होशंगाबाद। लोगों की समस्याओं के लिए लगने वाली जनसुनवाई में सुहागपुर ब्लॉक के स्कूल की खरादा गांव की सरकारी स्कूल की छात्राएं अपनी शिकायत लेकर पहुंची. दरअसल उनकी शिकायत थी कि स्कूल प्रबंधन ने बिना बताए सभी 11 वीं क्लास में पढ़ने वाली छात्राओं के नियमित आने के बावजूद उनका नाम प्राइवेट सूची में डाल दिया था. जिसके चलते शासकीय शिक्षा विभाग की सुविधाएं छात्राओं को नहीं मिल पा रही थी. साथ ही परीक्षा भी प्राइवेट छात्र के रूप में ही देनी पड़ रही थी.
समस्या सुनते ही जब कलेक्टर बन गए शिक्षक, छात्राओं को बताई हिंदी की अशुद्धियां
होशंगाबाद जिले में अपनी मांगों को लेकर जनसुनवाई में पहुंचें खरादा गांव के सरकारी स्कूल के छात्राओं की क्लास कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने लगा दी. जिसके बाद कलेक्टर ने छात्राओं से ही शिकायत पत्र पढ़वा लिया.
होशंगाबाद। लोगों की समस्याओं के लिए लगने वाली जनसुनवाई में सुहागपुर ब्लॉक के स्कूल की खरादा गांव की सरकारी स्कूल की छात्राएं अपनी शिकायत लेकर पहुंची. दरअसल उनकी शिकायत थी कि स्कूल प्रबंधन ने बिना बताए सभी 11 वीं क्लास में पढ़ने वाली छात्राओं के नियमित आने के बावजूद उनका नाम प्राइवेट सूची में डाल दिया था. जिसके चलते शासकीय शिक्षा विभाग की सुविधाएं छात्राओं को नहीं मिल पा रही थी. साथ ही परीक्षा भी प्राइवेट छात्र के रूप में ही देनी पड़ रही थी.
Body:दरअसल जनसुनवाई मे सुहागपुर ब्लॉक के स्कूल की खरादा गाव की सरकारी स्कूल की छात्रा अपनी मांग लेकर पहुँची थी जिनका स्कूल मे बिना बताये स्कूल प्रबंधन द्वारा सभी बालिकाओं की 11वीं क्लास में नियमित आने के बाद भी प्राइवेट सूची में डाल दिया गया था जिससे शासकीय शिक्षा विभाग की सुविधाएं छात्राएं नहीं ले पा रही थी वही परीक्षा पर भी प्राइवेट छात्र के रूप में ही देनी पैडती ही इसी शिकायत को लेकर करीब 20 छात्राएं पहुंची थी जहां कलेक्टर ने शिकायत पत्र को छात्राओं से ही सभी अधिकारियों के सामने पड़वा आया साथ ही इस दौरान हिंदी की अशुद्धियों को छात्राओं को बताकर मार्गदर्शन भी किया साथ ही कैरियर के बारे भी विस्तार से बताया जिंदगी मे आने वाली सभी परेशानियों का सामना किस तरह करे इस पर भी समझाइश दी। साथ ही छात्राओ की परेशानी को तत्काल सुनकर जिला शिक्षा अधिकारी को सभी छात्राओं को रेगुलर करने के निर्देश भी दिए
Conclusion:कलेक्टर शीलेंद्र सिंह द्वारा लागतार शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं इस दौरान कलेक्टर काम के बीच अपना समय निकालकर स्कूल का भी दौरा कर पढ़ाने का काम भी करते है ।