दिल्ली/भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 जुलाई यानी बुधवार को अपनी कैबिनेट का विस्तार करेंगे. मोदी सरकार ने नए मंत्रियों को शपथ दिलाने का मुहूर्त तय कर लिया है. सूत्रों के मुताबिक शाम साढ़े 5 से साढ़े 6 बजे के बीच शपथ ग्रहण समारोह होगा. हिंदू पंचांग के अनुसार इस समय सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है. मान्यता है कि इस मुहूर्त में किया गया कोई भी काम सफल होता है. सुत्रों के मुताबिक मंत्रिमंडल के इस विस्तार में 17 से 22 मंत्री शपथ ले सकते है.
- इसलिए जरूरी है मंत्रिमंडल का विस्तार
मोदी सरकार के लिए इस समय मंत्रिमंडल का विस्तार जरूरी है. क्योंकि संसद का मानसून सत्र 19 जुलाई से शुरू हो रहा है. नए मंत्रियों को अपने मंत्रालयों में घुलने-मिलने के लिए वक्त चाहिए होगा. इसके अलावा इस कैबिनेट एक्सपेंशन की और भी वजह हैं. कोरोना काल में मोदी सरकार की आलोचना भी हुई है इसलिए मोदी सरकार को टॉप लेवल पर ज्यादा काबिलियत वाली टीम की जरूरत है. मंडल के इस विस्तार से मोदी सरकार की ताकत में भी इजाफा होगा.
मोदी 2.0 : पहला मंत्रिमंडल विस्तार बुधवार को, सभी नेता पहुंचे दिल्ली
- मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए नेता पहुंचने लगे दिल्ली
सूत्रों की मानें तो आईबी ने लगभग 25 नेताओं के नाम कि क्लीयरेंस सूची सरकार को दी है. यह सूची इन तमाम नेताओं के बैकग्राउंडर को खंगालने के बाद दी गई है, जिसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया, सर्बानंद सोनोवाल, अनुप्रिया पटेल, सुशील मोदी, शांतनु ठाकुर, प्रमाणिक, नारायण राणे, अश्विनी वैष्णव, राहुल कासवान, आरसीपी सिंह, लल्लन सिंह, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, सांसद हिना गावित, राज्यसभा सदस्य भूपेंद्र यादव, ओडिशा से राज्यसभा के सदस्य अश्विनी वैष्णव के नाम शामिल हैं. इनमें से कई नेता मंगलवार को दिल्ली भी पहुंच गए. सूत्रों के मुताबिक गृह मंत्री अमित शाह के फोन जाने के बाद एलजेपी नेता पशुपति पारस दिल्ली पहुंच गए हैं.
मंत्रिमंडल विस्तार से पहले मोदी सरकार ने बनाया नया मंत्रालय
- मोदी सरकार ने बनाया नया मंत्रालय
नरेंद्र मोदी सरकार ने देश में सहकारिता आंदोलन को मजबूत करने के लिए नया सहकारी मंत्रालय सृजित किया है. एक आधिकारिक बयान में मंगलवार को यह जानकारी दी गई. मंत्रिमंडल में बुधवार को बड़ा फेरबदल होने जा रहा है. इस बीच कैबिनेट सचिवालय द्वारा जारी बयान में कहा गया कि नया मंत्रालय 'सहकार से समृद्धि' के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए बनाया गया है.
- दलित, आदिवासी और OBC वर्ग के नेताओं को मौका
सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी ने कैबिनेट के लिए दलित, आदिवासी, OBC वर्ग के नेताओं को चुना है. संशोधन और सोच विचार के बाद नए मंत्रियों के नाम तय हुए हैं. बताया जा रहा है कि मोदी मंत्रिमंडल में जिन नए चेहरों को शामिल किया जाना है उनके नाम लगभग तय हो चुके हैं. इसको लेकर इस बार पार्टी ने कई दौर की बैठक करने के साथ ही 2024 में होने वाले लोकसभा और 2022 के महत्वपूर्ण राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों को भी ध्यान में रखा है.