BJP के जिलाध्यक्षों व कोषाध्यक्षों को निर्देश, डोनेशन की पूरी जानकारी पोर्टल पर दर्ज करें - Accounts of every district audited
बीजेपी (BJP) ने अपने वित्तीय पारदर्शिता रखने के लिए जिला अध्यक्षों और कोषाध्यक्षों से पाई-पाई का हिसाब देने के लिए फंड मैनेजमेंट की तैयारी शुरू की है. दिल्ली से आईं बीजेपी की सीए (CA of BJP) ने कहा कि मध्यप्रदेश का हिसाब नहीं मिलने से पार्टी का ऑडिट अटका है. पार्टी को मिलने वाले डोनेशन की जानकारी विशेष पोर्टल पर अपलोड (Complete details donation on portal) करने के निर्देश दिए हैं.
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भोपाल। बीजेपी ने फैसला लिया है कि अब पार्टी कार्यालय भवन का कमर्शियल उपयोग नहीं होगा. सिस्टम को पारदर्शी बनाने पर जोर दिया जाएगा. प्रदेश के जिन जिलों में पार्टी का कार्यालय भवन नहीं है. वहां भवन बनाने को कहा गया. जिला संगठन को कार्यक्रमों का खर्च स्वयं ही उठाने को भी कहा गया है. दिल्ली से आई पार्टी की सीए वेगी थार ने जानकारी दी कि डोनेशन के लिए एक पोर्टल तैयार किया गया है. जिसे जिलास्तर तक पहुंचाने का टारगेट रखा गया है.
हर जिले का हिसाब- किताब का ऑडिट होगा : सभी कोषाध्यक्ष से कहा गया है कि पार्टी को मिलने पर डोनेशन की जानकारी पोर्टल पर ही दर्ज करें. भाजपा संगठन के सभी जिलाध्यक्षों, कोषाध्यक्षों और सह कोषाध्यक्षों को बैठक में कहा गया कि हर जिले का हिसाब- किताब का ऑडिट होगा. जिले की जानकारी जब तक शामिल नहीं हो जाती है, तब तक पूरी बैलेंस शीट रुकी रहती है. इसलिए सभी कोषाध्यक्ष पाई-पाई का हिसाब अपनी जानकारी और बैलेंस शीट समय पर भेजें.
MP के हर जिले में बीजेपी का कोष संभालेंगे वित्त विशेषज्ञ
सिस्टम को बनाएं पारदर्शी : प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि भाजपा दुनिया का सबसे बड़ा राजनीतिक दल है. हम सभी इस सिस्टम के अंग हैं.इसे पारदर्शी बनाना हम सबकी जिम्मेदारी है. यही हमारा केंद्रीय नेतृत्व चाहता है. वित्तीय पारदर्शिता के लिए ही प्रधानमंत्री ने शपथ लेने के बाद सबसे पहले जनधन खाते खुलवाए, ताकि डीबीटी के माध्यम से पूरी पारदर्शिता के साथ राशि संबंधित व्यक्ति के खाते में पहुंच सके. कोषाध्यक्ष के प्रशिक्षण के लिए हर दो माह में कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा. पार्टी ने भी अपने वित्तीय कामकाज के लिए एक डिजिटल सॉफ्टवेयर तैयार किया है.आने वाले तीन महीनों में इस पर काम शुरू हो जाएगा.