ETV Bharat / state

कुंभ से लौटते समय महेश गिरि बाबा का निधन, बड़वानी में हुआ अंतिम संस्कार - BARWANI MAHESH GIRI BABA DIED

बड़वानी के रोहिणी तीर्थ पर नर्मदा के किनारे महेश गिरि बाबा का अंतिम संस्कार किया गया. बाबा के निधन से शोक की लहर है.

BARWANI MAHESH GIRI BABA DIED
कुंभ से लौटते समय महेश गिरि बाबा का निधन (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Feb 10, 2025, 12:16 PM IST

बड़वानी: शहर के सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में कुछ समय से नर्मदा परिक्रमा वासियों की सेवा कर रहे महेश गिरि बाबा का शनिवार को निधन हो गया. इंदौर के एमवाई अस्पताल में उपचार के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली. इससे नर्मदा भक्तों में शोक की लहर दौड़ गई. रविवार को बाबा की शवयात्रा सिद्धेश्वर मंदिर से रोहिणी तीर्थ स्थित मुक्तिधाम पहुंची. जहां शव यात्रा में क्षेत्रीय विधायक राजन मण्डलोई सहित सैकड़ों भक्त शामिल हुए और बाबा को श्रद्धांजलि दी. दरअसल, महेश बाबा गत माह 25 जनवरी को कुंभ में शामिल होने प्रयागराज पहुंचे थे. वहां से वापसी के दौरान शुक्रवार रात तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

एमवाई अस्पताल इंदौर में ली आखिरी सांस

नर्मदा भक्त सचिन पुरोहित ने बताया, "महेश गिरि बाबा लंबे समय से नर्मदा परिक्रमा कर रहे थे. इस दौरान वह बड़वानी के नर्मदा तट स्थित सिद्धेश्वर मंदिर में अक्सर रूका करते थे. गत माह वह प्रयागराज गए थे, कुंभ से लौटते समय उनको शुक्रवार को हार्ट संबंधित परेशानी हुई, जिसके बाद उन्हें इंदौर के एमवाई अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां इलाज के दौरान शनिवार रात उनका निधन हो गया. रविवार को बड़वानी स्थित रोहिणी तीर्थ नर्मदा किनारे क्रियाक्रम किया गया."

महेश गिरि बाबा की अंतिम यात्रा (ETV Bharat)

जूना आखाड़े से थे बाबा महेश गिरि

भक्त मनीष पुरोहित ने बताया, "बाबा जूना अखाड़े के साधु थे, जो समय-समय पर परिक्रमा करते थे, तो बड़वानी में भी कुछ दिन या महीनों रूकते थे. इस बार दो वर्ष से यहीं रूके थे, इस बार बाबा ने दंडवत परिक्रमा का संकल्प लिया था. इस दौरान बड़वानी से आगे निकलकर तोरणमाल तक पहुंच गए थे, लेकिन इस दौरान उनका एक हाथ फ्रेक्चर हो गया था. जिसके बाद बाबा वापस बड़वानी आ गए थे. भक्तों के निवेदन पर दंडवत की जगह पैदल यात्रा पूर्ण की और बड़वानी आने के बाद कुछ माह से वे मांडू में अन्न क्षेत्र चल रहे थे."

बड़वानी: शहर के सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में कुछ समय से नर्मदा परिक्रमा वासियों की सेवा कर रहे महेश गिरि बाबा का शनिवार को निधन हो गया. इंदौर के एमवाई अस्पताल में उपचार के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली. इससे नर्मदा भक्तों में शोक की लहर दौड़ गई. रविवार को बाबा की शवयात्रा सिद्धेश्वर मंदिर से रोहिणी तीर्थ स्थित मुक्तिधाम पहुंची. जहां शव यात्रा में क्षेत्रीय विधायक राजन मण्डलोई सहित सैकड़ों भक्त शामिल हुए और बाबा को श्रद्धांजलि दी. दरअसल, महेश बाबा गत माह 25 जनवरी को कुंभ में शामिल होने प्रयागराज पहुंचे थे. वहां से वापसी के दौरान शुक्रवार रात तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

एमवाई अस्पताल इंदौर में ली आखिरी सांस

नर्मदा भक्त सचिन पुरोहित ने बताया, "महेश गिरि बाबा लंबे समय से नर्मदा परिक्रमा कर रहे थे. इस दौरान वह बड़वानी के नर्मदा तट स्थित सिद्धेश्वर मंदिर में अक्सर रूका करते थे. गत माह वह प्रयागराज गए थे, कुंभ से लौटते समय उनको शुक्रवार को हार्ट संबंधित परेशानी हुई, जिसके बाद उन्हें इंदौर के एमवाई अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां इलाज के दौरान शनिवार रात उनका निधन हो गया. रविवार को बड़वानी स्थित रोहिणी तीर्थ नर्मदा किनारे क्रियाक्रम किया गया."

महेश गिरि बाबा की अंतिम यात्रा (ETV Bharat)

जूना आखाड़े से थे बाबा महेश गिरि

भक्त मनीष पुरोहित ने बताया, "बाबा जूना अखाड़े के साधु थे, जो समय-समय पर परिक्रमा करते थे, तो बड़वानी में भी कुछ दिन या महीनों रूकते थे. इस बार दो वर्ष से यहीं रूके थे, इस बार बाबा ने दंडवत परिक्रमा का संकल्प लिया था. इस दौरान बड़वानी से आगे निकलकर तोरणमाल तक पहुंच गए थे, लेकिन इस दौरान उनका एक हाथ फ्रेक्चर हो गया था. जिसके बाद बाबा वापस बड़वानी आ गए थे. भक्तों के निवेदन पर दंडवत की जगह पैदल यात्रा पूर्ण की और बड़वानी आने के बाद कुछ माह से वे मांडू में अन्न क्षेत्र चल रहे थे."

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.