नाहन: डॉ. नीरू शबनम ने सिरमौर में पशुपालन विभाग के उपनिदेशक का कार्यभार संभाल लिया है. इससे पहले वह नाहन में ही सहायक निदेशक के पद पर कार्यरत रहीं. प्रमोशन के बाद डॉ. नीरू शबनम ने जिला में बतौर उपनिदेशक का पद संभाला है.
हिमाचल के पशुपालन विभाग में एक महिला निदेशक के पद तक पहुंच चुकी हैं, लेकिन स्वतंत्र तौर पर फील्ड में पहली बार विभाग की महिला उपनिदेशक बनने का गौरव डॉ. नीरू शबनम को हासिल हुआ है. 1992 में पशु चिकित्सा अधिकारी के तौर पर अपने करियर की शुरूआत करने वाली डॉ. नीरू शबनम करीब 28 साल की सेवाओं के बाद इस मुकाम तक पहुंची हैं.
नाहन में उपनिदेशक का कार्यभार संभालने के बाद डा. नीरू शबनम ने मीडिया के साथ अपनी प्राथमिकताएं सांझा की. बातचीत में डॉ. नीरू शबनम ने कहा कि सिरमौर में उन्होंने उपनिदेशक का कार्यभार संभाला है. उनकी प्राथमिकता रहेगी कि आवारा गायों को आश्रय मिले. साथ ही गौशालाओं में उनको स्थान दिया जा सके. इसके अलावा विभाग की ओर से चलाई जा रही योजनाओं का बेहतर तरीके से क्रियान्वयन करना उनकी प्राथमिकताओं में शामिल रहेगा. इसके साथ-साथ पोल्ट्री एक उभरता हुआ व्यवसाय है, उसमें विभाग की योजनाएं संबंधित पात्र व्यक्तियों का डाटा बैंक तैयार कर सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी.
उपनिदेशक का कार्यभार संभालने से पहले डॉ. नीरू शबनम नाहन में ही सहायक निदेशक के पद पर तैनात रही. लिहाजा नई जिम्मेदारी मिलने के साथ-साथ वह जिला की परिस्थितियों के अलावा पशुपालन के क्षेत्र से बखूबी वाकिफ है और अब उनका प्रयास रहेगा कि पशुपालन के क्षेत्र में पेश आने वाली प्रत्येक समस्याओं के समाधान के साथ-साथ सरकार की योजनाओं को ओर बेहतर तरीके से अमलीजामा पहनाया जाए.
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