करसोग/मंडी: करसोग में ग्रामीणों को पानी की शुद्धता जांचने के लिए जल शक्ति विभाग पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा. लोग अपने स्तर पर पानी के नमूनों की जांच कर सकते है. इसके लिए सोमवार को ग्राम पंचायत मैहरन में एक कैम्प आयोजित किया गया. जिसमें जल शक्ति विभाग के ब्लॉक कोऑर्डिनेटर ने लोगों को पानी की गुणवत्ता जांचने के टिप्स दिए.
ग्रामीणों को फील्ड किट के माद्यम से पानी में गंदलापन, पीएच वेल्यू, कठोरता, फ्लोराइड, नाइट्रेट व आयरन आदि की मात्रा जांचने की विधि बताई गई. इसके लिए ग्रामीणों से नलों सहित पीने के पानी के उपयोग में लाई जाने वाली प्राकृतिक पेयजल स्त्रोतों के पानी के सैंपल भी मांगे गए थे. इन सभी सैंपलों की जांच भी फील्ड किट से ग्रामीणों के सामने ही की गई और लोगों को भी नमूने जांचने की जानकारी दी गई.
राहत की बात ये की मैहरन पंचायत में जल शक्ति विभाग की ओर से पानी की जो सप्लाई दी जा रही है. उसकी रिपोर्ट सरकार की ओर से तय मापदंडों के हिसाब से सही पाई गई. फील्ड किट से की गई जांच के दौरान पानी में टरबीडीटी और पीएच वैल्यू भी सही पाई गई. इसके अतिरिक्त पानी की कठोरता भी तय मापदंडों के हिसाब से सही थी. ऐसे में जल जनित रोगों के फैलने का फिलहाल कोई खतरा नहीं है.
बता दें कि जल शक्ति विभाग ने उपमंडल की सभी पंचायत में फील्ड किट उपलब्ध करवा रखी है. इससे पंचायतें कभी भी अपने स्तर पर पानी के सैंपल भरकर जांच कर सकती है. जिसकी रिपोर्ट साथ में ही प्राप्त हो जाएगी.
जल शक्ति विभाग के ब्लॉक कोऑर्डिनेटर सुंदरलाल ने बताया कि ग्राम पंचायत मैहरन में फील्ड किट के माध्यम से पानी के नमूनों की जांच की गई. इसके लिए गांव के लोगों को पानी के सैंपल साथ लाने को कहा गया था. उन्होंने कहा कि पानी के नमूनों की जांच लोगों के सामने की गई। जो पीने के लायक पाया गया.
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