मंडी: सरकार के ओवरलोडिंग के फरमान से दहशत में आकर चालक बसों को रास्ते में ही खड़ी कर रहे हैं. गुरुवार को करसोग से दिल्ली जाने वाली नाईट बस को ओवरलोड होने के चलते चालक ने तत्तापानी में ही खड़ी कर दी. जिस पर सवारियों ने रास्ते से ही परिवहन निगम के अधिकारियों को फोन लगाकर अपना दवाब बनाया.
इसके बाद ही ये बस तत्तापानी से एक घंटा देरी से चली. इस दौरान बस में बैठी महिलाओं और बच्चों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. करसोग से दिल्ली जाने वाली ये आखिरी बस है और शाम पांच बजे दिल्ली के लिए रवाना होती है. गुरुवार को बस करीब 7 बजे तत्तापानी पहुंची. यहां पर शिमला सहित चंडीगढ़ व दिल्ली जाने वाली कई सवारियां पहले से ही बस के इंतजार में थी. तत्तापानी पहुंचते ही बस ओवरलोड हो गई और चालक ने रास्ते मे ओवरलोडिंग का चालान कटने के डर से बस को रोक दिया. जिस पर एक घंटे तक परेशान रही सवारियों में परिवहन निगम के अधिकारियों को फोन लगाए और उच्चाधिकारियों के आदेश के बाद ही बस चली.
करसोग डिपो में कुल 50 बसें
करसोग डिपो में कुल 50 बसें हैं. इसमें भी औसतन पांच बसें रिपेयर के लिए खड़ी रहती है और कुछ शादी समरोह के लिए भी कुछ बसें बुक होती है. इसके अलावा शिमला डिपो की 5 के करीब बसें शिमला और करसोग रुट पर चल रही है. 15 के करीब प्राइवेट बसें करसोग के विभिन्न रूटों पर दौड़ रही है. इस तरह से कुल 70 के करीब रोजाना करसोग के विभिन्न रूटों पर दौड़ रही है, जो इतनी बड़ी आबादी के लिए बहुत ही कम है. खासकर सुबह और शाम ऑफिस और स्कूल आवर्स में हालात बेकाबू हो जाते हैं.
ऐसे में सरकार के ओवरलोडिंग के फरमान से लोगों में भारी गुस्सा है. वहीं, करसोग डिपो के वर्क्स मैनेजर और आरएम शमशेर सिंह का कहना है कि ओवरलोडिंग वाले इस रूट के लिए एक और बस चलाने के लिए डिमांड भेजी जाएगी.