राजगढ़। मध्य प्रदेश में 28 सीटों का उपचुनाव 3 नवंबर को होने जा रहा है. इसको लेकर लगातार बीजेपी और कांग्रेस अपने-अपने समीकरण साधने में लगी हुई है. वहीं बीजेपी लगातार अपने प्रत्याशियों को जिताने के लिए ना सिर्फ वरिष्ठ नेताओं के दौरे करवा रही है, तो दूसरी ओर अब जातिगत समीकरण साधने की कोशिश भी लगातार चलती हुई दिखाई दे रही है. इसके मद्देनजर आज कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर जिले के सुठालिया क्षेत्र में पहुंचे, जहां उन्होंने स्थानीय क्षेत्र में रहने वाले राजपूत समुदाय को साधने की कोशिश की.
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उन्होंने कहा कि, 'अगर किसी प्रत्याशी को राजपूत सरदारों का आशीर्वाद मिल जाता है, तो उसको जीतने से कोई नहीं रोक सकता है. मुझे यह मालूम है कि यह क्षेत्र राघोगढ़ से लगा हुआ है. जहां पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का बहुत वर्चस्व है. मैंने पता किया है कि वह अभी क्षेत्र में आए नहीं हैं, मगर वह आएंगे जरूर.' वहीं उन्होंने इशारों ही इशारों में दिग्विजय सिंह पर तंज कसते हुए कहा कि, 'जब वह यहां आएंगे, तो उनसे आशीर्वाद लिजियेगा. चाय-पानी पिलाईयेगा. उनको बताइएगा कि बीजेपी को सिर्फ 9 सीट चाहिए और आप को 27 सीट. अब आप मुख्यमंत्री भी नहीं बन सकते हैं.'
मंत्री नरेंद्र सिंह ने राजपूताना बताया इतिहास
मंत्री नरेंद्र सिंह ने कहा कि, 'जब बीजेपी नहीं थी, तब राजपूताना था. राजपूताना और राष्ट्रभक्ति एक दूसरे के पर्याय थे. इस दौरान उन्होंने महाराणा प्रताप और अन्य राजाओं का इतिहास बताने का प्रयास किया. उन्होंने कहा, 'जिस प्रकार सज्जन सिंह वर्मा ने बीजेपी पर धर्म की राजनीति करने का आरोप लगाया था, लेकिन कांग्रेस के कोई भी नेता के पास आरोप लगाने के अलावा कोई भी मैटेरियल नहीं है. वे लोग सिर्फ मिथ्या आरोप लगा रहे हैं. वे सिर्फ झूठ बोलकर और जनता को गुमराह करके इस बार का चुनाव लड़ रहे हैं, मगर भारतीय जनता पार्टी विकास और उपलब्धियों के आधार पर चुनाव लड़ रही है.'