इंदौर। दिवंगत राष्ट्रीय संत भय्यूजी महाराज की बेटी कुहू ने ईटीवी भारत से बात की. ईटीवी भारत से बात करते हुए कुहू ने भय्यूजी महाराज सुसाइड केस की सीबीआई जांच की मांग की. वहीं उनसे जुड़े ट्रस्ट के बारे में कहा कि उनके ट्रस्ट के कार्य लगातार जारी रहेंगे. जो सेवा कार्य उन्होंने समाज की सेवा के लिए शुरू किए थे. इसकी जिम्मेदारी वे हर समय उठाती रहेंगी. वहीं इस दौरान उन्हें भैरू महाराज के साथ जो समय बिताया उस को भी याद किया और उन पर लिखी एक किताब के बारे में भी जानकारी दी.
कुहू ने कहा कि भय्यूजी महाराज मौत की सीबीआई जांच होना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले को लेकर वह जल्दी ही प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी मुलाकात करेंगी. इसके पहले उन्होंने लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन से भी इस मामले को लेकर बात की है. उन्होंने पॉजिटिव रिस्पांस दिया है. कुहू को पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने आश्वासन दिया है कि वह उनके साथ हैं और भय्यू महाराज मौत की निष्पक्ष जांच करने के लिए जल्द मुख्यमंत्री से भी बात करेंगी. कुहू का कहना है कि वह जल्द ही सरकार को सीबीआई जांच को लेकर एक पत्र भी लिखेंगी.
पापा को मौत के बाद थी सदमे में
कुहू ने कहा कि पापा की मौत के बाद में वह काफी सदमे में थी. वहीं पापा और मम्मी की मौत काफी जल्दी हो गई. जिस समय दोनों की मौत हुई, उस समय वे काफी छोटी थीं. इस दौरान कुहू का कहना था कि उनकी नानी जो कि महाराष्ट्र के पुणे में रहती हैं. वही उसकी देखभाल करती हैं, लेकिन नानी भी अब बूढ़ी हो चुकी हैं. मुझे अपने खर्चे पूरा करने हैं.
मौत के बाद भय्यू महाराज के परिजनों ने कुहू से बनाई दूरी
वहीं कुहू का कहना है कि जब भी मैं इंदौर आती हूं तो मुझे घर में भी नहीं आने दिया जाता है. जिसके कारण वे होटल में रहकर अपने काम करती हैं. लिहाजा कुहू भय्यू महाराज की दूसरी पत्नी आयुषी व अन्य परिजनों पर कई तरह के आरोप भी लगाती हैं. कुहू का कहना है कि जबसे पापा की मौत हुई है, पापा के परिजनों ने मुझसे दूरी बना दी. वह ना ही मुझसे बात करते हैं ना ही कोई हाल चाल जानते हैं. कई बार उन लोगों से बात करने की कोशिश की. किसी तरह का कोई रिप्लाई नहीं आया. जिसके कारण में काफी डिप्रेशन में भी हूं.
बैठकर बात करने के कई बार किये प्रयास
कुहू से जब पूछा गया कि भय्यू महाराज की दूसरी पत्नी आयुषी और आप लोग बैठकर बात क्यों नहीं करते तो कुहू का कहना था कि मैंने तो कई बार प्रयास किये लेकिन कोई भी परिवार बैठ कर बात करने को तैयार नहीं है. सभी का कहना है कि हमें इस मामले में कुछ नहीं मालूम. वहीं कुहू का भी कहना है कि जब उसके माता- पिता की मौत हुई तब वह काफी छोटी थी.उसे भी नहीं मालूम कि इंदौर में भय्यू महाराज की क्या चीजें हैं. उसने कई बार आयुषी व अन्य परिजनों से बैठकर सब कुछ खत्म करने की बात भी कही, लेकिन कोई तैयार ही नहीं हो रहा है.
ट्रस्ट के काम लगातार जारी रहेंगे
कुकू का कहना है कि उनके पिता द्वारा जिस तरह से ट्रस्ट की शुरुआत की थी उस ट्रस्ट की अब वे अध्यक्ष बनने के लिए प्रयास कर रही हैं. इसके लिए उसने कई जगह पर पत्र भी लिखा है. अगर समय रहते वह ट्रस्ट के अध्यक्ष मुझे बना देंगे तो ठीक नहीं बनाते तो उसके बाद भी मैं ट्रस्ट से जुड़ी रहूंगी. उनके पिता के द्वारा जिस तरह से समाज की सेवा का जो बीड़ा उठाया था वह लगातार जारी रहेगा.
कुहू ने लिखी पिता पर किताब
कुहु ने अपने पिता दिवंगत भय्यू महाराज की याद में एक किताब भी लिखी है. किताब का नाम है 'परछाई' इस किताब के जरिए भय्यू महाराज ने जिस तरह से कुहू के साथ वक्त बिताया. उस बात का जिक्र है. साथ ही भय्यू महाराज द्वारा कई तरह की कविता भी लिखी गई थी, उसे भी इस किताब के जरिए उकेरा गया है.
आत्महत्या के दस दिन पहले पिता ने कुहू से की थी मुलाकात
बता दें भय्यू महाराज ने जब सुसाइड किया था उसके 10 दिन पहले उन्होंने अपनी बेटी कुहू से मुलाकात की थी. इस दौरान वह कुहू उसके फेवरेट रेस्टोरेंट पर लेकर गए थे. साथ में उन्होंने डिनर भी किया था.घटना के 10 दिन पहले भी उन्होंने कुहू को किसी तरह की कोई जानकारी नहीं दी थी. उनके चेहरे पर भी किसी तरह की कोई तकलीफ नजर नहीं आ रही थी, एकाएक उन्होंने सुसाइड कर लिया. यह बात मुझे आज भी खलती है. इसीलिए इस पूरे मामले की सीबीआई जांच होना चाहिए.