रीवा: 2 दिवसीय प्रवास पर रीवा आए मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने फिर विवादित बयान दिया है. रविवार को उन्होंने एक ओर जहां चुनाव आयोग पर विवादित टिप्पणी की तो वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत आप के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा है. दिग्विजय सिंह ने कहा कि चुनाव आयोग मोदी सरकार की एजेंट है.
उन्होंने आगे कहा, " प्रधानमंत्री मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के अच्छे दोस्त है, तो इस बार अमेरिका के चुनाव में उन्हे क्यों नहीं बुलाया और फिर अब नया कानून लागू करते ही सबसे पहले अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतियो को हथकड़ी लगाकर प्लेन से वापस भेज दिया.''
दिग्विजय सिंह ने तोड़ी चुप्पी
दरअसल, शनिवार को दिग्विजय सिंह रीवा पहुंचे थे, इस दौरान मीडिया ने जब उनसे दिल्ली चुनाव परिणाम को लेकर चर्चा करनी चाही, तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ कहने से इनकार करते हुए चुप्पी साध ली और कहा की जो भी कहेंगे कल कहेंगे. फिर क्या था अपने वादे के अनुसार उन्होंने 24 घंटे बाद रीवा में एक पत्रकारवार्ता अयोजित कर पीएम मोदी, चुनाव आयोग से लेकर सीएम योगी सहित अरविंद केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा.
'चुनाव आयोग मोदी सरकार की एजेंट : दिग्विजय
दिग्विजय सिंह ने कहा, "देश में जो चुनाव आयोग मौजूद है, वह पूरी तरीके से भाजपा के एजेंट के रूप में काम कर रहा है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि चुनाव आयोग के सदस्यों का चयन उस कमेटी द्वारा किया जाए. जिसमें प्रधानमंत्री विपक्ष के नेता और सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस हों, लेकिन यह निर्णय मोदी जी को रास नहीं आया. वह तो बिना चुनाव आयोग के चुनाव ही नहीं जीत सकते, इसलिए उन्होंने इस निर्णय को रिजेक्ट किया और कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा मनोनीत मंत्री और विपक्ष के नेता ही रहेंगे. लेकिन क्या कारण है की विपक्ष के आरोप का चुनाव आयोग उत्तर नहीं दे पा रहा है."
अलग-अलग पोलिंग बूथ में है भाजपा के वोटरों के नाम
पत्रकारों को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आगे कहा, " हमारी कमी है हम इसे स्वीकार करते हैं. हमारी कमी यह है कि हमारा संगठन चुनाव के वक्त ही यह याद करता है और यही कारण है की भारतीय जनता पार्टी के लोगों ने अपने वोटरों के नाम अलग अलग पोलिंग बूथों पर लिखा रखे है. जिससे उन्हें फायदा मिल जाता है और हमारे वोट कट जाते हैं. इसी सब के चलते हमारे नेता राहुल गांधी ने कहा था कि महाराष्ट्र के विधानसभा और लोकसभा की जो वोटर लिस्ट थी वह हमे दे दीजिए."
दिग्विजय सिंह ने RSS पर साधा निशाना
आरएसएस पर निशाना साधते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा, " हम ये मानते हैं हममें कमी हो सकती है, लेकिन कांग्रेस ही एक ऐसी पार्टी है जो विचारधारा की लड़ाई लड़ रही है. हमने कभी संघीय विचारधारा के साथ समझौता नहीं किया. संघीय विचारधारा क्या है? देश में नफरत फैला कर दो समुदायों को आपस में लड़ाओ और धर्म के नाम पर वोट मांगों. आस्था का कभी राजनीतिक हथियार रूप में उपयोग नहीं होना चाहिए, क्योंकि धर्म जोड़ता है और राजनीति बांटती है और बटा हुआ समाज विश्वगुरु नहीं बन सकता."
'देश में जब सब मिलाकर रहेंगे तब देश आगे बढ़ेगा'
दिग्विजय सिंह ने कहा कि "जब देश में सब लोग मिलकर प्यार मोहब्बत के साथ संविधान के रास्ते पर चलेंगे तब देश आगे बढ़ेगा. आरएसएस शुरू से कहती रही है कि भारतीय संविधान हिंदू विरोधी है, लेकिन उसमें कौन सा ऐसा प्रावधान है आर्टिकल है. जो प्रियेंबल है वो तो प्रेम और सद्भाव की बात करता है, अभिव्यक्ति की आजादी के बात करता है, लोकतंत्र की बात करता है."
