बड़वानी। बड़वानी जिले में अंजड कृषि उपज मंडी में कपास की अच्छी आवक रही. सीसीआई द्वारा किसानों का कपास नहीं खरीदने को लेकर बवाल हो गया. नाराज किसानों ने हंगामा शुरू कर दिया, जिसके बाद तहसीलदार ने मण्डी प्रांगण पहुंचकर किसानों और सीसीआई अधिकारियों के बीच सामंजस्य बैठाया, तब जाकर दोबारा बोली शुरू करवाई गई और किसानों का कपास खरीदने के निर्देश दिए गए.
सीसीआई पर किसानों ने लगाए आरोप
किसानों ने आरोप लगाया कि, मण्डी प्रांगण में किसान बैलगाड़ी में अपनी उपज ला रहे है, जिसे सीसीआई द्वारा कम मात्रा में खरीदा जा रहा है. खराब मौसम के चलते कपास की क्वालिटी में थोड़ा सा फर्क आया है, जबकि सीसीआई द्वारा तय मापदंड अनुसार ए,बी, सी तथा डी ग्रेड तक का माल खरीद सकती है. लेकिन सीसीआई किसानों का कपास खरीदने में परहेज कर रही है, जबकि सीसीआई व्यापारियों का माल की धड़ल्ले से खरीदी कर रही है.
एक ही पावती पर कई बार खरीदी की शिकायत
किसानों ने यह भी आरोप लगाया कि, कई लोग एक ही पावती में कई बार कपास बेच रहे हैं, ऐसी पावतियों की जांच कर फ्रॉड लोगों को पकड़ा जाए.
किसान की बजाए व्यापारियों से खरीदी
किसानों ने यह भी आरोप लगाया है कि, मण्डी में मात्र 20 प्रतिशत किसान ही कपास लेकर आ रहे हैं, बाकी 80 प्रतिशत कपास व्यापरियों द्वारा लाया जा रहा है. एक ही पावती में कई बार कपास बेचने के सवाल पर तहदीलदार ने जिला कलेक्टर की संज्ञान में मामला लाकर उचित जांच करने का आश्वासन दिया.
कपास खरीदी के दौरान कृषि उपज मंडी में किसानों ने हंगामा कर दिया और मुख्य मार्ग जाम कर दिया. किसानों का आरोप है कि, सीसीआई केवल व्यापारियों का ही कपास खरीद रही है, केवल अच्छी क्वालिटी कपास ढूंढ रही है, जबकि थोड़ा हल्का कपास होने पर उसे खरीदने से मना कर दिया जाता है. इसी तरह किसानों ने सीसीआई पर कई तरह के भेदभाव के आरोप भी लगाए हैं.