सिवनी। जिले का इंदिरा गांधी जिला चिकित्सालय इन दिनों ऑक्सीजन पर पहुंच गया है. यहां पर कर्मचारियों की बल्ले-बल्ले है और स्वास्थ्य सुविधा बद से बदतर हो चुकी है. इंदिरा गांधी जिला चिकित्सालय में घटना दुर्घटना से पीड़ित मरीजों को इलाज के लिए परिजनों खुद ले जाना पड़ता है. जिसका एक वीडियो सामने भी आया है. (Relatives kept looking for beds)
मरीज का इलाज हुआ पर नहीं मिला बेडः बीती रात मोटरसाइकिल से स्लिप होकर दो युवक गिर गए. जिसमें बाइक चालक को गंभीर चोटे आई गंभीर अवस्था में मरीज को इंदिरा गांधी जिला चिकित्सालय लाया गया. जहां ड्यूटी डॉक्टर ने मरीज का इलाज कर उसे ग्लूकोज की बोतल तो लगा दी पर उस मरीज को न ही बेड मिला और न ही बोतल टांगने वाला स्टैंड. इसके कारण उसके परिजनों ने मरीज के हाथ में बोतल पकड़ा कर वार्ड में बेड ढूंढते नजर आए. सिवनी जिला चिकित्सालय में यह आलम है कि शाम होते ही जिला चिकित्सालय के कर्मचारी अपने-अपने घर चले जाते हैं. जिनकी ड्यूटी होती है वह या तो अपने घर पर आराम करते हैं या फिर ड्यूटी के समय सोते रहते हैं. जिसका परिणाम यह है कि यहां पर ड्यूटी डॉक्टर प्राथमिक उपचार तो कर देता है पर वार्ड तक पहुंचाने वाले कर्मचारी नदारद रहते हैं. जिसकी वजह से मरीज और उसके परिजनों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. (Patient holding glucose bottle in his hand)
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जिला चिकित्सालय की लापरवाही आई सामनेः मध्य प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान प्रदेशवासियों को बेहतर सुविधा मिले इसके लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं. जिसमें करोड़ों रुपए खर्च करना भी शामिल है. जिला प्रशासन की अनदेखी और जिला चिकित्सालय में लापरवाही के चलते मीरजों को इंदिरा गांधी जिला चिकित्सालय में बेहतर सुविधा नहीं मिल रही. शिव के राज में बदतर स्वास्थ्य सुविधा पर अब देखना होगा कि जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार इन लापरवाह स्वास्थ्य कर्मचारियों पर क्या कार्यवाही करती है. (Regligence of district hospital came to the fore)