत में उनके गांव से वह और उनका चचेरा भाई कबड्डी खेलते थे. चाचा जी ने चौगान स्टेडियम में कबड्डी की प्रैक्टिस कराना शुरू किया था. लेकिन, उसके बाद आज कबड्डी की वजह से उनके गांव से 15 खिलाड़ी अलग-अलग विभागों में जॉब कर रहे हैं. साथ ही, गांव में करीब 150 खिलाड़ी हर दिन कबड्डी की प्रैक्टिस करते हैं. इतना ही नहीं, चौगान स्टेडियम में शुरुआत में सिर्फ 20 खिलाड़ी कबड्डी की प्रैक्टिस करते थे. लेकिन, आज कबड्डी के 800 खिलाड़ी प्रैक्टिस करते हैं.
राजस्थान में खिलाड़ियों का भविष्य स्वर्णिम...
राजू लाल चौधरी ने बताया कि आज राजस्थान में आउट ऑफ टर्न पॉलिसी से खिलाड़ियों में अच्छे भविष्य की उम्मीद जगी है. राजस्थान में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर खेल कोटा से खिलाड़ियों की सीधी भर्ती की गई है. ऐसे में राजस्थान के खिलाड़ियों का भविष्य काफी अच्छा होने वाला है. गौरतलब है कि भरतपुर में 68वीं राज्य स्तरीय सीनियर कबड्डी प्रतियोगिता 2021 चल रही है. प्रतियोगिता में पूरे प्रदेश से पुरुषों की 35 टीम और महिलाओं की 21 टीम भाग ले रही है. प्रतियोगिता 7 मार्च तक चलेगी.