बैतूल: जिला जेल में बंदी द्वारा आत्महत्या करने का मामला सामने आया है. विचाराधीन बंदी दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के आरोप में जेल में सजा काट रहा था. घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी. इस मामले की न्यायिक जांच भी की जा रही है. वहीं जेल प्रशासन ने कैदी के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है.
18 दिसंबर को जेल पहुंचा था आरोपी
बैतूल एसडीओपी शालिनी परस्ते ने बताया कि "विचाराधीन बंदी गोलू उर्फ संदीप (उम्र 28 साल) निवासी खड़गड़ थाना आठनेर, बैरक नंबर 2 में बंद था. शनिवार देर रात को उसने बाथरूम में आत्महत्या कर ली. मृतक पर अपराध क्रमांक 320/23 धारा 366, 376(1)(2)(3) 506 के तहत आठनेर थाना में मामला दर्ज था. संदीप मामला दर्ज होने के डेढ़ साल बाद पुलिस के हत्थे चढ़ा, इससे पहले वह फरार चल रहा था. उसे 18 दिसंबर को न्यायालय में पेश किया था, जहां से उसे जेल भेज दिया था."
नाबालिग से दुराचार का था आरोप
जेल प्रशासन ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है. साथ ही घटना की जानकारी परिजन को भेज दी है. बताया जा रहा है कि मृतक का परिवार महाराष्ट्र के चांदूर बाजार में रहता है. मृतक मजदूरी करता था. उस पर नाबालिग से दुराचार करने का आरोप लगा था. पुलिस घटना की जांच कर रही है. विचाराधीन बंदी ने आत्महत्या क्यों कि इसका कोई कारण स्पष्ट नहीं है. जांच में पता चला है कि 19 दिसंबर को पत्नी मिलने आई थी, तब से उसके व्यवहार में बदलाव आया था. उसकी पत्नी ने उससे तीन बार टेलीफोन पर बात की थी.
- दतिया में भाजपा के नगर महामंत्री ने की आत्महत्या, भाई ने भाजपा पार्षद पर लगाया टॉर्चर करने का आरोप
- डिजिटल अरेस्ट ने ले ली जान, गिरफ्तारी का डर दिखा अतिथि टीचर से ऐंठे पैसे, महिला ने की आत्महत्या
गिनती में कम निकलने पर की तलाश
जिला जेल के जेलर योगेन्द्र कुमार तिवारी ने बताया, "बैरक नंबर 2 में 90 बंदी कैद हैं. बैरक की ड्यूटी पर तैनात बंदी मनीष पिता जय सिंह ने जब गिनती की तो एक बंदी कम था. उसने जेल प्रशासन को इसकी जानकारी दी." जेल प्रहरी दिनेश खातरकर ने बैरक के बाथरूम में जाकर देखा तो संदीप का शव मिला. इस पूरे मामले की न्यायिक जांच की जा रही है.