शिमला: हिमाचल प्रदेश में सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार लाखों कर्मचारियों और पेंशनरों को आज नए साल में महीने की पहली ही तारीख को सैलरी और पेंशन का तोहफा देने जा रही है. आज लाखों कर्मचारियों को पेंशनरों के खाते में दोपहर तक एक साथ सैलरी और पेंशन के सुख का मैसेज आएगा.
500 करोड़ लिया था एडवांस लोन
इससे पहले राज्य सरकार ने भारत सरकार से ट्रांसफर होने वाले राज्य के हिस्से के पैसे के शेड्यूल के अनुसार भुगतान की प्रक्रिया बनाई थी. इसमें वेतन पहले और पेंशन बाद में आ रही थी. अब नए साल पर इस महीने सरकार कर्मचारी और पेंशनरों को एक साथ ही भुगतान करने जा रही है. इसके लिए प्रदेश सरकार ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान 500 करोड़ का लोन एडवांस में लिया था. जिससे अब सैलरी और पेंशन के एक साथ भुगतान में मदद मिलेगी. वहीं, प्रदेश सरकार से निर्देश मिलने के बाद मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने सारी प्रक्रिया पूरी कर ली है.
दिसंबर में पूरी हो गई थी लोन की लिमिट
हिमाचल सरकार की लोन की लिमिट दिसंबर में पूरी हो चुकी है. ऐसे में अंतिम तिमाही के लिए लोन लिमिट अभी जनवरी मध्य में भारत सरकार द्वारा बताई जाएगी. इसलिए राज्य सरकार को एडवांस में लोन लेना पड़ा था. नए साल में जनवरी की पहली तारीख को होने वाले इस भुगतान के बाद आगामी कुछ महीनों में भुगतान का शेड्यूल अलग हो सकता है. जिसके लिए मुख्य सचिव ने वित्त विभाग को फाइल पर मैटर भेजने को कहा है. इसके बाद फिर भारत सरकार से ट्रांसफर होने वाले पैसे के हिसाब से ही वेतन और पेंशन भुगतान का शेड्यूल बनेगा. बता दें कि प्रदेश में सैलरी और पेंशन के भुगतान के लिए हर महीने करीब 2 हजार करोड़ की जरूरत रहती है. जिसमें 1200 करोड़ कर्मचारियों की सैलरी पर खर्च होता है. वहीं, 800 करोड़ का भुगतान पेंशनरों की पेंशन चुकाने के लिए होता है.