मोदी-ट्रंप अच्छे दोस्त तो अभी क्या हो रहा है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि "पिछली बार अमेरिका के चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति नहीं बन पाए थे. तब उनका प्रचार करने मोदी जी अमेरिका गए हुए थे और नारा दिया था अबकी बार ट्रंप सरकार, तब तो हार गए थे, लेकिन इस बार वो जीत गए और जीतने के बाद ये माहौल बना कि अब तो मोदी जी के दोस्त राष्ट्रपति बन गए हैं लेकिन राष्ट्रपति बनते ही ट्रंप ने पहला आदेश पारित किया कि अमेरिका में जितने भी हिंदुस्तानी है. वे अवैध रूप से यहां आए हैं, उनको हम वापस भेजेंगे. इसके बाद वहां से अवैध भारतीय प्रवासियों को हथकड़ी लगाकर मिलिट्री के प्लेन से वापस भारत भेजा गया. क्या ये हमारी जिम्मेदारी नहीं थी कि भारतीयों को सम्मान से भारत वापस लाया जा सके?."
वोट देने के बाद वोटरों को हाथ में मिले पर्ची
ईवीएम मशीन को लेकर दिग्विजय सिंह ने कहा कि "मैं तो शुरू से ही कह रहा हूं कि यह मेरा अधिकार है, हर वोटर का अधिकार है कि मेरा वोट जहां मैं चाहूं वहां पर डालूं. जिसमें किसी का दखल नहीं होना चाहिए और लोकतंत्र में गुप्त मतदान होना चाहिए. वोट डालने के बाद पर्ची दिखे नहीं उसको हाथ पर लेकर तसल्ली कर लें कि हमने जहां पर वोट डाला है वोटिंग वहीं पर हुई है. अभी क्या होता है ईवीएम में 7 सेकेंड के लिए पर्ची आती है और बॉक्स में गिर जाती है. पता नहीं पर्ची को वोटरों के हाथ में देने में इन्हें क्या आपत्ति है?."
भारत में पारदर्शिता और निष्पक्ष रूप से हो चुनाव
दिग्विजय सिंह ने आगे कहा, " मैं और मेरी पार्टी पारदर्शिता चाहते हैं कि लोकतंत्र की बुनियाद ही निष्पक्ष चुनाव हो, जिसके हम पक्षधर हैं. उन्होंने आगे कही कि मोदी जी पूरी तरह से असफल हो गए हैं. अब लोग कहेंगे कि अगर असफल हो गए हैं तो दिल्ली में चुनाव कैसे जीत गए? यही बाते वाकई में समझने की है. जब अरविंद केजरीवाल इंडिया अगेंस्ट करप्शन का अभियान चलाए हुए थे और अन्ना हजारे को अपना मुखौटा बनाया हुआ था. तब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उनका समर्थन कर रहा था. तब मैंने कहा था कि यह भ्रष्टाचार मिटाने नहीं आए हैं. कांग्रेस के वोट बिगाड़ने आए हैं और वही साबित हुआ. ऐसा नहीं था कि हमने उनका समर्थन नहीं किया. पहली बार जब वे मुख्यमंत्री बने तब उनके पास बहुमत नहीं था."
- 'आज नहीं कल तोडूंगा दिल्ली चुनाव परिणाम पर चुप्पी', ऐसा क्यों बोले दिग्विजय सिंह
- रीवा-यूपी बॉर्डर पर 20 किलोमीटर लंबा जाम, चाकघाट तक 10 हजार वाहन फंसे
सीएम योगी पर दिग्विजय सिंह ने साधा निशाना
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में बीते दिनों हुए हादसे को लेकर दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, "यूपी के सीएम ने कहा था कि हमने महाकुंभ में 100 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की व्यवस्था की थी, लेकिन वह यह बात भूल गए कि महाकुंभ में 100 करोड़ लोगों को आने के लिए रास्ते, सड़के, प्लेन, और वाहन वहां आने वाले लोग वहां कैसे पहुंचेंगे? इसके बाद फिर वीआईपी कल्चर, यह सब जांच का विषय है कि हादसा कैसे हुआ क्यों हुआ लेकिन हमें दुख है क् कितने लोगों की उस भगदड़ में मौत हुई है. इसकी जानकारी तो कम से कम सरकार को देनी चाहिए. वर्तमान में यहां से प्रयागराज जानें के लिऐ रास्ते पर 40 किलोमीटर का जाम लगा हुआ है."