रांचीः रंगोत्सव होली का त्योहार के बाद सोमवार से झारखंड विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो रहा है. विधानसभा में मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी सत्ता पक्ष को घेरने की पूरी तैयारी की है. बीजेपी विधायक सीपी सिंह ने कहा कि जनसरोकार के मुद्दे पर सत्ता पक्ष को घेरने के लिए पूरी तरह तैयार है. वहीं सत्ता पक्ष जेएमएम ने नेता ने कहा कि बीजेपी की चरित्र और चेहरा राज्य की जनता जानती हैं.
सीपी सिंह ने कहा कि राजभवन से मॉब लिंचिंग बिल को वापस कर देना, ओबीसी आरक्षण की सीमा बढ़ाना, राज्य में पंचायत चुनाव कराना, बेरोजगार युवाओं को रोजगार देना, कानून व्यवस्था आदि मुद्दों पर सरकार विफल हैं. इन मुद्दों पर विपक्ष सरकार को घेरेगी और सवाल भी पूछेगी. उन्होंने कहा कि एक सशक्त विपक्ष का काम ही होता है सरकार की नाकामियों को सदन के पटल पर लाना, ताकि सरकार उन कमियों को दूर कर सके.
बीजेपी विधायक ने कहा कि सदन में अक्सर सत्ताधारी दल सवालों पर असहज हो जाती है. उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष के विधायक भी सवाल करते हैं तो सरकार के जवाब से संतुष्ट नहीं होते हैं. इसकी वजह है कि मंत्री खुद योजनाओं की समीक्षा नहीं करते है. अधिकारियों के लिए नोट को सदन में पढ़ देते हैं. झामुमो नेता मनोज पांडेय ने कहा कि जो लोग खुद राज्य में पिछड़ा वर्ग का गुनाहगार हैं. बीजेपी के शासनकाल में पिछडो का आरक्षण घटाकर 14 प्रतिशत किया गया. उन्होंने कहा कि बीजेपी के चाल, चरित्र और चेहरा से राज्य की जनता अवगत हैं. राजद नेता राजेश यादव ने कहा कि मॉब लिंचिंग बिल राज्यपाल ने लौटाया है, उसपर गवर्नर को पुनर्विचार करना चाहिए.