बहुत से लोग अधिक काम करने और वयस्त रहने के कारण लगातार पेशाब को रोककर रखते है, जो की सही नहीं है. विशेषज्ञों के मुताबिक, पेशाब को रोककर रखने से मूत्र मार्ग में संक्रमण (यूटीआई), दर्द और भी बहुत कुछ हो सकता है. लंबे समय में तक पेशाब रोकना यूरिनरी ब्लैडर को फैलाने का कारण बन सकता है.
बता दें, यूरिनरी ब्लैडर एक खोखला, नाशपाती के आकार का अंग होता है, जो यूरिनरी सिस्टम का हिस्सा बनता है, यूरिनरी ब्लैडर की भूमिका तब तक मूत्र को संग्रहीत करना है जब तक कि व्यक्ति शौचालय का उपयोग करने के लिए तैयार न हो जाए. आमतौर पर वयस्कों का यूरिनरी ब्लैडर लगभग एक पिंट या दो कप यूरिन को रोक सकता है, हालांकि इससे अधिक होने पर यूरिन ब्लैडर फैल सकता है. जब यूरिनरी ब्लैडर लगभग आधा भर जाता है, तब लोगों को पेशाब करने की इच्छा होने लगती है.
ज्यादातर वयस्कों में कभी-कभी पेशाब को रोकने से समस्याएं नहीं होती हैं, लेकिन अगर यह आदत बन जाती है, तो लोगों को कुछ अवांछित प्रभावों का अनुभव हो सकता है. ऐसे में नियमित रूप से बाथरूम जाने को टालना उचित नहीं है. पेशाब को रोकना कब और कैसे सुरक्षित है, इसके लिए कोई सख्त नियम नहीं हैं. कुछ लोगों को दूसरों की तुलना में साइड इफेक्ट होने का ज्यादा खतरा हो सकता है, जैसे कि...
यूरिनरी ब्लैडर में दर्द
जो लोग रेगुलर तौर पर पेशाब को रोकें रखते है या भीर तेज पेशाब आने के बाद भी अनदेखा करते हैं. ऐसे लोगों के यूरिनरी ब्लैडर या किडनी में दर्द या असुविधा महसूस हो सकती है. जब वे बाथरूम में पहुंचते हैं, तब उन्हें पेशाब करने में भी दर्द हो सकता है. पेशाब निकलने के बाद भी मांसपेशियां आंशिक रूप से सिकुड़ी रह सकती हैं, जिससे पैल्विक में ऐंठन महसूस हो सकती है.
यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन
कुछ मामलों में बहुत देर तक पेशाब रोकने से बैक्टीरिया बढ़ सकते हैं. इससे यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (यूटीआई) हो सकता है. यूरोलॉजी केयर फाउंडेशन के अनुसार, लोगों को लंबे समय तक पेशाब रोकने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे यूटीआई का खतरा बढ़ सकता है. डिहाइड्रेशन, पर्सनल हाइजीन की कमी और कुछ दवाएं भी यूटीआई का खतरा बढ़ा सकती हैं.
यूटीआई के लक्षणों में ये शामिल हो सकते हैं:
- पेशाब करते समय जलन या चुभन महसूस होना
- पेल्विस या पेट के निचले हिस्से में दर्द
- यूरिनरी ब्लैडर को खाली करने की लगातार इच्छा होना
- मजबूत या दुर्गंधयुक्त पेशाब
- धुंधला, बेस्वाद पेशाब
- लगातार गहरे रंग का पेशाब
- खून वाला पेशाब
यूरिनरी ब्लैडर में खिंचाव महसूस होना
ज्यादा देत तक और नियमित रूप से पेशाब रोकने से यूरिनरी ब्लैडर में खिंचाव हो सकता है. इससे यूरिनरी ब्लैडर सिकुड़ सकता है और पेशाब को बाहर निकालना मुश्किल या असंभव हो सकता है.
पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को नुकसान
बार-बार पेशाब को रोकना पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचा सकता है. इन मांसपेशियों में से एक मूत्रमार्ग स्फिंक्टर (urethral sphincter)है, जो पेशाब को लीक होने से रोकने के लिए मूत्रमार्ग को बंद रखता है. इस मांसपेशी को नुकसान पहुंचाने से मूत्र असंयम हो सकता है.
किडनी में पथरी हो सकता है
पेशाब को रोकने से किडनी में पथरी बन सकती है, पेशाब में अक्सर यूरिक एसिड और कैल्शियम ऑक्सालेट जैसे मिनरल्स होते हैं. लगातार पेशाब रोकने के कारण यह किडनी स्टोन बन जाते हैं.
कितनी देर तक पेशाब को रोके रखना सुरक्षित है?
एक हेल्दी व्यक्ति तकरीबन 400 से 500 मिलीलीटर मूत्र, या लगभग दो कप तक रोक सकता है. आमतौर पर, एक या दो घंटे तक पेशाब रोकने से कोई नुकसान नहीं होता है. हालांकि, बहुत ज्यादा देर तक पेशाब रोककर रखने से सेहत को नुकसान हो सकता है. विशेषज्ञों के द्वारा सलाह दी जाती है कि एक हेल्दी व्यक्ति को हर तीन घंटे में अपने मूत्राशय को खाली करना चाहिए, चाहे आपको जाने की इच्छा हो या न हो. ऐसा करना महत्वपूर्ण है ताकि आप अपने मूत्राशय में बहुत अधिक मूत्र न रोक सकें.
(डिस्क्लेमर: यहां आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सलाह केवल आपकी जानकारी के लिए है. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान कर रहे हैं. बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप अपने निजी डॉक्टर की सलाह ले लें.)