अजमेर. रेलवे निजीकरण के विरोध में बुधवार को ऑल इंडिया रेलवे फेडरेशन की से ओर शहर में देशव्यापी आंदोलन की शुरुआत की गई. यहां बड़ी संख्या में रेलवे कर्मचारी मौजूद रहे और सरकार के खिलाफ नारेबाजी किए.
इस विरोध रैली और प्रदर्शन के माध्यम से आम जनता को सरकार को रेलवे में गलत नीतियों की जानकारी दी गई. यूनियन के मंडल अध्यक्ष मोहन चेलानी, भूपेंद्र भटनागर, अरुण गुप्ता सहित नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे यूनियन के कई पदाधिकारी शामिल हुए. वहीं भूपेंद्र भटनागर ने जानकारी देते बताया कि सुबह 9 से 2 बजे तक धरने को दिया गया. प्रदर्शन के माध्यम से लोगों को बताया कि केंद्र सरकार किस तरह से अपने फायदे के लिए रेलवे को निजी हाथों में बेच रही है और आगामी दिनों में और ट्रेन चलने जा रही है.
पढ़ेंः राजस्थान के 9 विश्वविद्यालयों का दीक्षांत समारोह दिसंबर में, जानें कब कहां होगा कन्वोकेशन
वहीं 50 स्टेशन भी प्राइवेट कंपनी के हाथों सौंपे जा रहे हैं, जिसके कारण रेलवे कर्मचारियों के साथ-साथ आम जनता को भी नुकसान उठाना पड़ेगा. भटनागर ने कहा कि जिस तरह से तेजस ट्रेन को चलाया गया है. उसमें किराया भी काफी अधिक रखा गया है, जिसके साथ-साथ लोगों को धीरे-धीरे समस्याओं का सामना करना पड़ेगा.