चंबा: भरमौर उपमंडल में निचले क्षेत्रों से ऊंची चारागाहों की ओर भेड़ पालक पलायन कर रहे हैं. भेड़ पालकों को प्रशासन की ओर से ट्रांजिट कैंप के माध्यम से निशुल्क दवाइयां वितरित की जा रही हैं. कोरोना के रोकथाम के उपायों को लेकर भरमौर प्रशासन द्वारा हेल्थ स्क्रीनिंग चेक पोस्ट के साथ भेड़ पालकों के मवेशियों की स्वास्थ्य की जांच के लिए पशुपालन विभाग भरमौर ने ट्रांजिट कैंप लगाया है.
लूणा व लाके वाली माता के इन शिविर में विभाग के कर्मचारी दिन-रात भेड़ पालकों की आवाजाही पर निगरानी बनाए हुए हैं. वहीं, भेड़ पालकों के स्वास्थ्य की जांच हेल्थ स्क्रीनिंग टीम के दल द्वारा सुनिश्चित बनाई जा रही है. इन शिविरों में भेड़ पालकों को भी कोरोना के बारे में जागरूक किया जा रहा है. सोशल डिस्टेंसिंग के महत्त्व पर भी बल दिया जा रहा है.
भेड़ विकास के सहायक निदेशक डॉ. सतीश कपूर ने बताया कि लूणा में चंबा की ओर से और लाके वाली माता में जालसू दर्रे को लांघ कर आने वाले मवेशियों के स्वास्थ्य की भी जांच के बाद ही उन्हें गंतव्य स्थलों की ओर भेजा जा रहा है.
अब तक 83 भेड़ पालकों के समूहों के करीब 14 हजार मवेशियों के स्वास्थ्य की जांच के बाद उन्हें निशुल्क दवाइयां, इंजेक्शन व फर्स्ट एड मुहैया करवाई गई है. उन्होंने बताया कि इन विभिन्न राहों से आने वाले भेड़ पालकों के करीब 220 समूह अपने गंतव्य की ओर रवाना हो चुके हैं, जिनमें लगभग 44 हजार के करीब भेड़-बकरियों के झुंड ऊंची चारगाहों की ओर इन दिनों प्रस्थान कर चुके हैं. डॉ. सतीश कपूर ने बताया कि इन भेड़ पालकों के यात्रा हिस्ट्री, मोबाइल नंबर व स्थाई पते की भी जानकारी जुटाई गई है, ताकि किसी भी प्रकार से कोरोना के रोगी को ट्रेस आउट करने में मदद मिल सके.
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