शहडोल (अखिलेश शुक्ला): फरवरी के महीने में मौसम करवट बदलने लगता है. ठंड के मौसम की विदाई लगभग शुरू हो चुकी है. दिन में तेज धूप और गर्मी का अहसास होने लगा है. यही सीजन होता है जब किसान गर्मी की फसलों की तैयारी शुरू कर देते हैं. ऐसे में गर्मी के सीजन में कुछ सब्जियां ऐसी हैं जो बंपर पैदावार देती हैं. जिसकी खेती करके आप अच्छे खासे पैसे कमा सकते हैं.
जायद में करें इन सब्जियों की खेती
कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर बीके प्रजापति बताते हैं, ''बरसात और ठंड के बाद फरवरी माह से जायद सीजन की शुरुआत हो जाती है. इसमें कई ऐसी बागवानी की फसले हैं, जिनकी खेती करके अच्छी आमदनी हासिल कर सकते हैं. जैसे लौकी, गिलकी, भिंडी, खीरा, कद्दू, कलिंदर (तरबूज), खरबूजा, कड़ी ककड़ी, बैगन और टमाटर. ये वो सब्जियां हैं जिनकी खेती जायद सीजन में बड़ी आसानी से की जा सकती है और मौसम भी इनके मुफीद होता है. बस थोड़ी बातों का ख्याल रखना होता है और बहुत कम समय में ये सब्जियां प्रोडक्शन देने लगती हैं.''
![shahdol vegetables farming](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/12-02-2025/mp-sha-02-jayad-fasal-pkg-7203529_11022025204209_1102f_1739286729_378.jpg)
ऐसे शुरू करें इनकी खेती
कृषि वैज्ञानिक डॉ. बीके प्रजापति बताते हैं कि, ''ठंड की विदाई और गर्मी के आगमन के साथ जायद सीजन की खेती शुरु हो जाती है. फरवरी के पहले सप्ताह से लेकर मार्च के आखिरी सप्ताह तक जायद फसल उगाना बेस्ट माना जाता है. वैसे भी जायद के सीजन में खीरा, कलिंदर, खरबूजा, भिंडी, बैगन, टमाटर, लौकी, कद्दू ये वो सब्जियां हैं जिनकी खेती अक्सर होती है.''
इन सब्जियों की फसल 60 से 80 दिनों में अच्छा खासा प्रोडक्शन देना शुरू कर देती है. गर्मी के सीजन में इन सब्जियों की डिमांड भी अच्छी होती है. इसकी खेती के लिए मिट्टी को अच्छे से तैयार कर खेतों की अच्छी तरह से जुताई करवा लें. अगर गोबर खाद मिल जाए तो खेतों पर गोबर खाद डलवा दें और फिर एक बार जुताई करके उस गोबर खाद को खेतों पर फिर से मिलवा दें. फिर इन फसलों को लगाना शुरू करें. समय-समय पर इन्हें खाद दवाई देते रहें और बारीकी से उनका निरीक्षण करते रहें, तो ये फसल बहुत जल्दी उत्पादन देने लगती हैं.
![brinjal vegetables cultivation](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/12-02-2025/mp-sha-02-jayad-fasal-pkg-7203529_11022025204209_1102f_1739286729_1040.jpg)
रोगों का कम प्रकोप
इन सब्जियों की खेती करने से फायदा यह भी होता है कि यह गर्मी की सीजनल सब्जियां होती हैं. जब तेज गर्मी होती है तो इनमें रोग भी कम लगते हैं. कीट व्याधि बीमारियां भी कम लगती हैं. दवाइयों का भी कम इस्तेमाल करना होता है.
![top profitable crop jayad season](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/12-02-2025/mp-sha-02-jayad-fasal-pkg-7203529_11022025204209_1102f_1739286729_507.jpg)
बंबर पैदावार, पैसा भी शानदार
वैसे देखा जाए तो गर्मी के सीजन में जो सब्जियों की फसलें होती हैं काफी डिमांडिंग होती हैं. ऐसी सब्जियों को लोग खाना गर्मी में पसंद करते हैं. खीरा, ककड़ी, कलिंदर ये वो फसलें होती हैं, जिनकी बहुत अच्छी डिमांड होती है. लोग इन्हें हर दिन खरीदते हैं और इनका सेवन गर्मियों में करते हैं. अगर उनकी खेती की जाए तो किसानों को मालामाल कर सकती हैं. इसके अलावा प्रचंड गर्मी के बीच में कद्दू लौकी जैसी सब्जियां भी लोग खाना पसंद करते हैं.
![top profitable crop jayad season](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/12-02-2025/mp-sha-02-jayad-fasal-pkg-7203529_11022025204209_1102f_1739286729_1083.jpg)
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पानी का रखें विशेष ख्याल
वैसे तो आज के समय में सिंचाई के लिए कई अलग-अलग अत्याधुनिक साधन आ चुके हैं. सब्जियों के लिए ड्रिप की सिंचाई तकनीक बहुत ज्यादा चल रही है, और हर जगह आपको देखने को मिल जाएगी. इसके अलावा कई लोग सब्जियों वाले छोटे-छोटे स्प्रिंकलर से भी सिंचाई करते हैं. गर्मी के सीजन में जब सब्जियों की फसल लगाते हैं तो पानी का विशेष ख्याल रखना होता है. पानी की कमी फसल पर नहीं होनी चाहिए, क्योंकि तेज गर्मी होती है, प्रचंड धूप होती है, नमी बनी रहे फसल पर इसका विशेष ख्याल रखना होता है. ऐसे में ड्रिप और मल्चिंग तकनीक सब्जी भाजी की खेती के लिए बहुत ही शानदार तकनीक है.