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जेड-मोड़ सुरंग खुलने से सोनमर्ग में बढ़ेगा पर्यटन, गुलमर्ग से कम होगा दबाव - OPENING Z MORH TUNNEL

जेड-मोड़ सुरंग से स्की रिसॉर्ट गुलमर्ग पर पर्यटकों का दबाव कम होगा और स्थानीय लोगों को आजीविका कमाने में मदद मिलेगी.

Z-Morh Tunnel
जेड-मोड़ सुरंग (ANI)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 13, 2025, 3:22 PM IST

Updated : Jan 13, 2025, 8:15 PM IST

श्रीनगर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को जम्मू कश्मीर के गांदरबल में सोनमर्ग पर्यटन स्थल से जोड़ने वाली जेड-मोड़ सुरंग का उद्घाटन किया. इससे सोनमर्ग को शीतकालीन पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित होगा. सुरंग के उद्घाटन के बाद मोदी ने कहा कि यह सुरंग सोनमर्ग को शीतकालीन पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करेगी.

परिवहन के लिए सुरंग के खुलने से स्थानीय लोगों और पर्यटन हितधारकों में उत्साह है. उनका कहना है कि सोनमर्ग के कारण एकमात्र स्की रिसॉर्ट गुलमर्ग पर पर्यटकों का दबाव कम होगा और स्थानीय लोगों को आजीविका कमाने में मदद मिलेगी.

लद्दाख की ओर रसद गतिशीलता बढ़ेगी
गगनगीर में 6.4 किलोमीटर लंबी सुरंग ने गुंड और सोनमर्ग के बीच की दूरी को कम नहीं किया है, बल्कि सर्दियों के महीनों में भी पहुंच को संभव बनाया है. गंदेरबल से पीडीपी नेता बशीर मीर ने कहा कि सुरंग रक्षा और रणनीतिक दृष्टिकोण से अधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह लद्दाख की ओर रसद गतिशीलता को बढ़ाएगी. साथ ही यह सर्दियों के दौरान सोनमर्ग को शीतकालीन पर्यटन के लिए खुला रखेगी.

पीडीपी नेता बशीर मीर का बयान
गंदेरबल से पीडीपी नेता बशीर मीर ने कहा कि सुरंग रक्षा और रणनीतिक दृष्टिकोण से अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि यह लद्दाख की ओर रसद गतिशीलता को बढ़ाएगी, लेकिन साथ ही यह सर्दियों के दौरान सोनमर्ग को सर्दियों के पर्यटन के लिए खुला रखेगी.

मीर ने ईटीवी भारत को बताया, "दिसंबर से अप्रैल तक सोनमर्ग पर्यटन स्थल बंद रहेगा, क्योंकि बर्फबारी के कारण गुंड से सोनमर्ग की ओर जाने वाला एकमात्र रास्ता बंद हो जाता है. गगनगीर से शतकदी तक सड़क का हिस्सा भी हिमस्खलन की आशंका वाला है. सुरंग ने उस जोखिम को खत्म कर दिया है."

लोगों को मिलेगी आजीविका
वहीं, जम्मू-कश्मीर सरकार ने कहा कि वह गुलमर्ग की तर्ज पर सोनमर्ग को एक और स्की-रिसॉर्ट के रूप में विकसित करेगी. जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के सलाहकार नासिर असलम वानी ने कहा कि सरकार सोनमर्ग को स्की डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने के लिए एक सलाहकार को नियुक्त करेगी. मीर ने कहा कि सोनमर्ग में शीतकालीन पर्यटन है और यह लगभग 10-15 हजार लोगों की स्थानीय आबादी को पर्यटन से आजीविका कमाने में मदद करेगा.

घाटी के प्रमुख टूर ऑपरेटर फारूक अहमद कुथू ने ईटीवी भारत को बताया कि सुरंग के पूरा होने से सोनमर्ग को शीतकालीन पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जा सकेगा, जिससे गुलमर्ग में भीड़भाड़ कम होगी, जहां सर्दियों के दौरान भारी भीड़ होती है. सोनमर्ग, जो थजवास ग्लेशियर के लिए जाना जाता है. यहां हाल के वर्षों में होटलों का बंपर निर्माण हुआ है और सर्दियों के महीनों के लिए इन्हें बंद कर दिया गया था.

सुरंग हर साल जून और अगस्त में यात्रा अवधि के दौरान अमरनाथ यात्रियों को बालटाल तक पहुंचने में सुगमता से मदद करेगी. इस बीच केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सोनमर्ग में रोपवे परियोजना के विकास की भी घोषणा की.

