पेरिस: फ्रांस की राजधानी पेरिस स्थित ग्रैंड पैलेस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एक्शन समिट को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कि हमें इनोवेशन और गवर्नेंस के बारे में गहराई से सोचना चाहिए और इस पर खुलकर चर्चा करनी चाहिए.
पीएम मोदी ने कहा, "एआई तेजी से विकसित हो रहा है और इसे और भी तेजी से अपनाया और लागू किया जा रहा है. सीमाओं के पार भी गहरी निर्भरता है. इसलिए, गवर्नेंस और स्टैंडर्ड को स्थापित करने के लिए सामूहिक वैश्विक प्रयासों की आवश्यकता है जो हमारे साझा मूल्यों को अपलोड करते हैं, जोखिमों को संबोधित करते हैं और विश्वास का निर्माण करते हैं."
#WATCH | During the AI Action Summit at the Grand Palais in Paris, Prime Minister Narendra Modi says " ai is developing at an unprecedented scale and speed and being adapted and deployed even faster. there is also a deep interdependence across borders. therefore, there is a need… pic.twitter.com/G6kL6B7V3v
— ANI (@ANI) February 11, 2025
उन्होंने कहा कि गवर्नेंस केवल दरार और प्रतिद्वंद्विता को मैनेज करने के लिए नहीं है. यह इनोवेशन को बढ़ावा देने और वैश्विक भलाई के लिए इसे लागू करने के लिए है. इसलिए हमें इनोवेशन और शासन के बारे में गहराई से सोचना चाहिए और खुलकर चर्चा करनी चाहिए.
डीपफेक से संबंधित चिंताओं को दूर करना
प्रधानमंत्री ने कहा, "हमें ओपन सोर्स सिस्टम विकसित करना चाहिए जो विश्वास और पारदर्शिता को बढ़ाए. हमें पक्षपात रहित क्वालिटी डेटा सेंटर बनाने चाहिए, हमें टेक्नोलॉजी का डेमोक्रेटाइज करना चाहिए और लोगों को केन्द्रित करने वाले अनुप्रयोग बनाने चाहिए. हमें साइबर सिक्योरिटी, गलत सूचना और डीपफेक से संबंधित चिंताओं को दूर करना चाहिए."
#WATCH | PM Modi addresses the AI Action Summit in Paris
— ANI (@ANI) February 11, 2025
" we must develop open source systems that enhance trust and transparency. we must build quality data centres free from biases, we must democratize technology and create people centre applications. we must address concerns… pic.twitter.com/FY7UojAIqy
उन्होंने आगे कहा कि हमें यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि टेक्नोलॉजी प्रभावी और उपयोगी होने के लिए लोकल इकोसिस्टम में निहित हो. नौकरियों का नुकसान एआई का सबसे भयावह व्यवधान है, लेकिन इतिहास ने दिखाया है कि टेक्नोलॉजी के कारण काम खत्म नहीं होता है, केवल इसका नेचर बदल जाता है. हमें एआई-संचालित भविष्य के लिए अपने लोगों को कौशल और रीस्किल प्रदान करने में निवेश करने की आवश्यकता है.
'लोगों का जीवन में बदल में मदद कर सकता है AI'
पेरिस के ग्रैंड पैलेस में एआई एक्शन समिट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "शासन का मतलब सभी के लिए एक्सेस सुनिश्चित करना भी है, खास तौर पर ग्लोबल साउथ में. यह वह जगह है जहां क्षमताओं की सबसे ज़्यादा कमी है, चाहे वह शक्ति हो, प्रतिभा हो या वित्तीय संसाधनों के लिए डेटा."
उन्होंने कहा कि एआई हेल्थ, ऐजुकेशन, एग्रीकल्चर और बहुत कुछ बेहतर करके लाखों लोगों के जीवन को बदलने में मदद कर सकता है. यह एक ऐसी दुनिया बनाने में मदद कर सकता है, जिसमें सतत विकास लक्ष्यों की यात्रा आसान और तेज हो जाए. ऐसा करने के लिए, हमें संसाधनों और प्रतिभाओं को एक साथ लाना होगा. हमें ओपन-सोर्स सिस्टम विकसित करना होगा जो विश्वास और पारदर्शिता को बढ़ाए. हमें पूर्वाग्रहों से मुक्त गुणवत्तापूर्ण डेटा सेट बनाना होगा.