अजमेर. अग्रसेन सर्किल के समीप हस्बैंड मेमोरियल स्कूल की दुकानों के बीच शराब की दुकान खोले जाने की कार्यवाही से मसीह समाज मे रोष व्याप्त है. नार्थ इंडिया की सबसे बड़ी मसीह समाज की संस्था डायसिस ऑफ राजस्थान के बैनर तले मसीह समाज के लोगों ने आबकारी विभाग से शराब की दुकान नहीं खोलने की मांग की है. अजमेर में नई आबकारी नीति के तहत देशी और अंग्रेजी शराब की 60 दुकाने कम्पोजिट नीलाम हुई हैं. इस कारण नीलामी में जिनके नाम बोली खुली है, वह लोकेशन के मुताबिक बड़ी दुकाने तलाश रहे हैं.
इस कारण स्थान परिवर्तन होने से कई जगह विरोध का भी सामना करना पड़ रहा है. अग्रसेन चौराहे के समीप डायसिज ऑफ राजस्थान की ओर से संचालित हसबेंड मेमोरियल स्कूल की दुकानों में शराब की दुकान खोले जाने का विरोध शुरू हो गया है. डायसिस ऑफ राजस्थान से जुड़े मसीह समाज के प्रतिनिधिमंडल ने आबकारी विभाग के अधिकारियों को ज्ञापन देकर अपना विरोध जताया है.
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डायसिस ऑफ इंडिया के सचिव राकेश सेमुअल ने बताया कि हसबैंड मेमोरियल स्कूल का संचालन डायसिस ऑफ राजस्थान करता है. स्कूल परिसर में स्थित दुकानों का किराया डायसिस ऑफ राजस्थान लेता है. स्कूल के समीप शराब की दुकान खोलना आबकारी नीति के विरुद्ध है. उन्होंने बताया कि पूर्व में ही प्रार्थना स्थल भी है, जहां उसे समाज के लोगों की धार्मिक भावनाएं जुड़ी हुई है. शराब की दुकान खोले जाने से वहां समाज के लोगों की भावनाएं आहत होगी. मसीह समाज के लोगों ने आबकारी विभाग के अलावा कलेक्टर से भी गुहार लगाई है.