अजमेर . शहर को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट मिले 4 साल बीत चुके हैं. लेकिन प्रोजेक्ट के तहत अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड कंपनी के पास गिनाने को चार विकास कार्य भी नहीं हैं.
1948 करोड़ रुपए के अजमेर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में 200 करोड़ रुपए की लागत से एलिवेटेड ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन उसे भी करीब 8 महीने का वक्त बीत चुका है. वहीं, 3 किलोमीटर लंबे ब्रिज में 89 पिलर लगने हैं, लेकिन 8 माह में 11 पिलर का फाउंडेशन ही बन पाया है. शहर में पेयजल व्यवस्था को सुचारू बनाए जाने के लिए 103 करोड़ रुपए की लागत से तीन सी डब्ल्यू आर पंपसेट और पानी की टंकियां बनाई जानी हैं, जिसका काम अभी पूरा नहीं हुआ है. अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड कंपनी के निदेशक अनिल विजयवर्गीय ने प्रेस वार्ता में प्रोजेक्ट के तहत अब तक हुए विकास कार्यों की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को लेकर केंद्र सरकार ने सजगता दिखाई है. इस लिहाज से आगामी दिनों में प्रोजेक्ट की मंद पड़ी गति को रफ्तार मिल सकती है.
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में यह होने हैं कार्य
प्रोजेक्ट की कुल लागत 1948 करोड़ रुपए है. इसके तहत सीवेज एवं पेयजल आपूर्ति से संबंधित कार्य, ड्रेनेज, पार्को का विकास, सौर ऊर्जा के कार्य, एलइडी लाइट्स, स्मार्ट ट्रेफिक प्रबंधन, एलिवेटेड रोड, आनासागर झील का विकास व सौंदर्यीकरण, सुभाष उद्यान का पुनरुद्धार, धरोहर संरक्षण एवं पर्यटन विकास, सूचना प्रौद्योगिकी विकास आधारित कार्य, साइकिल शेयरिंग, ओपन एयर जिम, स्मार्ट क्लासेज, आनासागर एस्केप चैनल में सुधार कार्यों को शामिल किया गया है.