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किन्नौर के सांगला में सिंचाई जल का पहला ट्रायल सफल, किसानों-बागवानों में खुशी की लहर

आईपीएच विभाग किन्नौर ने सांगला में सिंचाई जल का पहला ट्रायल किया. इसके शुरू होने से सांगला के बागवानों व किसानों में भी खुशी की लहर है.

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Published : Aug 14, 2019, 6:36 PM IST

किन्नौर: आईपीएच विभाग किन्नौर ने सांगला में सिंचाई जल का पहला ट्रायल किया. आईपीएच विभाग किन्नौर द्वारा ये ट्रायल सांगला से करीब छह किलोमीटर दूर गांगारंग नामक नाले से किया गया. इस योजना के शुरू होने से सांगला के बागवानों व किसानों में भी खुशी की लहर है.

गौरतलब है कि आईपीएच विभाग किन्नौर द्वारा सिंचाई जल को मोटी पाइपों द्वारा सांगला गांव तक लाने की योजना बनाई थी, जो अब करीब तीन वर्ष बाद सफल हुई है. बता दें कि मंगलवार को ठेकेदार व विभाग के अधिकारियों के समक्ष इस सिंचाई जल का पहला ट्रायल हुआ.

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जनजातीय जिला किन्नौर के सांगला में बीते कई वर्षों से सिंचाई जल की सबसे बड़ी समस्या चल रही थी. जिसके चलते सांगला गांव के सैकड़ों लोगों की फसलें भी सूख जाती थी, लेकिन अब विभाग की इस योजना से सांगला में इस समस्या से निजात मिली है.

बता दें कि गांगारंग के इस सिंचाई जल व्यवस्था से जहां खेतो की सिंचाई में सहयोग मिलेगा. वहीं, ग्रामीणों के चरागाह व पशुओं को भी इस जल से प्यास बुझाई जाएगी.

ये भी पढ़ें-पहाड़ी से गिरने से 59 वर्षीय बुजुर्ग की मौके पर मौत, प्रशासन ने दी 10 हजार की फौरी राहत

किन्नौर: आईपीएच विभाग किन्नौर ने सांगला में सिंचाई जल का पहला ट्रायल किया. आईपीएच विभाग किन्नौर द्वारा ये ट्रायल सांगला से करीब छह किलोमीटर दूर गांगारंग नामक नाले से किया गया. इस योजना के शुरू होने से सांगला के बागवानों व किसानों में भी खुशी की लहर है.

गौरतलब है कि आईपीएच विभाग किन्नौर द्वारा सिंचाई जल को मोटी पाइपों द्वारा सांगला गांव तक लाने की योजना बनाई थी, जो अब करीब तीन वर्ष बाद सफल हुई है. बता दें कि मंगलवार को ठेकेदार व विभाग के अधिकारियों के समक्ष इस सिंचाई जल का पहला ट्रायल हुआ.

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जनजातीय जिला किन्नौर के सांगला में बीते कई वर्षों से सिंचाई जल की सबसे बड़ी समस्या चल रही थी. जिसके चलते सांगला गांव के सैकड़ों लोगों की फसलें भी सूख जाती थी, लेकिन अब विभाग की इस योजना से सांगला में इस समस्या से निजात मिली है.

बता दें कि गांगारंग के इस सिंचाई जल व्यवस्था से जहां खेतो की सिंचाई में सहयोग मिलेगा. वहीं, ग्रामीणों के चरागाह व पशुओं को भी इस जल से प्यास बुझाई जाएगी.

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Intro:


जनजातीय जिला किन्नौर के साँगला में बीते कई वर्षों से सिंचाई जल की सबसे बड़ी समस्या चल रही थी जिसके चलते साँगला गाँव के सेकड़ो लोगो को खेतों में सिंचाई जल की व्यवस्था न होने के कारण खेतो में सिंचाई की समस्या थी जिसकारण खेतो में फसल भी सुख जाते थे Body:लेकिन आईपीएच विभाग किन्नौर ने पिछले कई वर्षों से साँगला की इस समस्या से निजात दिलाने के लिए साँगला से करीब छह किलोमीटर दूर गांगारंग नामक नाले से सिंचाई जल को मोटी पाइपो द्वारा साँगला गाँव तक लाने की योजना बनाई थी जो करीब तीन वर्ष बाद सफल हुआ है इस सिंचाई जल के प्रथम ट्रायल पिछले कल हुआ जिसमें ठेकेदार समेत विभाग के अधिकारियों समक्ष यह ट्रायल सफल हुआ है,Conclusion:अब साँगला के ग्रामीणों को सिंचाई की समस्या से हमेशा के लिए निजात मिली है जिससे साँगला के बागवान व किसानों में भी खुशी की लहर है। बता दे कि गांगारंग के इस सिंचाई जल व्यवस्था से जहाँ खेतो की सिंचाई में सहयोग मिलेगा साथ ही साथ ग्रामीणों के चरागाह व पशुओं को भी इस जल से प्यास बुझाई जाएगी।

वीडियो-------साँगला में सिंचाई जल का ट्रायल करते अधिकारी
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