ग्वालियर। शहर के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की बड़ी लापरवाही सामने आई है. कोरोना संक्रमण से मृत एक व्यक्ति का शव उनके परिजनों के देने के बजाय किसी और का शव उन्हें थमा दिया गया. जब परिजन अंतिम संस्कार के लिए श्मशान पहुंचे तो तब इस बात का खुलासा हुआ, परिजनों ने इसकी शिकायत अस्पताल के डॉक्टर और प्रशासनिक अधिकारियों से की, तब जाकर कई घंटों के बाद मृतक के शव को तलाश कर परिजनों को सौपा गया.
- 4 दिन पहले हुए थे भर्ती
दरअसल ग्वालियर में कोरोना संक्रमण से गंभीर स्थिति बनी हुई है. कहीं ऑक्सीजन तो कहीं इंजेक्शन की कमी सामने आ रही है. इस दौरान जयारोग्य अस्पताल परिसर में स्थित सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की भी लापरवाही सामने आई है. जहां शहर के समाधिया कॉलोनी में रहने वाले 62 वर्षीय छोटे लाल कुशवाह कोरोना संक्रमित होने पर चार दिन पहले हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती हुए थे. जहां उनकी इलाज के दौरान शुक्रवार रात 1:30 बजे मौत हो गई.
इंतजार में घंटों बैठा रहा परिवार! अस्पताल ने लावारिस मान कर दिया अंतिम संस्कार
- हुई शव की अदला-बदली
इस बात की जानकारी जब परिजनों को लगी तो वे उनका शव लेने के लिए अस्पताल पहुंचे, लेकिन इस दौरान परिजनों को जो शव सौंपा गया वह किसी और का था.परिजन शव का अंतिम संस्कार के लिए जब लक्ष्मीगंज मुक्तिधाम पहुंचे तो अंतिम संस्कार करने के दौरान उन्होंने मृतक का चेहरा खोला तब इस बात का खुलासा हुआ कि वह मृतक छोटे लाल कुशवाह का शव नहीं था. तभी परिजन अंतिम संस्कार को रोकते हुए तत्काल अस्पताल पहुंचे और उन्होंने वहां मौजूद डॉक्टर और प्रशासनिक अधिकारियों को इसकी शिकायत की. मामले की जानकारी लगते ही डॉक्टर और प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया और तत्काल छोटेलाल के शव की तलाश शुरू की गई. कई घंटे की मशक्कत के बाद उन्हें असली मृतक की बॉडी मिली जिसे परिजनों को सौंप दिया गया.