यह भी पढ़ें- लॉरेन पॉवेल जॉब्स को काशी में शिवलिंग छूने की अनुमति क्यों नहीं दी गई? स्वामी कैलाशानंद गिरी ने दिया जवाब

श्रीनगर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को जम्मू कश्मीर के गांदरबल में सोनमर्ग पर्यटन स्थल से जोड़ने वाली जेड-मोड़ सुरंग का उद्घाटन किया. इससे सोनमर्ग को शीतकालीन पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित होगा. सुरंग के उद्घाटन के बाद मोदी ने कहा कि यह सुरंग सोनमर्ग को शीतकालीन पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करेगी.

परिवहन के लिए सुरंग के खुलने से स्थानीय लोगों और पर्यटन हितधारकों में उत्साह है. उनका कहना है कि सोनमर्ग के कारण एकमात्र स्की रिसॉर्ट गुलमर्ग पर पर्यटकों का दबाव कम होगा और स्थानीय लोगों को आजीविका कमाने में मदद मिलेगी.

लद्दाख की ओर रसद गतिशीलता बढ़ेगी
गगनगीर में 6.4 किलोमीटर लंबी सुरंग ने गुंड और सोनमर्ग के बीच की दूरी को कम नहीं किया है, बल्कि सर्दियों के महीनों में भी पहुंच को संभव बनाया है. गंदेरबल से पीडीपी नेता बशीर मीर ने कहा कि सुरंग रक्षा और रणनीतिक दृष्टिकोण से अधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह लद्दाख की ओर रसद गतिशीलता को बढ़ाएगी. साथ ही यह सर्दियों के दौरान सोनमर्ग को शीतकालीन पर्यटन के लिए खुला रखेगी.

पीडीपी नेता बशीर मीर का बयान
गंदेरबल से पीडीपी नेता बशीर मीर ने कहा कि सुरंग रक्षा और रणनीतिक दृष्टिकोण से अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि यह लद्दाख की ओर रसद गतिशीलता को बढ़ाएगी, लेकिन साथ ही यह सर्दियों के दौरान सोनमर्ग को सर्दियों के पर्यटन के लिए खुला रखेगी.

मीर ने ईटीवी भारत को बताया, "दिसंबर से अप्रैल तक सोनमर्ग पर्यटन स्थल बंद रहेगा, क्योंकि बर्फबारी के कारण गुंड से सोनमर्ग की ओर जाने वाला एकमात्र रास्ता बंद हो जाता है. गगनगीर से शतकदी तक सड़क का हिस्सा भी हिमस्खलन की आशंका वाला है. सुरंग ने उस जोखिम को खत्म कर दिया है."

लोगों को मिलेगी आजीविका
वहीं, जम्मू-कश्मीर सरकार ने कहा कि वह गुलमर्ग की तर्ज पर सोनमर्ग को एक और स्की-रिसॉर्ट के रूप में विकसित करेगी. जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के सलाहकार नासिर असलम वानी ने कहा कि सरकार सोनमर्ग को स्की डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने के लिए एक सलाहकार को नियुक्त करेगी. मीर ने कहा कि सोनमर्ग में शीतकालीन पर्यटन है और यह लगभग 10-15 हजार लोगों की स्थानीय आबादी को पर्यटन से आजीविका कमाने में मदद करेगा.

घाटी के प्रमुख टूर ऑपरेटर फारूक अहमद कुथू ने ईटीवी भारत को बताया कि सुरंग के पूरा होने से सोनमर्ग को शीतकालीन पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जा सकेगा, जिससे गुलमर्ग में भीड़भाड़ कम होगी, जहां सर्दियों के दौरान भारी भीड़ होती है. सोनमर्ग, जो थजवास ग्लेशियर के लिए जाना जाता है. यहां हाल के वर्षों में होटलों का बंपर निर्माण हुआ है और सर्दियों के महीनों के लिए इन्हें बंद कर दिया गया था.

सुरंग हर साल जून और अगस्त में यात्रा अवधि के दौरान अमरनाथ यात्रियों को बालटाल तक पहुंचने में सुगमता से मदद करेगी. इस बीच केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सोनमर्ग में रोपवे परियोजना के विकास की भी घोषणा की.

यह भी पढ़ें- लॉरेन पॉवेल जॉब्स को काशी में शिवलिंग छूने की अनुमति क्यों नहीं दी गई? स्वामी कैलाशानंद गिरी ने दिया जवाब

Last Updated : Jan 13, 2025, 8:15 PM IST
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