खजुराहो: खजुराहो नृत्य महोत्सव (खजुराहो डांस फेस्टिवल) 2025 के आयोजन की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग और पुरातत्व विभाग ने समारोह को सफल बनाने के लिए कमर कस ली है. इस समारोह को देखने के लिए देश-विदेश के लोगों का खजुराहो में जमावड़ा लगेगा. इसका शुभारंभ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 20 फरवरी को करेंगे. आयोजन 26 फरवरी तक चलेगा. खजुराहो स्थित कंदरिया महादेव मंदिर एवं देवी जगदंबा मंदिर के मध्य मंदिर प्रांगण में आयोजित होने वाले इस अंतर्राष्ट्रीय नृत्य समागम की भव्यता इस वर्ष अद्भुत होगी.
इस बार के समारोह में कई गतिविधियां जोड़ी
समारोह में इस वर्ष कई नए आयाम तथा नई गतिविधियां जोड़ी जा रही हैं. शास्त्रीय नृत्यों में कथक, भरतनाट्यम, कुचीपुड़ी, ओडिसी आदि के साथ सबसे लंबा वृहद शास्त्रीय नृत्य मैराथन (रिले) प्रस्तुति की जाएगी. जिसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज करने का प्रयास होगा. इसके तहत लगातार 24 घंटे से भी अधिक नृत्य प्रस्तुतियां होंगी. यह गतिविधि आदिवर्त संग्रहालय, खजुराहो में होगी. गतिविधि का शुभारंभ 19 फरवरी, 2025 को दोपहर 2:00 बजे होगा, जो निरंतर 20 फरवरी, 2025 को सायं 5:00 बजे तक चलेगी. इसका नृत्य निर्देशन/संयोजन कथक नृत्यांगना तथा फिल्म अभिनेत्री प्राची शाह, मुम्बई एवं संगीत निर्देशन/संयोजन कौशिक बसु, मुंबई द्वारा किया जाएगा.
खजुराहो बाल नृत्य महोत्सव भी होगा
प्रारंभिक रूप से 5-5 कलाकारों के मान से 25 ग्रुप तैयार किये जाएंगे. इसमें लगभग 125 कलाकार प्रतिभागिता करेंगे. विभागीय संगीत महाविद्यालय/विश्वविद्यालय एवं नृत्य के वरिष्ठ कलागुरुओं के साधनारत शिष्यों को प्रस्तुति के लिए अमांत्रित किया गया है. खजुराहो नृत्य समारोह जैसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर के आयोजन से स्थानीय युवाओं को जोड़ने के लिए संस्कृति विभाग ने पहली बार एक नई गतिविधि जोड़ी है. जिसका नाम ''खजुराहो बाल नृत्य महोत्सव'' है. इस नृत्य महोत्सव के अंतर्गत मध्यप्रदेश के मूल निवासी 10 से 16 साल के युवा नृत्य कलाकार एक पृथक मंच पर अपनी प्रस्तुति दे सकेंगे. इसका उद्देश्य भारतीय शास्त्रीय नृत्य परम्परा को संरक्षित करना और युवा पीढ़ी को भारतीय शास्त्रीय नृत्यों के प्रति प्रोत्साहित करना है. ये प्रस्तुतियां खजुराहो नृत्य समारोह परिसर में स्थित पृथक मंच पर सायं 5 से 6 बजे तक होंगी.
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पद्मविभूषण डॉ. पद्मा सुब्रह्मण्यम के जीवन का भी चित्रण
विख्यात नृत्यांगना और पद्मविभूषण डॉ. पद्मा सुब्रह्मण्यम के जीवन और कला अवदान को अभिव्यक्त से जुड़ा कार्यक्रम भी आकर्षण का केंद्र होगा. व्याख्यान एवं संवाद हेतु डॉ. जयश्री राजगोपालन, अनुराधा विक्रांत, महती कन्नन, अरविंथ कुमारस्वामी, पियाल भट्टाचार्य, डॉ. राजश्री वासुदेवन, अर्जुन भारद्वाज एवं डॉ. सच्चिदानंद जोशी को आमंत्रित किया गया है. छतरपुर कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने बताया "तैयारिया लगभग अंतिम चरण में हैं. इस बार का आयोजन अद्भुत ओर आकर्षित होगा." संस्कृति विभाग के संचालक एनपी नामदेव ने बताया "खजुराहो नृत्य समारोह में होने वाली गतिविधियों को विस्तार एवं व्यापकता देने का प्रयास किया गया है."