मंडीः कोरोना वायरस से निपटने के लिए सरकार लगातर प्रयास कर रही है. प्रदेश के बाहर फंसे लोगों को घर वापसी हो रही है. हिमाचल सरकार के निर्देशानुसार प्रशासन ने चंडीगढ़ के हिमाचल भवन से जिला बिलासपुर, मंडी, कुल्लू, लाहौल और स्पीति के लोगों को वापस लाने की तैयारी पूरी कर ली है.
लॉकडाउन में फंसे लोगों को चंडीगढ़ से लाने के लिए इन चार जिलों से हिमाचल पथ परिवहन निगम की 47 बसों का काफिला चंडीगढ़ के लिए रवाना कर दिया गया है. इसमें बिलासपुर से 11, मंडी से 28, कुल्लू से 6 व लाहौल और स्पीति से 2 बसें भेजी गई हैं. इसको लेकर एनएच-21 चंडीगढ़-मनाली के मुख्य द्वार सलापड़ में मंडी जिला प्रशासन की स्थापित एंट्री पोस्ट पर चंडीगढ़ से आने वाले लोगों की सुविधा के लिए 10 स्थाई काउंटर स्थापित किए गए हैं.
वहीं, इससे पहले ही सलापड़ में निजी वाहनों के माध्यम से बाहरी राज्यों के लोगों के आने से वाहनों की लंबी कतारें लग रही है. मौके पर डॉक्टर, पुलिस और प्रशासनिक टीमें 24 घंटे लगातार हर हरकत पर नजर बनाए हुए हैं. स्थानीय लोगों में बाहरी राज्यों से वापिस आ रहे लोगों के आने से कुछ असहजता महसूस की जा रही है. लोगों की मानें तो पंजाब में बाहरी राज्यों से लाए गए लोगों के कारण कोरोना संक्रमण के खतरे को लेकर प्रदेश में भी लोग चिंतित हैं.
हालांकि प्रदेश सरकार ने अपने स्तर पर चंडीगढ़ से लोगों को लाने के लिए इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं. जानकारी देते हुए सलापड़ एंट्री इंचार्ज नायब तहसीलदार अत्तर सिंह परमार ने कहा कि एंट्री पोस्ट पर 24 घंटे गाड़ियों की चेकिंग की जा रही है. मौके पर लोगों की थर्मल चेकिंग और वाहन रजिस्ट्रेशन सहित आनलाइन एंट्री पास की जांच के लिए 10 स्थाई बूथ स्थापित किए जा चुके है.
परमार ने कहा कि बाहर से आने वाले हर व्यक्ति के मोबाइल फोन पर आरोग्य सेतु ऐप भी डाउनलोड करवाई जा रही है. सोमवार को चंडीगढ़ से आने वाले लोगों की अधिक संख्या को देखकर तैयारी पूरी कर ली गई है.
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